बहन का लौड़ा -8

This website is for sale. If you're interested, contact us. Email ID: [email protected]. Starting price: $2,000

अभी तक आपने पढ़ा..

राधे- अरे नहीं.. ऐसी बात नहीं है.. तुम बहुत अच्छी हो.. मैंने तो ऐसे ही कहा था। मीरा- अरे दीदी इसमें ‘सॉरी’ की क्या बात है आजकल 3जी का जमाना है.. ये सब आम बात है। मैंने बताया था ना.. स्कूल में कई बार हम लड़कियां एक-दूसरे के सामने नंगी हो जाती हैं। राधे- हाँ बताया तो था.. चलो अब स्कर्ट भी निकाल देती हूँ।

राधे ने मीरा की स्कर्ट भी निकाल दी.. नीली पैन्टी में उसकी फूली हुई चूत देख कर राधे का मन हुआ कि उसको छू ले.. मगर उसने अपने आप पर काबू रखा।

मीरा- दीदी अब ब्रा और पैन्टी भी निकाल दो.. अपनी छोटी बहन का जिस्म पूरा देखो.. मेरी सहेलियां बहुत तारीफ करती हैं। राधे- अच्छा ऐसी बात है.. चलो कल तो मैंने नहीं देखा था.. आज देख कर बताऊँगी कि तुम्हारा जिस्म कैसा है? राधे ने ब्रा का हुक खोल कर मीरा के संतरे आज़ाद कर दिए और एक ही झटके में उसकी पैन्टी भी निकाल दी।

जैसा मैंने पहले बताया था मीरा की चूत डबल रोटी जैसी फूली हुई थी। राधे की जीभ लपलपा गई।

अब आगे..

राधे को देख कर मीरा को हँसी आ गई।

मीरा- हा हा हा हा.. दीदी आप तो ऐसे देख रही हो.. जैसे कभी किसी लड़की को देखा ना हो.. हा हा.. अब बताओ मैं बिना कपड़ों के कैसी लगती हूँ? राधे- मीरा तुम तो ‘सेक्स-बॉम्ब’ लग रही हो.. कोई लड़का तुझे देख ले.. तो खड़ा-खड़ा पानी-पानी हो जाए। मीरा- ओह थैंक्स दीदी.. अब नाईटी पहना दो.. हम बिस्तर पर बातें करेंगे.. मुझे आपसे कुछ जरूरी बात करनी है। राधे- हाँ मीरा.. बात तो मुझे भी करनी है.. लो पहन लो ये नाईटी।

मीरा नाईटी पहनते ही खड़ी हो गई और अलमारी के पास जाकर खड़ी हो गई।

राधा- अरे क्या हुआ मीरा.. वहाँ क्यों चली गई.. यहाँ आओ ना?

मीरा कुछ नहीं बोली और अलमारी से एक काली नाईटी निकाल कर ले आई- दीदी आप ये पहन लो.. इन तंग कपड़ों में आपको कैसे नींद आती है.. आज दोनों बहनें चिपक कर सोएंगे.. मज़ा आएगा।

राधे के तो होश उड़ गए.. उसको लगा अब उसका भांडा फूट जाएगा। राधे- न..नहीं मीरा.. मैं ये नहीं पहन सकती.. तू यहाँ आ.. मैं तुझे आज वो मज़ा दूँगी कि सारी ज़िंदगी याद रखोगी..

मीरा- नहीं दीदी आपको ये पहनना ही होगा.. मुझे भी आपका जिस्म देखना है। राधे आगे बढ़ा और मीरा को अपनी बाँहों में ले लिया।

राधे- मेरी जान मैं अपना सब कुछ दिखा दूँगी.. तू यहाँ आ तो सही.. चल बिस्तर पर आ जा.. आज तुझे जन्नत के नजारे दिखाती हूँ।

मीरा बेचारी नादान ही तो थी.. जल्दी मान गई और राधे के साथ बिस्तर पर चली गई।

अपना राधे भी एकदम गर्म हो गया था उसका लौड़ा अकड़ा हुआ था, आज उसने सोच लिया था कि वो मीरा की कुँवारी बुर का मज़ा लेकर ही रहेगा।

राधे- अच्छा मीरा.. एक बात बता तू.. इतनी बेशर्म कैसे हो गई..? मेरे सामने नंगी हो जाती है.. क्या तेरा कोई ब्वॉय-फ्रेण्ड है क्या? सही बताना मुझे..

मीरा- ओह दीदी.. आप कौन सी दुनिया से आई हो.. मैंने बताया था ना.. ये 3जी का जमाना है.. आजकल शर्म कौन जानता है.. अब तो जमाना लड़कों के कन्धों से कंधा मिलाकर चलने का है। राधे- बस बस ज्ञान मत दे मुझे.. मैंने जो पूछा है.. उसका सीधा जवाब दे बस..

मीरा- ओके दीदी बताती हूँ.. देखो आज से दो साल पहले हमारे स्कूल में एक प्रोग्राम था.. तो मैं और मेरी कुछ सहेलियां उसमें शामिल थीं.. अब हुआ यूं कि जब हम ड्रेसिंग रूम में थे.. तब हमें कपड़े चेंज करने थे.. मुझे शर्म आ रही थी.. तब मेरी फ्रेण्ड मोना ने कहा कि अरे हम सब लड़की हैं तो है शर्माना क्या.. लेकिन मैं नहीं मानी तो सब ने मिलकर मुझे नंगा कर दिया.. कमीनियों ने ब्रा और पैन्टी भी नहीं छोड़ी.. बस उस दिन उन्होंने मुझे इतना छेड़ा कि मेरी सारी शर्म हवा हो गई। अब तो हम अक्सर पिकनिक में एक-दूसरे के सामने नंगे हो जाते हैं.. साथ नहा लेते हैं..

राधे- ओह ये बात है.. अच्छा लड़कों के बारे में क्या ख्याल है.. कोई लव-अव का चक्कर है क्या..?

मीरा- नहीं दीदी.. अभी तक तो ऐसा कोई मिला नहीं.. जो मुझे पसन्द आए.. हाँ पहले लड़के कमेन्ट करते थे.. तो गुस्सा आता था मगर जब से मोना ने नेट पर xxx फिल्म दिखाई है.. तब से लड़कों के कमेन्ट अच्छे लगने लगे हैं। उनका हथियार जब पैन्ट के ऊपर से दिखता है तो मन मचल जाता है।

राधे मन ही मन खुश हो रहा था और अपने आप से बोल रहा था- अबे साले तेरी तो किस्मत खुल गई ये साली तो एकदम तैयार माल है.. इसकी चूत तो खुद लौड़े को तलाश कर रही है.. बोल दे अपने दिल की बात.. दिखा दे अपना लौड़ा इसे..

मीरा- दीदी कहाँ खो गईं आप.. अपने बारे में कुछ बताओ ना? राधे- अरे बताऊँगी.. पहले मेरी बातों का जवाब तो दे… मीरा- अच्छा पूछो?

राधे- लड़कों का वो कभी देखा है तुमने? मीरा- नहीं दीदी.. रियल देखने का कभी मौका नहीं मिला.. बस ब्लू-फिल्म में देखा है।

राधे- ओह अच्छा देखने का मन है तुम्हारा? मीरा- हाँ दीदी मन तो है.. मगर डरती हूँ आजकल एमएमएस का बड़ा चर्चा है.. इसी डर से मैं किसी लड़के को भाव नहीं देती.. ये हरामी हैं ना.. भोली-भाली लड़कियों का फायदा उठा कर उनका एमएमएस बना कर ब्लैकमेल करते हैं।

राधे- हाँ सही कहा तुमने.. हर किसी पर भरोसा नहीं करना चाहिए.. अच्छा ये बता xxx देख कर क्या होता है.. तूने कभी अपनी दोस्त के साथ लेसबो किया है.. या तूने कभी अपनी फुद्दी में उंगली की है?

मीरा- धत दीदी.. आप भी ना.. मैंने आपके सामने कपड़े बदले तो मुझे अपने बेशर्म कहा.. अब आप तो मुझसे कितनी गंदी बातें कर रही हो।

राधे- अरे शर्मा गई तू तो… मैंने तो इसलिए पूछा क्योंकि अब मैं तुम्हारी दीदी नहीं दोस्त हूँ.. चल मुझे सब सच-सच बता..

मीरा- ओके दीदी.. वी आर फ्रेण्ड.. हाँ दीदी जब xxx देखती हूँ ना.. तो पूरे जिस्म में आग लग जाती है.. हाथ अपने आप नीचे चला जाता है… मोना ने बताया था जब नहाओ तो उंगली किया करो.. मगर मैंने एक बार की तो दर्द हुआ.. तब से बस फुद्दी को ऊपर से ही रगड़ कर मज़ा ले लेती हूँ और उस समय xxx में जो आदमी होता है.. उसके मेन पार्ट को याद करती हूँ।

राधे- गुड मेरी मीरा.. ये हुई ना दोस्तों वाली बात.. मीरा- दीदी आप भी हमसे कितने सालों तक दूर रहीं.. अपने कभी सेक्स किया है.. या आपका कोई ब्वॉय-फ्रेण्ड है? राधे- नहीं मीरा.. मैंने ऐसा कुछ नहीं किया मैं एक गरीब घर में थी.. वहाँ ऐसा सोचना भी मुमकिन नहीं था। ये सब जाने दे.. चल आज मैं तुझे मज़ा देती हूँ और ऐसा मज़ा कि तू सोच भी नहीं सकती।

मीरा- सच दीदी क्या करोगी आप?

राधे- मैं तेरे इन मदमस्त चूचों को चुसूंगी.. तेरे जिस्म के हर एक हिस्से पर अपने होंठों की छाप छोड़ दूँगी.. तेरी कमसिन चूत को चाट-चाट कर पानी निकाल दूँगी।

मीरा- छी.. दीदी.. आप तो लड़कों की बोली बोल रही हो.. फुद्दी से सीधे आप च..चूत पर आ गई हो। राधे- अरे मीरा.. फुद्दी से ज़्यादा चूत बोलना अच्छा लगता है.. चल अब ये नाईटी निकाल दे और अपनी राधा का कमाल देख। मीरा- दीदी आप भी नंगी हो जाओ ना.. प्लीज़ हमें ज़्यादा मज़ा आएगा।

राधे- ओके हो जाऊँगी.. मगर एक शर्त पर.. तुमको अपनी आँखों पर पट्टी बांधनी होगी। मीरा- नहीं दीदी.. ये क्या बात हुई? ऐसे में मैं आपको कैसे देख पाऊँगी?

राधे- अरे पूरी बात तो सुनो.. पहले तुम पट्टी बाँध लो.. मैं नंगी होकर तुमसे चिपक जाऊँगी.. तुम्हें मज़ा दूँगी.. उसके बाद तुम आँखें खोल लेना और मुझे देख लेना।

मीरा- ओके दीदी.. ये सही रहेगा.. मज़ा आएगा.. मैं अभी आई मेरे पास अलमारी में काली पट्टी है.. मैं लेकर आती हूँ..

उप्स्स… आपका मज़ा खराब करने बीच में आ गई.. मगर क्या करूँ आदत से मजबूर हूँ.. कुछ लोग ईमेल करके कहेंगे.. ऐसा कभी होता है क्या.. कोई बहन अपनी बहन के सामने ऐसे नंगी होती है क्या? तो दोस्तों ये 2015 की कहानी है.. कोई 60 के जमाने की नहीं.. आजकल तो सब खुला खुला है.. समझे.. चलो वापस मज़ा लो कहानी का..

दोस्तो, उम्मीद है कि आप को मेरी कहानी पसंद आ रही होगी.. मैं कहानी के अगले भाग में आपका इन्तजार करूँगी.. पढ़ना न भूलिएगा.. और हाँ आपके पत्रों का भी बेसब्री से इन्तजार है। [email protected]

This website is for sale. If you're interested, contact us. Email ID: [email protected]. Starting price: $2,000