तलाकशुदा की प्यासी चुत की कहानी

हॉट चुत सेक्स कहानी में पढ़ें कि कैसे मुझे एक तलाकशुदा भाभी के साथ सेक्स करके उसकी वासना को शांत करने का मौक़ा मिला. पति के अलावा वो किसी से नहीं चुदी थी.

दोस्तो, कैसे है आप सब. मेरा नाम समीर है. मेरी उम्र 27 साल है और मैं दिखने में काफी स्मार्ट हूँ. मैं लड़कियों से और उनकी कोमल चूत से बहुत ही ज्यादा प्यार करता हूँ.

मेरा मामना है कि चूत में हमें जन्नत दिखती है तो हमें इसकी इज्जत करनी चाहिए.

हालांकि मुझे अधेड़ उम्र की औरतों को चोदना पसंद है. बच्चे हो जाने के बाद वे भर जाती हैं और उनका पति बाहर किसी जवान और कमउम्र की लड़की की चूत चोदने का जुगाड़ करने लगता है. जिससे उन औरतों में लंड की प्यास बढ़ जाती है.

फिर 30 या 35 साल के बाद वह बेचारी पूरी ही अकेली हो जाती है. वो बस घर परिवार की ज़िम्मेदारियों में ही सिमट कर रह जाती है. उसकी वासना कहीं अन्दर ही रह कर मर जाती है. ऐसी प्यासी औरतों को प्यार देना और खुशी देना मैं अपना फ़र्ज़ समझता हूँ. इस दुनिया में सबको खुश रहने का हक़ है.

मेरी पिछली कहानी थी: औरत की वासना का परिणाम

आज मैं आपके लिए ऐसे ही विषय पर एक सेक्स कहानी सुनाने आया हूँ. मेरा विश्वास है कि इस हॉट चुत सेक्स कहानी को पढ़ कर यहां सब लड़के अपने लंड हिलाएंगे और लड़कियां अपनी चूत में उंगली डालकर पानी निकालेंगी.

ये हॉट चुत सेक्स कहानी छह महीने पहले की है. उस समय मैं हैदराबाद में काम के सिलसिले में नया नया ही आया था. मेरी नौकरी एक अच्छी कंपनी में लगी थी.

चूंकि मैं सिंगल था और चूत का प्यासा था तो सबसे पहले मैंने चुत की जुगाड़ करने की सोची. मैंने टिंडर पर अपना अकाउंट बनाया और ढूँढना चालू कर दिया.

करीब एक महीने बाद एक 38 साल की औरत का मुझे टिंडर पर लाइक आया.

मैंने उससे बात की तो पता चला कि वह तलाकशुदा है; उसे साथी की तलाश है जो उसे सही से समझे और जिसके साथ वह वक़्त बिता सके. उसकी बेटी विदेश में थी और वो इधर अकेली रहती थी.

मैंने भी उसे अपनी ज़रूरत बताई कि मुझे चूत की प्यास है बस. इससे ज्यादा मैं उसे कुछ नहीं दे सकता. उसने हां कर दी.

धीरे धीरे हमारी बातें शुरू हो गईं. उससे सेक्स चैट करना मेरे लिए रोज़ की बात हो गई थी.

फिर एक दिन मैंने उसे वीडियो सेक्स करने के लिए मना लिया.

उस रात मैं उसके मोटे मोटे स्तन देख कर अपना लौड़ा हिला रहा था. वह भी मेरा लौड़ा देख कर शर्मा रही थी. पर मुझे उसकी आंखों में मेरी उंगली को अपनी चूत में लेने की वासना दिखी.

ये वासना एक ऐसी चीज़ है, जो आपसे कुछ भी करवा सकती है.

एक हफ्ते ऐसे ही रोज़ वीडियो सेक्स करके मैंने उसे पूरा गर्म कर दिया था.

मैं यहां पर कहानी रोक कर अपने साथी भाइयों को बताना चाहूंगा कि अगर आप औरत के साथ सेक्स में जल्दबाज़ी करेंगे तो सिर्फ आपको ही चरम सुख मिलेगा. उसे कुछ नहीं मिलेगा. अगर आप चाहते हैं कि आपके साथी को भी चरम सुख की प्राप्ति हो, तो उससे धीरे धीरे गर्म कीजिए. फिर देखिए आपको सेक्स का असली मज़ा समझ आएगा.

माफ़ कीजिए मैं आपके उसका नाम बताना भूल गया. पर मैं उसका असली नाम उजागर करना नहीं चाहता हूँ. इस कहानी के लिए हम उसका नाम समीना (बदला हुआ नाम) मान लेते हैं.

हालांकि नाम में क्या रखा है. आप सब अपनी अपनी गर्लफ्रेंड का नाम लेकर अपना लंड हिला लीजिए.

अब समीना से रोज़ वीडियो कॉल पर सेक्स करना बर्दाश्त नहीं हो रहा था. अंत में वह अपनी वासना के आगे झुक गई और उसने मुझे अपने घर बुला ही लिया.

पर उसने पहले मुझसे वादा लिया कि मैं यह बात किसी को भी ना बताऊं. आज ये सेक्स कहानी भी मैं उसकी परमिशन से ही लिख रहा हूँ. वह इस सेक्स कहानी के माध्यम से आप सभी से जानना चाहती है कि उसने मेरे साथ सेक्स करके सही किया या नहीं.

जब मैं समीना के घर पहुंचा, तो वह बहुत डरी सहमी हुई थी. उसके बच्चे विदेश में थे और वह अकेली अपना बिज़नेस करती थी. फिर भी उसको लग रहा था कि वो कुछ गलत कर रही है.

मैंने उसके घर जाकर जल्दबाज़ी ना करके पहले उससे बात की.

उसके तलाक को तीन साल हो चले थे. उसने तीन साल से चुदाई भी नहीं की थी. वो बस काम में अपना समय पास करती थी.

मैंने उसके पास बैठ कर उसे समझाया कि जिस्म की भी अपनी एक प्यास होती है, जिसे हम नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते.

करीब एक घंटे तक मैंने उससे सामान्य बातचीत की. इस दौरान न तो मैंने उसके साथ किसी तरह की सेक्स सम्बन्धी चर्चा की और न ही उसके साथ किसी तरह की छेड़छाड़ की.

वो मेरी इस बात से काफी हद तक खुद को संयत कर चुकी थी और अब उसके चेहरे पर किसी भी तरह का भय नहीं दिख रहा था, वो पूरी तरह से रिलेक्स हो चुकी थी.

मैंने उससे कहा कि यदि तुमको मेरे आने से कोई दिक्कत हो तो मैं अभी के अभी चला जाऊंगा. मगर तुम विचलित हुई, तो शायद तुम्हें तृप्ति नहीं हो सकेगी, जिसके लिए तुमने मुझसे दोस्ती की है. इसलिए पहले अपने आपको तुम शांत और सहज करने का प्रयास करो.

वो मेरी इस बात से बहुत खुश हो गई. और उसने मुझसे एक दोस्त की तरह बात करना शुरू कर दिया.

फिर बातों ही बातों में मैंने उसका हाथ पकड़ कर उसकी गर्दन में चूमना शुरू कर दिया. वो मस्त होकर मादक आवाज में सिसकारने लगी. मैं समीना की सिहरन को महसूस कर सकता था.

उससे किस करते करते मैंने उसे अपनी बांहों में उठा लिया. वो मेरी गोद में बड़ी खुश लग रही थी.

मैं उसे चूमते हुए उसके बेडरूम तक ले गया. उसका शरीर बहुत मस्त था. वह जिम जाती थी और उसने शरीर को काफी मेंटेन कर रखा था.

उसके ऊपर बहुत से लोगों ने डोरे डाले थे मगर किसी को तलाक के बाद उसने बदनामी के डर से आज तक किसी को भी खुद को छूने नहीं दिया था. यह मेरी खुशनसीबी थी कि मैंने पहले दिन से ही उसके दिल में जगह बना ली थी. इसलिए आज समीना मेरा लंड भी लेने को तैयार हो गई थी.

समीना को किस करते करते मैंने उसे बिस्तर पर लिटा दिया था. अब मेरे होंठ उसके होंठों का रस पी रहे थे और मेरे हाथ उसकी चूत को साड़ी के ऊपर से रगड़ रहे थे.

उसकी चूत गीली हो चली थी, ये मैं महसूस कर सकता था.

फिर मैंने उसकी साड़ी का पल्लू हटा दिया और उसके बड़े बड़े स्तनों को दबाना और चूमना शुरू कर दिया था. वह पागल हो चली थी.

34-डी साइज के उसके स्तन तीन साल से किसी मर्द ने छुए भी नहीं थे.

उसके स्तन बहुत ही ज्यादा कोमल थे. उन्हें दबा कर और चूस कर मुझे तो जैसे जन्नत नसीब हो गई थी.

समीना भी उस दिन सब कुछ भूल कर चाहती थी कि मैं बस उससे प्यार करूं.

मैंने भी अपने लंड को उसकी चूत पर ऊपर से रगड़ना शुरू कर दिया था.

मेरे होंठ उसके रसीले होंठों का रस पी रहे थे. हाथ उसके स्तनों को ज़ोर ज़ोर से दबा रहे थे … और लौड़ा उसकी चुत को ऊपर से रगड़ रहा था.

मैं अपने शरीर का सही इस्तेमाल करके उससे गर्म कर रहा था. चाहता तो मैं आम लड़कों की तरह सीधे लौड़ा उसकी चूत में पेल सकता था, पर मैं इस खेल का कोई नौसिखिया नहीं … बल्कि एक शातिर खिलाड़ी था.

आधे घंटे तक मैं ऐसे ही समीना को गर्म करता रहा. अब तक उसकी चूत दो बार पानी छोड़ चुकी थी. मेरा रास्ता साफ़ था.

उसने मादक आवाज में लगभग चिल्ला कर कहा- अब डाल भी दो … मैं सालों से प्यासी हूँ. आह मेरी प्यास बुझा भी दो. क्यों तरसा रहे हो?

मैंने अपना लौड़ा उसकी चूत पर टिकाया और धीरे धीरे अन्दर उसकी चूत में डालने लगा. मैं उसे चूमते हुए चोदने में लगा था. लंड चुत में अन्दर लेते हुए उसने मुझे कसके जकड़ लिया था.

वो गर्म आवाज में मेरे कान में बोली- आह यही चाहिए मुझे … मेरी चूत मारो अच्छे से … मैं तुम्हें अब कहीं जाने नहीं दूंगी. ऐसे ही लंड अन्दर जाने दो.

मैंने धीरे धीरे करके पूरा लंड चुत में पेवस्त कर दिया था. उसे कुछ दर्द हो रहा था लेकिन कुछ ही देर में चुत ने लंड के लिए जगह बना दी थी और उसने भी नीचे से ठुमके लगाना शुरू कर दिए थे.

अब मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी थी और धीरे धीरे से अब मैं जल्दी जल्दी धक्के मारने लगा. उसकी चूत पहले से गीली थी … तो सब कुछ आराम से हो रहा था.

मैंने कंडोम नहीं पहना था क्योंकि वह तीन साल बाद लंड का स्पर्श महसूस कर रही थी.

मैं चाहता था कि वह लौड़े का पूरा मजा ले. मैं समीना को पूरा चरम सुख देना चाहता था. मेरे हर झटके के साथ उसको इस परम सुख का अहसास भी हो रहा था.

मैं महसूस कर सकता था कि जितनी बार मेरा लौड़ा उसकी कोमल चूत को प्यार से फाड़ रहा था. उतनी बार वो मुझे चूम रही थी. मेरी यह अदा समीना को मेरा दीवाना बना रही थी.

मैं कामुक मर्द की तरह चुदाई को जल्दी जल्दी नहीं करता हूँ. बल्कि प्यार से आराम से धीरे धीरे चुत की चुदाई का मजा लेने में विश्वास रखता हूँ.

काफी देर तक समीना को एक ही पोजीशन में चोदने के बाद मैंने पोजीशन बदलने को कहा.

मैं चाहता था वह भी लंड का पूरा मज़ा ले. इसलिए मैंने उससे काउबॉय पोजीशन में सेक्स करने को कहा. ताकि वह भी इस सेक्स में पूरी तरह मग्न हो सके.

औरतें काउबॉय पोजीशन में खुद को काबू में नहीं रख पाती हैं और लौड़े का पूरा मज़ा लेती हैं. उन्हें मज़ा लेता देख कर हम मर्दों को भी मज़ा मिलता है. इस पोजीशन में महिलाओं की चुदाई के साथ उनके स्तनों को दबा कर उन्हें और मज़ा देना चाहिए.

कुछ मिनट बाद मैंने समीना को अपने ऊपर आने को कहा. वह मेरे ऊपर चढ़ कर मेरा नाम लेकर अपनी गांड को ऊपर नीचे कर रही थी. मैं जितनी बार लंड चूत में अन्दर बाहर कर रहा था, उससे उसे और मुझे दोनों को ही चरम सुख की प्राप्ति हो रही थी.

असली सेक्स वही होता है, जिसमें दोनों पार्टनर को चरम सुख की प्राप्ति हो.

करीब आधा घंटे के लम्बे सेक्स के दौरान समीना दो बार झड़ी थी. उसके बाद तीसरी बार में हम दोनों ने एक दूसरे के रस का संगम करके पूर्ण आनन्द की प्राप्ति कर ली थी.

उस रात हम दोनों ने चार बार सेक्स किया. मैंने तीन बार अपना गर्म गर्म स्पर्म उसकी सूखी चूत में ही निकाला. वह मेरा वीर्य अपनी सूखी चूत में लेकर धन्य हो चुकी थी. तृप्ति उसके चेहरे पर साफ़ दिख रही थी.

मेरा लंड नार्मल साइज का है, पर आगे से थोड़ा मोटा है. मेरा स्टैमिना भी बहुत ज्यादा है क्योंकि मैं हस्तमैथुन नहीं करता हूँ. सिर्फ सेक्स करता हूँ.

चौथी बार डॉगी स्टाइल में करने से समीना के स्तन लटक लटक कर हिल रहे थे. मैं उसके कोमल स्तनों को दबाते हुए उसकी चूत में लंड अन्दर बाहर कर रहा था.

पूरी रात की चुदाई के बाद जब हम सुबह सोकर उठे, तो समीना बहुत खुश थी. उसे देख कर मुझे ऐसा लगा कि उसे ज़िन्दगी में सब कुछ मिल गया था.

ये सेक्स होती ही ऐसी चीज़ है. इससे बड़ा नशा दुनिया में कुछ भी नहीं है दोस्तों. दारू तो खामखां बदनाम है.

उसने सुबह मुझे चूमा और मेरा शुक्रिया किया. वह शुरू में सेक्स करना नहीं चाह रही थी.

मैंने ही उसे पूरा तैयार करके उसकी मर्ज़ी से सेक्स किया.

मैं घर जाने के लिए उठा.

उसके बाद लगातार 6 महीने तक हैदराबाद में उसके घर में ही हम दोनों हर वीकेंड पर सेक्स करते थे.

मैंने उसे शॉवर में सेक्स करना … ब्लो जॉब … अनाल सेक्स … सब कुछ सिखाया. ये सब मैं आपको किसी और सेक्स कहानी में विस्तार से लिखूंगा.

आप सोच रहे होंगे कि सब कुछ तो अच्छा हुआ है … फिर समीना ने आपकी राय किस चीज़ पर मांगी है.

दरअसल एक बार जब हम दोनों उसके घर में सेक्स कर रहे थे, तो उसकी बेटी विदेश से उससे बिना बताए घर आ गई थी. और उसने हम दोनों को नंगी स्थिति में चुदाई करते देख लिया था.

अपनी मां को कम उम्र के लौंडे के साथ यह सब करता देखा तो वह यह धारणा बना बैठी थी कि उसकी मां बहुत बड़ी चुदक्कड़ है और सालों से यही करती चली आ रही है. शायद इसी वजह से उसकी मां का तलाक उसके बाप से हो गया था.

आज उस बात को एक महीना हो गया था. मगर समीना समझ नहीं पा रही थी कि अपनी बेटी को अपना अकेलापन और अपने शरीर की ज़रूरत कैसे समझाए.

मैंने तो उससे सुझाव दिया था कि उसे भी अपने खेल में इन्वॉल्व कर लो … थ्री-सम सेक्स करते हैं.

पर समीना सबसे पहले एक अच्छी और आदर्श मां है … इसलिए वह इस प्रॉब्लम का सोल्यूशन नहीं निकाल पा रही है.

अगर आपके पास कोई हल है, तो मुझे मेरी ईमेल आईडी पर ज़रूर बताएं. अगर आपका सोल्यूशन मुझे पसंद आया तो मैं समीना को बोलूंगा कि वह अपनी बेटी से बात करे. वरना लास्ट ऑप्शन वही है कि मैं समीना को बिना बताए उसकी बेटी को पटा कर चुदाई कर लूं.

इस तरह समीना की बेटी उससे माफ़ भी कर देगी और उसकी हालत समझ भी लेगी. आखिरकार एक चुदाई करने वाला ही दूसरी चुदाई करने वाली की व्यथा समझ पाता है.

आप लोगों के सुझाव का इंतज़ार रहेगा. प्लीज कोई समीना का सम्पर्क नम्बर ना मांगे. समीना कोई रंडी नहीं है कि किसी के साथ भी कर लेगी. वह मुझसे प्यार करती है, इसलिए मेरे साथ सेक्स करती है.

मैंने उससे अपनी प्यास के बारे में बताया है तो उसने वादा किया है कि उसकी समस्या हल होने के बाद वह मुझे अपने उम्र के साथी दोस्तो से मिलाएगी और मुझे उनकी प्यास बुझाने का मौका देगी.

कुछ लोग कहेंगे कि 35 या 30 के बाद औरत की चूत फ़ैल जाती है, तो मैं उनको बताना चाहूंगा कि जो मज़ा एक शादीशुदा और अधेड़ उम्र की औरत के साथ सेक्स करने से आता है, वह जवान लड़की के साथ चुदाई नहीं आता. यकीन ना हो तो एक बार करके देखें और फिर मुझसे अपना एक्सपीरियंस शेयर करें. आपके सुझावों का इंतज़ार रहेगा.

आपको मेरी हॉट चुत सेक्स कहानी अच्छी लगी होगी. मुझे ज़रूर लिखें.

अगली सेक्स कहानी में आपको समीना के साथ ब्लोजॉब और अनल सेक्स के बारे में लिखूंगा, जो कि उसका पहला अनुभव था. क्योंकि उसका पति सिर्फ उसकी चूत में दो मिनट लंड पेल कर माल निकाल कर सो जाता था. [email protected]