सेक्सी लड़की के मोबाईल में नंगी फोटो

पाठको, मेरा नाम विशाल है, मेरे लम्बे लंड से आपके खड़े लंड और भीगी चूत को नमस्कार।

यह मेरी पहली कहानी है.. यह तब की बात है.. जब मैं 12 वीं में पढ़ता था। तब मेरी उम्र 19 साल थी। मैं स्कूल के बाद कोचिंग भी करता था। मेरे घर से कोचिंग बहुत दूर था.. क्योंकि मेरा घर गाँव के बहुत अन्दर था।

मेरे क्लास में लड़के और लड़कियां दोनों पढ़ते थे। उसमें एक लड़की थी जो बहुत ही खूबसूरत थी.. उसका नाम सौम्या था। मैं उसको पहली बार देखते ही पागल हो गया था। उसके मम्मों का आकार काफी बड़ा था।

वो काफी बातूनी थी और थोड़ी पढ़ाई में कमजोर भी थी। इसका मैंने फायदा उठाया.. मैं उसको हेल्प करने लगा और वो मुझसे बात भी करने लगी।

वो जब भी मेरे पास बैठती.. तब मेरा लंड खड़ा हो जाता था, मेरा उसको चोदने का मन करने लगता था। धीरे-धीरे वो मुझसे काफी घुल-मिल गई, हम लोग आपस में सेक्स की भी बातें करने लगे।

फिर मैंने उससे थोड़ी और नजदीकियां बढ़ानी शुरू कर दीं। हम लोग एक साथ बाहर भी घूमने जाने लगे। मैं पढ़ाई के बहाने कभी-कभी उसके मम्मों को भी दबा दिया करता था।

एक दिन मैंने उसका मोबाइल एक दिन के लिए माँगा। मैंने देखा कि उसने काफी सारे सेक्सी फोटो रखे हुए थे।

मैंने दूसरे दिन उसको ब्लू-फिल्म का वीडियो भरकर दे दिया और कहा- घर जाकर मोबाइल को जरूर देखना! दूसरे दिन वो आई.. बोली- क्या तुम भी देखते हो.. इसमें क्या खतरनाक वीडियो डाला है यार मजा आ गया।

फिर एक बार मैंने उससे पूछा- क्या तुमने कभी सेक्स किया है? उसने कहा- नहीं, पर करना चाहूंगी।

मैंने कहा- क्या तुम मेरे साथ करना चाहोगी? तो उसने कहा- नहीं.. मुझे बहुत डर लगता है। मैंने कहा- कुछ नहीं होगा.. मैं हूँ न।

मेरे मनाने के बाद वह मान गई।

मैंने कहा- करेंगे कहाँ? तो उसने कहा- मेरे घर पर.. क्योंकि मेरा घर नजदीक है और कल मेरे घर पर कोई नहीं रहेगा। तो मैंने कहा- ठीक है।

मैं दूसरे दिन वहाँ गया और कुछ ब्लू-फिल्म की सीडी भी ले गया।

मैं हैरान रह गया जब उसने दरवाजा खोला तो… उस दिन वह केवल ब्रा और पिंक पैन्टी में थी.. क्या मस्त माल लग रही थी।

हम दोनों ब्लू फिल्म देखने लगे, सेक्स सीन चालू थे.. वह गर्म होने लगी, मैं उसकी चूचियों को दबाने लगा, वह ‘आह.. उह..’ करने लगी।

उसकी पैन्टी में मैंने हाथ डाला, वह गीली हो चुकी थी। मैंने अपना खड़ा लंड निकाला और कहा- लो डार्लिंग चूसो.. उसने मना कर दिया।

‘ठीक है.. तो मैं तुम्हें नहीं पेलूँगा।’ उसने कहा- रुको यार.. करती हूँ।

हम लोग 69 में होकर चूसने लगे, वो अब झड़ने वाली थी और मैं भी किनारे पर था। मैंने उसका पूरा रस पी लिया.. पर उसने गिरा दिया।

मैंने कहा- यह क्या किया?

उसने कहा- तड़पाओ मत मुझे जल्दी से चोद दो.. मैंने कहा- थोड़ा सा दर्द होगा। ‘सह लूँगी!’

कुछ देर मैं उसके नंगे बदन से खेलता रहा, चूत, चूतडों और चूचियों को मसलता रहा तो मेरा लंड दोबारा खड़ा हो गया.

मैंने थोड़ा थूक लगाकर चूत में लण्ड डाला, सुपारा जाते ही वो चिल्लाने लगी। मैं उसे किस करने लगा और थोड़ी देर बाद एक झटके में पूरा लंड उसकी बुर में पेल दिया।

वो ‘आह.. उह..’ करने लगी। उसकी चूत बहुत टाइट थी।

फिर मैंने धीरे-धीरे धक्के मारना शुरू कर दिए। कुछ देर धीरे करने के बाद मैंने स्पीड बढ़ा दी और हचक कर धक्के मारता रहा। वो चिल्ला रही थी- आह आह आह उह.. ओह विशाल..

वो अब झड़ने वाली थी, मैं उसको देर तक पेलता रहा, इस बीच वो 3 बार झड़ चुकी थी, मेरा भी अब गिरने वाला था, मैंने स्पीड और बढ़ा दी।

मैंने कहा- मेरा होने वाला है.. और मैंने उसकी चूत में सारा माल गिरा दिया। कुछ देर आराम करने की बाद मैंने उसकी गांड में अपना लंड डाला और पेलने लगा।

उस दिन मैंने उसे कई बार पेला और हम अब हर मौक़ा मिलने पर सेक्स करते हैं। इसी के साथ मैं अपनी सच्ची कहानी से आप सब को विदा कहता हूँ।

उस दिन के बाद मैंने गाँव की कई लड़कियों की बुर की सील तोड़ी है। अगली बार फिर पेला-पेली की नई कहानी.. सौम्या की कजिन को खेत में कैसे चोदा.. लिखूंगा। मुझे पता है आप मुठ मार रहे होंगे। [email protected]