चूत चोद कर मज़े देने की नौकरी

दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। मैंने लगभग सभी कहानियां पढ़ी हैं.. कुछ बहुत अच्छी लगीं। उन्हीं से प्रेरित होकर मैं आज अपनी आपबीती आपको बताने जा रहा हूँ.. उम्मीद करता हूँ आपको भी अच्छी लगेगी।

मेरा नाम राजेंद्र है.. सब मुझे प्यार से राज बुलाते हैं। मैं उज्जैन मध्यप्रदेश का रहने वाला हूँ.. कद पांच फीट ग्यारह इंच है.. उम्र 27 वर्ष है।

यह बात तीन महीने पुरानी है.. मैं मार्केटिंग का काम करता था.. मेरे बॉस से अनबन के कारण मैंने नौकरी छोड़ दी। मैं नई नौकरी की तलाश में था। मैंने अपने दोस्तों से भी कह रखा था। मेरा एक दोस्त जिसका नाम तरुण है.. उसने मुझे इंदौर का पता दिया और कहा- कल चले जाना.. मैंने सब बात कर ली है।

अगले दिन सुबह बताए पते पर पहुँच गया। वो कोई ऑफिस ना होकर एक आलीशान बंगला था। मैंने डोर-बेल बजाई तो एक अधेड़ महिला ने दरवाज़ा खोल कर अन्दर आने को कहा और वह चली गई।

थोड़ी देर बाद एक औरत.. जिसकी उम्र करीब 30 साल थी.. वो आई.. उसने मेरा नाम पूछा और मैं क्या काम करता था उसकी जानकारी ली। उन्होंने मुझे बताया कि उनकी कंपनी कस्टमर सैटिस्फैक्शन का काम करती है।

फिर उसने मुझे खड़ा किया और ऊपर से नीचे तक देखा और बोली- एक टेस्ट होगा.. उसके बाद ही हम आपको सिलेक्ट करेंगे। मैंने आदर पूर्वक सर हिलाया.. उसने मुझे दोपहर में एक बजे आने का बोल दिया।

दोपहर में जब मैं टेस्ट के लिए गया.. तब वहाँ पर एक लड़की भी थी। उसने उस लड़की से मेरा परिचय करवाया और बोली- यह गीतिका है.. यह तुम्हारा टेस्ट लेगी। इतना कह कर वो चली गई।

मैं तैयार ही था टेस्ट के लिए। गीतिका मेरे पास आई और कहा- क्या तुम तैयार हो?

मैंने ‘हाँ’ कर दी.. फिर वो मेरे नजदीक आई और धीरे से मेरे कान में बोली- मैडम जा चुकी हैं.. हम चाहें तो तुम्हें पास करे या फेल। मैं थोड़ा सा डर गया।

वो फिर बोली- मेरी एक बात मानोगे तो पास कर दूँगी.. नहीं तो फेल कर दूँगी। मैं सोचने लगा कि कौन सी बात मानना पड़ेगी.. मैंने ‘हाँ’ कर दी।

वो मुझे अन्दर एक बड़े से बेडरूम में ले गई, अन्दर जाते ही वो मुझसे लिपट गई और उसने अपने लबों को मेरे लबों से मिला दिए। गीतिका- अगर तुम मेरे साथ सेक्स नहीं करोगे.. तो मैं तुम्हें फेल कर दूँगी।

मैं क्या करता.. हाँ कर दी। वो रेड वाइन की बोतल लेकर पैग बना कर पीने लगी और मुझे भी पिलाने लगी। गीतिका- कभी सेक्स किया है? मैं- हाँ.. मेरी गर्लफ्रेंड के साथ किया है!

इतना कहते ही उसने पूरा पैग खाली कर दिया और मेरी गोदी में बैठ गई। मैं उसके चूचे उसके टॉप के ऊपर से ही दबाने लगा.. वो ‘आह..’ करके सिसकारियाँ लेने लगी।

फिर हम एक-दूजे के होंठों को चूमने लगे.. उसकी साँसें काफी तेज हो गईं। हमारी जुबान आपस में टकराने लगी.. हम एक-दूसरे की जुबान का रस पीने लगे। दसेक मिनट तक चूमने के बाद वो उठकर मेरे कपड़े निकालने लगी, अब मेरे बदन पर सिर्फ अंडरवियर रह गया।

मैंने उठ कर उसके टॉप और जीन्स को निकाल दिया.. अब वह सिर्फ ब्रा-पैंटी में थी। मैंने उसे गोद में उठा कर बेड पर लिटा दिया। उसके गुलाबी लबों को चूमने लगा.. वो भी मेरा साथ देने लगी। मैंने एक हाथ से उसकी ब्रा का हुक खोल कर ब्रा को अलग कर दिया।

क्या चूचे थे उसके.. ऊपर गुलाबी चूचुकों को देख कर मैं तो बेकाबू सा हो गया.. उसके निप्पलों को मैं अपने दांतों से दबाने लगा।

उसकी सिसिकारियों की आवाज़ पूरे रूम में गूंजने लगी। यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं ! मैं उसे चूमते हुए उसकी पैंटी के ऊपर उसकी चूत चाटने लगा, वो मदहोश हो गई थी, मैंने उसकी पैंटी को भी निकाल दिया, वो मेरे सामने पूरी नंगी हो गई।

मैंने एक उंगली उसकी चूत में डाल दी.. वो एकदम उछल गई। मैंने अपनी जुबान से उसकी चूत को चाटता रहा। दो मिनट में उसका बदन झटके लेने लगा.. चूत ने कामरस छोड़ दिया। मैंने पूरा रस चाट कर साफ़ कर दिया।

गीतिका- तुम तो बड़े एक्सपर्ट लगते हो.. अब मेरी बारी है.. मेरा कमाल देखो।

गीतिका ने एक झटके में मेरा अंडरवियर निकाल दिया, मेरे 7 इंच के लण्ड को मुँह में लेकर चूसने लगी। उसका लण्ड चूसने का तरीका इतना जबरदस्त था कि मुझे लगा मैं अभी झड़ जाऊंगा। मैं- मेरा होने वाला है गीतिका। गीतिका- मुझे पीना है.. अन्दर ही झड़ो।

मैं रस छोड़ा और मेरे पूरे माल को गीतिका ने गटक लिया।

हम दोनों चिपक कर लेट गए। कुछ ही देर में उसकी गर्मी से मेरा लण्ड फिर से खड़ा हो गया.. गीतिका भी गर्म हो चुकी थी।

मैंने बिना देर किए.. अपने लण्ड का सुपारा उसकी चूत पर लगा कर हल्का सा धक्का लगाया.. वो कसमसा गई.. उसकी चूत बहुत टाईट थी लण्ड को अन्दर जाने मैं तकलीफ हो रही थी।

उसके होंठों से अपने होंठ चिपका कर जोर से धक्का मारा, उसकी चीख मेरे मुँह में दब गई.. वह हिल नहीं पा रही थी। मैं जोर से धक्के लगाने लगा.. वो कमर उठा-उठा कर मेरा साथ देने लगी। करीब 15 मिनट में मैं उसकी चूत में झड़ने लगा।

वो भी अब तक दो बार झड़ चुकी थी। थोड़ी देर हम नंगे ही लेटे रहे।

तभी मैडम आ गई। उन्होंने गीतिका से पूछा- टेस्ट में पास हुआ या फेल? हम दोनों मैडम के सामने नंगे पड़े थे।

गीतिका- फर्स्ट क्लास में पास है। मैडम- तुम टेस्ट में पास हो गए हो। तुम्हारी नौकरी पक्की.. अब तुम जिगोलो बन गए हो।

मैडम ने मुझे पांच हज़ार रुपए दिए। मैं सोचने लगा कि यह कैसी नौकरी। इसके बाद मैडम ने बहुत सी भाभियों और लड़कियों के पास मुझे भेजा। मेरा काम था उन्हें संतुष्ट करना। कैसी लगी मेरी आपबीती, मेल करके जरूर बताना। [email protected]