पड़ोसन आंटी की चूत चौड़ी कर दी -1

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दोस्तो.. मैं सैम दिल्ली से हूँ.. मेरी उम्र 22 साल और हाइट 5’7″ की है। मैं दो महीने पहले खुद के साथ हुई एक घटना को लिख रहा हूँ.. मुझे उम्मीद है कि आपको पसंद आएगी।

बात उस दिन की है जब मैं शाम को टहलने के लिए गया था। जहाँ मैं घूमने के लिए जाता था.. वहाँ काफ़ी लोग आते थे।

उनमें से एक मेरी पड़ोसन सरोज आंटी भी आती थीं, वो दिखने में तो एकदम किसी अप्सरा से कम नहीं थीं, क्या मोटे-मोटे मम्मे थे और चूतड़ तो मानो पागल ही कर दें।

उनकी उम्र मेरे हिसाब से 30 साल के आस-पास की होगी और उनका फिगर 36-34-38 का समझ लीजिए। जब वो चलती हैं.. तो उनके उछलते चूतड़ों को देख कर तो मानो किसी का भी लंड खड़ा हो जाए।

मैं टहलते हुए आंटी जी के पास गया, उन्हें ‘हैलो’ कहा। आंटी ने कहा- ओह हैलो सैम.. कैसे हो.. तुम भी घूमने आते हो.. ‘हाँ आंटी.. मुझे तो काफ़ी टाइम हो गया आते हुए.. लेकिन मैंने कभी आपको नहीं देखा..’

उन्होंने कहा- मैं अभी एक हफ्ते से ही आने लगी हूँ.. थोड़ी मोटी सी होने लगी थी.. तो सोचा अभी से ध्यान दूँ.. तो ठीक रहेगा.. मैंने स्माइल के साथ कहा- नहीं आंटी आप तो एकदम फिट हो.. इस तरह बातें करते हुए हम दोनों साथ में टहलने लगे।

यह सिलसिला अगले 5-7 दिनों तक चलता रहा.. तो एक दिन मैंने सोचा क्यों ना आज आंटी की थोड़ी तारीफ़ की जाए।

शाम को हम दोनों उसी जगह पर मिले और बातों ही बातों में मैंने आंटी से कहा- आंटी जी बहुत हुई वॉक.. अब क्या अपने फिगर का ज़ीरो साइज़ करोगी.. इस फिगर के साथ ही आप इतनी अच्छी लगती हो।

शायद वो मेरा इशारा समझ गई थीं। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा- ह्म्म्मं.. चलो घूमते हुए बात करते हैं।

बात करते हुए मैंने उनको डाइट चार्ट की बात छेड़ दी तो उन्होंने मुझसे कहा- मुझे भी बता दो न.. मैं हामी भर दी।

हम दोनों घूमने का नियम पूरा करने के बाद अपने अपने घरों को जाने लगे तो तो आंटी ने कहा- क्या तुम अभी मेरे घर पर डाइट चार्ट बताने के लिए आ सकते हो? मैंने कहा- अभी काफ़ी लेट हो गया हूँ.. कल चलेगा?

उन्होंने बड़ी अदा से कहा- आज क्या दिक्कत है.. वैसे भी आज तो मेरे घर पर कोई नहीं है और तुम भी मेरे घर पर ही रुक जाना.. ये मेरे लिए और भी अच्छा रहेगा।

मैं समझ गया था कि आज बारिश होने की उम्मीद है।

मैंने कहा- नहीं आंटी जी.. मैं रुक नहीं सकता.. लेकिन चलो मैं थोड़ी देर में आपके घर आकर आपके लिए डाइट चार्ट बना देता हूँ। अपने घर जाकर मैंने मम्मी से बोला- मैं थोड़ी देर में आता हूँ। यह बोल कर मैं आंटी के घर चला गया।

उनके घर पहुँचते ही आंटी ने कहा- मैं कपड़े बदल कर आती हूँ.. तुम बस 5 मिनट रूको.. तब तक यहाँ बैठो।

दस मिनट बाद मैंने देखा आंटी ब्राउन नाइटी में बाहर आईं.. मैं उनकी मस्त जवानी को देख कर हतप्रभ होकर उनकी तरफ एकटक देखता रहा।

आंटी मेरे पास आईं और कामुक अंदाज में बोलीं- क्या हुआ.. ऐसे क्या देख रहे हो? मैंने सर झटकते हुए कहा- कुछ नहीं..

वो झुक कर चूचे दिखाते हुए बोलीं- सच्ची.. बोलो.. क्या देख रहे थे.. मैंने ललचाई निगाहों से चूचे देखते हुए कहा- कुछ नहीं आंटी..

वो बोलीं- चलो कोई बात नहीं.. अब डाइट चार्ट बनाएं? मैंने कहा- हाँ..

मैंने पेन कॉपी हाथ में लिया और आंटी से उनका वेट हाइट उम्र और फिगर आदि के बारे में पूछा.. तो आंटी हँसने लगीं।

वो मेरे बिल्कुल पास आईं.. और बोलीं- वेट और हाइट का मैं मानती हूँ कि डाइट चार्ट में ज़रूरत पड़ती है.. लेकिन साइज़ का क्या..? मैंने कहा- पता चलेगा ना.. कि कितना क्या-क्या कम हुआ है। उन्होंने कहा- ओह्ह..

फिर उन्होंने अपना वेट 65 किलो हाइट 5’4” उम्र 34.. और फिगर का साइज़ 36-34-38 बताया। मैं मन ही मन में खुश हुआ कि जो साइज़ मैंने सोचा था वो ही निकला।

मेरी इस दबी हुई ख़ुशी को आंटी ने नोटिस कर लिया। मैं उनसे नजरें छुपाने लगा..

अब मैं जल्दी-जल्दी डाइट चार्ट बनाने लगा, चार्ट बना कर जैसे ही मैं उठने लगा, आंटी ने मेरा हाथ पकड़ लिया और अपनी तरफ खींचा और बोलीं- मैंने तुमको यहाँ डाइट चार्ट के लिए नहीं बुलाया है.. यह तुम्हें भी पता है.. सो नौटंकी छोड़ो। तुम जो इतनी तारीफ़ करते हो.. वो सब पता है मुझे.. और जो अभी तुम मेरे गुब्बारे देख रहे थे.. वो भी पता है मुझे..

मैंने कहा- नहीं ऐसी कोई बात नहीं है आंटी.. मैं तो बस.. उन्होंने मेरी सफाई रोकते हुए मेरे मुँह पर अपनी उंगली रखी और बोलीं- चुप.. साथ ही उन्होंने अपना एक हाथ मेरे लोवर के ऊपर से मेरे लंड पर रख दिया और घुमाने लगीं। यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !

मैंने कहा- आंटी.. क्या कर रही हो? उसने कहा- बच्चे नहीं हो तुम.. तुम्हें भी मालूम है कि मैं क्या कर रही हूँ। मैंने कहा- नहीं आंटी गलत है ये.. वो बोलीं- चुप.. किसी को पता नहीं चलेगा.. प्लीज़ मेरी प्यास बुझा दो.. और मैं भी जानती हूँ कि तुम भी ये ही चाहते हो।

आंटी अपने होंठों से मेरे होंठों को मिला कर चुम्बन करने लगीं। मैंने सोचा कि मौका अच्छा है.. जब आंटी खुद चुदने को तैयार हैं तो मुझे और क्या चाहिए।

मैं भी आंटी का साथ देने लगा और ज़ोर-ज़ोर से उनके रसीले होंठों को चूसने लगा, साथ ही मैं एक हाथ से उनके मम्मों को मसलने लगा। वो बोलीं- आराम से करो यार.. दर्द होता है।

तभी मेरे दिमाग़ में घर जाने की याद आई.. मैंने घर पर कुछ ही देर का बोला था। यहाँ एक घंटा होने को आ गया। मैंने सोचा क्यों ना फोन कर दूँ। मैंने कहा- आंटी.. रुको पहले मैं घर पर फोन कर देता हूँ। उन्होंने कहा- ह्म्म्म्म .. क्यों नहीं.. प्लीज़ तुम आज रात यहीं रुक जाओ।

अभी यह बात ही हो रही थी कि इतने में मम्मी का कॉल आ गया। मम्मी ने कहा- तू जल्दी घर आ.. मुझे कहीं जाना है। मैंने कहा- अभी आया..

आंटी को होंठों पर किस करके जल्दी ही मिलने का बोल कर घर चला गया। घर जाकर पता चला कि मम्मी को किसी रिलेटिव के यहाँ जाना है।

मैंने सोचा- साला आज ही ये दिक्कत आनी थी… लेकिन मन ही मन में कहा कि जो भी होता है.. अच्छे के लिए ही होता है।

उस दिन कुछ नहीं हो पाया और मैं अपने घर लौट आया। बस इतना था कि आंटी चुदने को राजी थीं और मुझे उनको चोदने के लिए सिर्फ मौके की जरूरत थी।

फिर से वो ही शाम को वॉक का सिलसिला शुरू हो गया.. अब उनसे मेरी गर्म बातें भी होने लगीं।

फिर एक दिन उन्होंने कहा- मैं चड़ीगढ़ जा रही हूँ.. उधर मेरी सहेली की शादी है। मैं वहाँ 2 दिन रहूँगी.. तुम वहाँ मेरे साथ चलोगे.? मैंने कहा- वहाँ कैसे.. उधर के लोग क्या सोचेंगे? बोलीं- वो मुझ पर छोड़ दो.. वो सब में देख लूँगी.. तुम बोलो ‘हाँ’ या ‘ना’.. मैंने कहा- चलो रात को मैसेज करता हूँ। उसने कहा- ठीक है..

घर पर जाकर मैंने घर पर बोला- मैं 2 दिन के लिए पंजाब जा रहा हूँ.. मेरे दोस्त की शादी है।

घर से परमीशन मिलने के बाद खाना आदि खाकर मैंने 11 बजे आंटी को मैसेज किया- आई एम रेडी..

उन्होंने मुझे लिखा- तुम मुझे परसों मुझे सेक्टर 24 में मिलना.. मैं वहाँ बाइ कार आ जाऊँगी.. और वहाँ से हम दोनों साथ में चलेंगे।

मैंने ‘हाँ कह दी।

नियत दिन और समय पर मैं बताई हुई जगह पर वहाँ चला गया।

थोड़ी देर मैं वो कार से आ गईं, आते ही हम दोनों उनकी सहेली के घर गए। उन्होंने मुझे अपनी सहेली से मिलवाया.. सहेली के घर वालों को मुझे अपना भाई बताया और कहा कि मेरे साथ में आया है।

फिर उनकी सहेली ने हम दोनों को गेस्टरूम में आराम करने के लिए कहा.. और ‘बेस्ट ऑफ लक’ कहा.. मैं समझ गया कि इसको मेरे बारे में सब पता है।

दोस्तो, अब आंटी की चुदाई का किस्सा लिखूंगा.. आप बस कहीं जाना नहीं, मैं कल फिर आपकी सेवा में हाजिर होता हूँ। आप अपने ईमेल जरूर भेजिएगा। [email protected]

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