कास्टिंग काउच में चोद दिया

हैलो दोस्तो, मेरा नाम प्रिंस है, मैं मुंबई में रहता हूँ और बॉलीवुड की एक बहुत बड़ी फिल्म प्रोडक्शन कम्पनी में काम करता हूँ।

मेरा काम कास्टिंग करना और प्रोडक्शन कंट्रोल करना है। अब मैं कॅस्टिंग में हूँ, तो हर रोज मुझे काफ़ी लोगों का इन्टरव्यू लेना पड़ता है।

मैं आपको कम्पनी का नाम नहीं बता सकता। हमारी बॉलीवुड कम्पनी में बड़े-बड़े फिल्म स्टार से लेकर नए अभिनेता तक आते हैं। पुरुष अभिनेताओं की बात ही कुछ और है, पर लड़कियों को आज भी हमारे कहे अनुसार ही काम करना पड़ता है।

मैं इस मामले में बहुत नसीब वाला हूँ मुझे हमेशा नई-नई लड़कियों से मिलना पड़ता है और जो ऑडिशन पास कर लेती हैं, वो बाद में लीड रोल या साइड रोल के लिए चुन ली जाती हैं।

मैंने अब तक बहुतेरी लड़कियों के साथ सम्भोग किया है, जिनमें आज काफ़ी नाम बना चुकी हैं, पर मेरे पास आज भी चुदवाने आती रहती हैं।

मैं आपको पिछले हफ्ते आई एक लड़की की कहानी बताता हूँ। उस का नाम बदल दिया है, आप उसका नाम सोनिया मान लो।

सोनिया बहुत ही आकर्षक जिस्म की मलिका है। उसको देख कर मेरा दिमाग़ घूम गया।

वो मेरे पास आई, मुझे ‘हैलो’ बोला और उसने अपना बॉयोडाटा और कुछ फोटो मुझे दिए।

मैं उसके फोटो कम, उसको ज़्यादा देख रहा था क्योंकि वो मेरे सामने बैठी थी। मैंने उसके बॉयो डाटा को पढ़ा और उससे कुछ सवाल पूछे।

उसने गोल-मोल जबाब दिए।

फिर मैंने उससे कुछ ‘कम्प्रोमाइज’ करने को कहा, तो बोली- मैं समझी नहीं? मैंने उसको बताया- आप को ब्रा-पेंटी या बिकनी पहनने में कोई दिक्कत तो नहीं है? वो बोली- नहीं।

फिर मैंने उससे सेक्स के बारे में पूछा तो वो पहले तो नाटक करने लगी। ‘मैं ऐसी-वैसी लड़की नहीं हूँ।’ तो मैं बोला- ओके मैडम.. मैं आपको बाद में फोन करके बताता हूँ।

इसके बाद वो चली गई।

दो दिन बाद उसका फ़ोन आया तो मैंने बोला- मिस आपका सिलेक्शन हो सकता है.. अगर आप चाहो तो..!!

वो सब कुछ समझ कर तैयार हो गई।

हमने अगले दिन एक फाइव-स्टार होटल में मिलने का तय किया और वो अगले दिन वक्त पर आई। चुस्त जींस और गुलाबी टॉप में वो गजब का माल लग रही थी। उसका फिगर 34-28-36 के जैसा ही कुछ था।

हम लोग एक कमरे में चले गए। पहले हमने एक-एक ठंडी बियर पी, तो उसको मजा आने लगा।

मैंने उसको अपनी बाँहों में भर लिया, वो कसमसाने लगी।

फिर मैंने उसका टॉप उतार दिया उसने सफ़ेद ब्रा पहनी हुई थी मैं, उसके मम्मे दबाने लगा। फिर मैंने धीरे-धीरे उसकी पैन्ट उतार दी, नीचे काली पेंटी ने मेरा स्वागत किया।

मेरा हाथ उसकी चूत पर पहुँच गया। वो 19 साल की मस्त क्लीन शेव चूत थी।

मेरा लण्ड तम्बू में बंबू बन चुका था। फिर मैंने अपने भी कपड़े उतार फेंके और मैंने उसकी भी ब्रा-पेंटी उतार दी। उसका गोरा जिस्म देख कर मैं तो पागल हो रहा था।

फिर हम 69 की अवस्था में आ गए, अब मैं उसकी चूत चाटने लगा।

दोस्तो, मुझे सफाचट चूत चाटने में बहुत मजा आता है।

वो मेरा लण्ड मुँह में नहीं ले रही थी। मैंने जबरदस्ती उसके मुँह में लण्ड दे डाला।

मेरा लण्ड उसके मुँह में जा ही नहीं रहा था। मेरा 8” लंबा काफी मोटा लण्ड देख कर उसकी गाण्ड फट गई, पर मेरे बार-बार बोलने पर उसने सिर्फ़ ऊपर का टोपा ही मुँह में लिया। जब मुझे तसल्ली हुई तो मैंने उसको सीधा लिटा दिया।

वो बहुत डर रही थी। हालांकि वो अपने व्बॉय-फ्रेंड से पहले भी चुदाई करा चुकी थी, पर उसके अनुसार उसके व्बॉय-फ्रेंड का लुल्ली जैसा था जबकि मेरे पास लण्ड था।

मैंने अपनी जेब से क्रीम निकाली जो कि मैं हमेशा ऐसे मौकों के लिए अपने पास रखता हूँ, मैंने थोड़ी सी क्रीम उसकी चूत पर लगाई फिर मैंने अपना लण्ड उसके छेद पर रखा और अन्दर डालने ही कोशिश करने लगा। पर मेरा लवड़ा अन्दर नहीं जा रहा था।

मैंने उससे गुस्से से बोला- लण्ड को पकड़ कर रख.. नहीं तो अपने घर जा सकती है तू। वो डर गई ओर उसने डरते हुए लण्ड पकड़ कर अपनी चूत पर रखा।

मैंने मौका देखते हुए एक जोरदार धक्का मारा और मेरा टोपा उसकी चूत के अन्दर चला गया। वो ज़ोर से चिल्लाई, पर वहाँ उसकी सुनने वाला कोई नहीं था।

फाइव स्टार होटल में कमरे से आवाज़ बाहर नहीं जाती।

मैंने उसको चुम्बन करना चालू किया।

मैं 5 मिनट ऐसे ही पड़ा रहा उसके बाद मैं उसके ऊपर धीरे-धीरे हिलने लगा और मैंने मौका देख कर एक और शॉट मारा, तो मेरा लण्ड उसकी चूत फाड़ता हुआ 3” अन्दर चला गया।

अब उसका फिर से रोना चालू हो गया, पर मैं नहीं माना… मैंने ताबड़तोड़ उस को एक और धक्का मारा तो वो बेहोश हो गई।

नीचे से चूत फटने के कारण खून बहने लगा। तो मैं पानी का जग उठा कर उसके ऊपर पानी डालने लगा।

उसने धीरे से अपनी आँख खोली और फिर रोने लगी और कहने लगी- सर बाहर निकाल लो.. मुझे हीरोइन नहीं बनना है, मैं मर जाऊँगी।

तो मैं बोला- अब बिना चुदे तो आज तक कोई हीरोइन नहीं बनी बॉलीवुड में.. तो तुम कैसे बन जाओगी।

मैंने उसको धकाधक चोदना चालू कर दिया।

थोड़ी देर बाद उसको भी मजा आने लगा और वो गाण्ड उठा-उठा कर मज़े से चुदवाने लगी। करीब 20 मिनट की चुदाई के बाद वो झड़ गई, पर मेरा चोदना चालू था, तो वो परेशान हो गई और हटने के लिए कहने लगी।

पर मैं नहीं माना और 10 मिनट बाद उसकी चूत में ही झड़ गया।

जब मैं हटा तो देखा चादर खून से लाल थी। ये देख कर वो डर गई, पर मेरे समझाने पर वो मान गई।

जब वो बाथरूम में जाने लगी और जैसे ही उसने अपना पैर बिस्तर से नीचे रखा, वो गिर पड़ी।

तो मैंने उसे उठा कर बाथरूम तक पहुँचाया।

फिर हम 2 घंटे बाद वहाँ से निकल गए।

सोनिया अब हमारी फिल्म की सहायक हीरोइन है। उसे मुझसे शिकायत है कि उसे मैंने लीड रोल नहीं दिया, पर मैंने उसे समझाया कि अगली फिल्म में उसे हीरोइन बना देंगे, उसके लिए एक बार प्रोड्यूसर से भी चुदवाना पड़ेगा और वो मान भी गई।

अब जब चाहे मैं सोनिया को चोदता हूँ और वो मज़े से चुदवाती है।

दोस्तो, आपको यह कहानी कैसी लगी, मुझे ज़रूर बताइएगा।

मेरे पास कहानियाँ तो अभी बहुत बाकी हैं। अगर आपका प्रोत्साहन मिला तो मैं बहुत कुछ लिखूँगा। [email protected]