चचेरी बहन को चोदने की ललक

दोस्तो नमस्कार, यह मेरी चचेरी बहन को चोदने की पहली कहानी है जिसे मैं आपके लिए लाया हूँ।

मेरा नाम रोहित है और मैं आगरा का रहने वाला हूँ। मैं अब एक कॉल बॉय हूँ। कुँवारी लड़कियों, भाभी, और आंटी की चुदाई करता हूँ पैसे लेकर। आपका अधिक समय खराब न करते हुये कहानी पर आता हूँ।

बात उन दिनों की है जब मेरी उम्र 19 साल से कुछ कम थी, मैं नया नया जवान हुआ था। मेरी चाचा की बड़ी लड़की जो बहुत सेक्सी है उसकी उम्र मेरे जितनी ही थी कुछ ही महीने कम थी मुझसे… उसके मस्त मम्मे, मस्त चूतड़ क्या बताऊँ दोस्तो, लौड़ा खड़ा हो जाता था। मेरी नजर चचेरी बहन बहुत दिन से थी और मैं सेक्स का बहुत दीवाना था, लड़कियों के नंगे पोस्टर देख कर मूठ मारता था।

एक दिन मेरी चचेरी बहन मेरे घर पर गर्मियों की छुट्टी में रहने के लिए आई। मेरा मन उसे चोदने का करने लगा, मैं योजना बनाने लगा कि उसे कैसे चोदा जाए।

एक दिन मौका मिल ही गया, घर से सभी लोग बाहर किसी काम से चले गए तीन चार दिन के लिए। मैं और मेरी चचेरी बहन अकेले घर पर थे, उस रात वो मेरे पास सो गई। रात के करीब 11 बजे मैंने अपना काम शुरू कर दिया। पहले मैंने उसके मम्मों को जिसे हम दूध कहते हैं, उन पर हाथ फेरना चालू किया। उसके बाद जब कुछ देर तक उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं की तो मेरा हाथ धीरे धीरे उसकी चूत पर गया, जिसे मैं कपड़ों के ऊपर से सहलाने लगा। मेरी चचेरी बहन की आँख खुल गई और उसने मुझे अलग कर दिया और आँखें दिखाने लगी। मुझे डर लगने लगा कि यह किसी से कह न दे तो मैं अलग जाकर सो गया।

दूसरे दिन जब वो उठी तो उसके चेहरे पर जहरीली मुस्कान थी, मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूँ। जब वो नहाने के लिए गई तो मैंने दरवाजे की झिरी से झांक कर देखा तो वो अपनी चूत में उंगली डाल कर अपनी चूत से खेल रही थी। मेरी हिम्मत बढ़ गई। वो नहा कर बाहर आई, उसके काफ़ी देर बाद हमने दोपहर का खाना खाया और वो सोने के लिए चली गई। दिन का एक बज रहा था और मेरा मन उसे चोदने का कर रहा था। मैं हिम्मत करके उसके पास गया, देखा कि वो गहरी नींद में सो रही थी। मैंने अपने सारे कपड़े पहले ही उतार लिए थे, फिर मैंने उसके मम्मे दबाना चालू किया और उसकी निप्पल को मसलने लगा, वो थोड़ी आहें भरने लगी।

कुछ समय बाद वो उठ गई और मेरा हाथ हटा दिया पर मेरी तरफ उसकी जब नजर गयी तो वो मुझे नंगा देख कर देखती ही रह गई। उसकी नजर मेरे 7″ के लण्ड पर टिकी रही। मैंने मोका पाकर उसके मम्मे दबाना चालू कर दिया, वो विरोध करने लगी पर मैं नहीं माना। उस समय मेरे ऊपर उसे चोदने का भूत सवार था। मैं तेज तेज उसके मम्मे मसल रहा था तो उससे भी रहा नहीं गया और फिर वो आहें भरने लगी।

यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !

थोड़ी देर बाद वो भी मेरा साथ देने लगी और मेरे लण्ड को अपने हाथों से सहलाने लगी, मेरा लन्ड अपने पूरे सरूर पर था, फिर मैंने उसके सारे कपड़े उतार कर फेंक दिये और उसकी दोनों टाँगों को चौड़ा कर उसकी रस भरी चूत को चाटने लगा जो पानी छोड़ चुकी थी। कम से कम 15 मिनट उसकी चूत चाटी और वो दो बार मेरे मुँह में छड़ गई, मैंने उसकी चूत का सारा पानी पी लिया।

उसके बाद मैंने उसकी गीली चूत मे अपना लौड़ा डाल दिया, उसकी चूत से खून निकलना चालू हो गया और वो दर्द से तड़प उठी। थोड़ी देर तक मैंने उसके मम्मों को चूसा, जब उसका दर्द थोड़ा कम हुआ तो मैंने उसकी चुदाई चालू कर दी।

लगभग 15 मिनट की चुदाई में उसकी चूत ने तीन बार पानी छोड़ा और मेरे भी लन्ड ने पिचकारी छोड़ दी। मस्त चुदाई के बाद हम दोनों सो गए। फिर दो दिन तक मैंने अपनी चचेरी बहन की खूब चुदाई की।

दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी थी, कुछ गलती हो तो माफी चाहता हूँ। आपको मेरी कहानी कैसी लगी, मुझे जरूर लिखें। [email protected]