मेरी चूत मेरे यार, बॉस और भाई ने चोदी

हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम फेहमिना इक़बाल है, 26 साल की हूँ, नॉएडा में रहती हूँ।

मेरे घर पर कुल 5 सदस्य रहते हैं, मम्मी, पापा, मेरी एक बहन आयेशा और मेरा भाई साहिल! मेरा भाई 24 साल और बहन 21 साल की है, वो दिखने में बहुत सेक्सी है, उसके भी बहुत चाहने वाले हैं।

मैं दिखने में बहुत खूबसूरत हूँ और मेरी बहन भी बहुत खूबसूरत है, मेरी हाईट 5’4″ है, रंग गोरा है। मेरे बूब्स बहुत बड़े तो नहीं है, मेरा साईज 32-27-34 है।

मेरे कॉलेज में मुझे सारे लड़के लाईन मारते थे और मुझे देखकर अपने लंड को हिला हिला कर पानी निकालते हैं।

उस समय की बात है जब मैं जॉब की वजह से अलग शहर में रहती थी। मेरे मम्मी – पापा और साहिल अलग शहर में रहते थे और आयेशा होस्टल में रह कर पढ़ रही थी।

मैं यहाँ रहकर जॉब करती थी और साहिल अपने लिए जॉब ढूंढ रहा था मगर उसको उस शहर में कोई जॉब नहीं मिल रही थी तो पापा ने मुझसे कहा कि साहिल को भी अपने साथ रख लो, उसको जॉब ढूंढने में हेल्प करो। पहले तो मुझे लगा कि अगर मेरा भाई यहाँ आ जाता है तो मेरी आज़ादी मुझसे छीन जायेगी क्योंकि यहाँ मुझे कोई रोकने वाला नहीं था।

कॉलेज के बाद मेरे 2 बॉय फ्रैंड भी बने थे और मैंने उन दोनों के साथ सेक्स के मज़े लिए थे मगर अलग अलग! मैं अपने बॉयफ्रेंड से मिलने जब मर्जी हो तब जा सकती थी।

दोस्तो, जैसे मैंने आपको बताया कि मैं जॉब करती हूँ तो वहाँ जो मेरा बॉस था, वो साला बहुत ठरकी था वो मुझे लाइन मारता था और मैंने अपने तरक्की के लिए अपने दोनों बॉस से चुदवा भी लिया था, वो दोनों मुझे मेरे घर आकर चोदते थे क्योंकि मैं अपने फ्लैट में अकेली रहती थी।

एक दिन की बात है, मैं अपने बॉयफ्रेंड के साथ फिल्म देखने गई थी। फिल्म देखने के बाद हमारा चुदाई का प्लान था, वैसे मैं कई बार उससे चुदवा चुकी थी।

उस दिन उसने मुझे मेरे घर पर बहुत चोदा मगर अचानक मेरा बॉस आ गया तो मेरे बॉयफ्रेंड को पता चल गया कि मैं अपने बॉस से चुदवाती हूँ। तो उसने मुझसे रिश्ता तोड़ दिया।

अब बस मैं अपने बॉस से चुदवाती थी मगर मेरा भाई मेरे पास रहने आ गया तो मैंने कुछ दिन से बॉस से नहीं चुदवाया था।

हम दोनों भाई बहन के मन में किसी के लिए कोई गलत फीलिंग नहीं थी, हम दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे मगर भाई बहन वाला।

भाई को मेरे पास आये हुए एक महीना हो गया था मगर उसे जॉब नहीं मिली थी तो वो घर पर ही रहता था इसलिए मैं बॉस को नहीं बुला सकती थी।

मेरी चूत भी अब लंड मांग रही थी मगर मैं कुछ नहीं कर सकती थी।

फिर एक दिन मैंने मेरे भाई को एक जॉब के बारे में बताया और उसे बोला कि जाकर इंटरव्यू देकर आ। वो अगले दिन इंटरव्यू देने चला गया।

मुझे पता था कि वो थोड़ी देर से आएगा इसलिए मैंने अपने बॉस को घर पर बुला लिया और फिर कुछ देर बाद वो आ गया और हम साथ में बैठकर बात करने लगे।

धीरे धीरे हमने अपने पूरे कपड़े खोल दिए और वो मुझे किस करने लगा। कुछ देर बाद उसने मुझे चोदना शुरू किया और वो मुझे जोर जोर से चोदता रहा, मैं भी पड़ी पड़ी अपने दोनों हाथों से कभी बूब्स कभी चूत को सहला कर चुदाई के मजे में मस्त थी।

मेरे मुँह से सिसकारियां निकल रही थी, अहाहा हहाहय ऊऊहयहा… मेरी जान राहुल… और ज़ोर से चोदो मुझे… और ज़ोर से… फक मी… फक मी! कर रही थी। हम दोनों को बहुत मज़ा रहा था।

लेकिन मुझे पता ही नहीं चला कि कब मेरा भाई आ गया और वो मुझे चुदते हुए खिड़की से देख रहा था। यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!

भाई को देखते ही मेरे हालत ख़राब हो गई मगर मैंने उसको इशारा करके जाने को कहा तो वो चला गया।

अब राहुल मुझे जोर से पूरे जोश से चोदे जा रहा था कि तभी उसने अपना सारा वीर्य मेरी चूत में ही छोड़ दिया, मैंने उससे कहा कि अब तुम जल्दी से जाओ भाई आने वाला होगा। तो उसने जल्दी से कपड़े पहने, वो चला गया।

उसे जाता देख मेरा भाई छुप गया ताकि राहुल को पता ना चले कि वो हमारी चुदाई देख रहा था।

मैं नंगी ही पड़ी थी और थोड़ी देर बाद बाथरूम में चली गई, अपनी चूत की सफाई करने लगी।

थोड़ी देर बाद साहिल घर आ गया।

शाम को जब हम दोनों एक साथ बैठकर खाना खा रहे थे, मेरा भाई मुझसे बोला- दीदी, आज दिन में घर पर कौन आया था? मैंने कहा- देख भाई, प्लीज किसी को इस बारे में मत बताना! तो उसने कहा- पहले यह बताओ कि वो था कौन?

मैंने कहा कि वो मेरा बॉस था। मेरे दोनों बॉस मेरे साथ ये सब करते हैं।

तो साहिल बोला- दीदी, आप उनको मना क्यूँ नहीं करती? मैंने बताया- भाई, मुझे अपनी तरक्की के लिए ये सब करना पड़ता है।

फिर उसने इस बारे में और कुछ नहीं पूछा। हम दोनों सोने चले गए।

इस बात को बहुत दिन बीत चुके थे।

एक दिन मैंने महसूस किया कि मेरा भाई मुझे गन्दी नज़र से देखता है। बाथरूम में मेरी ब्रा पैंटी पर किसी के लंड का पानी लगा होता था तो मैं समझ गई कि यह मेरा भाई ही हो सकता है।

मैंने सोचा कि उसे जो करना है करने देती हूँ।

यह सोच कर कि मेरा भाई मुझे सोच कर मुठ मारता है, मेरी चूत से पानी आने लगा और मेरी पैंटी पूरी गीली हो गई।

एक रात हम खाना खाने के बाद सोने चले गए। थोड़ी देर बाद भाई मेरे रूम में आया, बोला- दीदी, मैं कुछ कहना चाहता हूँ। मैंने कहा- बोलो क्या बात है? वो अचानक बोला- मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और तुम्हें चोदना चाहता हूँ।

यह सुनते ही मैंने साहिल को थप्पड़ मार दिया। लेकिन तुरंत ही मुझे मेरी गलती का अहसास हुआ तो मैंने उसे अपने गले से लगा लिया और उसे सॉरी बोला।

फिर मैंने उसे कहा- तू पागल हो गया है, हम दोनों भाई बहन हैं, हम दोनों के बीच ऐसा कुछ नहीं हो सकता।

मगर सच बताऊँ दोस्तो, तो साहिल से चुदने का मन मेरा भी कर रहा था क्यूंकि मैं भी बहुत दिनों से नहीं चुदी थी और मैं यह भी जानती थी कि अब यह मुझे चोदे बिना नहीं छोड़ेगा।

मुझे उसके सामने थोड़ा सा नाटक भी करना था। और मैं सच में उसे थोड़ा सा तड़पाना चाहती थी।

फिर उसने वही पुराने डाइलोग बोलने शुरू कर दिए कि हम भाई बहन से पहले लड़का और लड़की हैं, हम दोनों की अपनी अपनी जरूरत हैं और वो हम घर में ही पूरी कर सकते हैं।

मैंने पहले तो बहुत नाटक किया मगर मेरी चूत भी गीली हो चुकी थी तो मैं मान गई।

साहिल खुश हो गया और मुझे चुम्बन करने लगा। मुझे बहुत मजा आ रहा था। उस टाइम मैंने एक हल्की सी टीशर्ट और लोअर पहना हुआ था, सोते वक़्त मैं ब्रा पैंटी नहीं पहनती हूँ।

साहिल ने मेरे और अपने कपरे उतार दिए और हम दोनों नंगे थे। मुझे अपने भाई के सामने नंगी होने में शर्म आ रही थी मगर मेरा भाई मेरे नंगे बदन को देख कर पागल हो गया और वो मेरे बूब्स दबा रहा था, उन्हें जोर जोर से चूस रहा था।

मैंने साहिल का लंड देखा तो मेरे मुँह में पानी आ गया, मैंने सोचा कि आज तो मज़ा आ जायेगा। मेरा भाई का लंड बहुत बड़ा था, करीब 7 इंच का होगा और 3 इंच मोटा था।

साहिल ने मुझे आधा घंटे तक चूमा मेरे बूब्स दबाये।

वो बहुत धीरे धीरे मेरे बूब्स चाट रहा था तो मुझे और भी ज्यादा मस्ती चढ़ रही थी, उसके ऐसे बूब्स चाटने से मैं पागल से हो गई और उसे बोलने लगी- वाह मेरे राजा… पी जा अपनी रंडी बहन के दूध!

तो वो बोला- मेरी रांड, तेरा सारा दूध पी जाऊँगा। फ़िर वो बोला- आ जा मेरी रंडी अपनी भाई का लंड चूस!

मैंने कहा- भाई, मुझे लंड चूसना पसंद नहीं है। वो बोला- मेरी जान, बस एक बार अपने भाई के लिए! मैं बोली- क्यूँ नहीं मेरे बहनचोद भाई!

हम दोनों हँसने लगे।

मैं उसका लंड चूसने लगी, थोड़ी देर बाद वो बोला- चल रांड, मुझे तेरी चूत चाटनी है। हम दोनों 69 पोज़ में आ गए।

वो बहुत बढ़िया चूत चाट रहा था, मैंने उससे पूछा- पहले कितनी चूत चाटी हैं तूने? तो वो बोला- मेरी जान, तू पहली है।

थोड़ी देर बाद मैंने उसे बोला- भाई, अब देर मत कर, चोद दे अपनी रांड बहन को!

तभी साहिल मेरे घुटनों पर आया और मेरी चूत में अपना लंड डालने लगा और उसने अपना पूरा लंड जोर लगा कर डाल दिया। मुझे ज़्यादा दर्द नहीं हुआ क्योंकि मेरी चूत पहले से ही पूरी खुली थी क्योंकि में अपने यारों से और अपने बॉस से चुदवाती थी।

फिर साहिल मुझे ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा, तभी वो एकदम से स्पीड बढ़ा कर चोदने लगा और जोर के धक्कों पे धक्के दिये जा रहा था कि अब हम दोनों के साथ साथ बेड भी पूरा हिलने लगा था।

साहिल मेरे बूब्स दबा रहा था और किस कर रहा था। कुछ मिनट बाद साहिल ने अपना सारा वीर्य मेरी चूत में ही छोड़ दिया और मेरे ऊपर ही लेट गया।

इस दौरान में तीन बार झड़ चुकी थी। मुझे इतना मज़ा कभी किसी के साथ नहीं आया था क्योंकि सगे भाई से चुदने का अहसास अलग ही था।

हम साथ साथ बेड पर लेटे थे, थोड़ी देर बाद मैंने साहिल से कहा- सच बता, तूने कितनी लड़कियों को चोदा है? वो बोला- यार सच में यार तू पहली है।

फिर मैंने कुछ नहीं पूछा, हम दोनों ऐसे नंगे एक दूसरे की बाहों में बाहें डाल कर सो गए। थोड़ी देर बाद साहिल उठा और फिर से अपना लंड खड़ा करके फिर से मुझे चोदने को तैयार हो गया।

लेकिन मैंने उसे कहा- अब नहीं, हम कल ये सब कुछ दोबारा करेंगे। तुम यह बात किसी को मत बताना, हम दोनों चुदाई का मजा लेंगे।

हम सो गए।

अगली सुबह उसने उठते ही मुझे किस करना शुरू कर दिया और मैं भी पागलों की तरह उसे किस करने लगी और वो मेरे होंठों को चूसने लगा। उसने अपना एक हाथ मेरे बूब्स पर रख दिया, उसे दबाने लगा और साथ में अपने हाथ से मेरी चूत को सहला रहा था।

बहुत देर तक उसने मेरे बूब्स को चूसा, मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।

मेरी बॉडी को चूमते चूमते नीचे आकर मेरी चूत को चाटने लगा और मेरी जांघें फैला दी, फिर चूत को जीभ से चोदने और चाटने लगा। कुछ देर बाद चूत चाटने के बाद उसने लंड को हाथ से पकड़ कर अपनी बहन की चूत के मुँह पर लगाया और एक ही झटके में अपना तना हुआ लंड जोर से मेरी चूत में डाल दिया।

मैं बहुत जोर से चिल्लाई, उसने मेरे मुँह पर अपना मुँह रखा और मेरे मुँह को अपने मुँह से सील कर दिया। साहिल मुझे ज़ोर ज़ोर से झटके देकर चोदने लगा, वो मुझे एक रंडी की तरह चोद रहा था।

काफ़ी देर तक साहिल मुझे चोदता रहा और अब वो झड़ने लगा था, उसने मेरी चूत में अपना सारा वीर्य डाल दिया। मेरा दर्द थोड़ा कम हुआ और अब मुझे भी कुछ अच्छा लगने लगा।

मैं अभी भी साहिल के नीचे दबी हुई थी, वो अब तक मेरे ऊपर ही था।

कुछ टाईम बाद वो नीचे आया, मुझे अपनी बाँहों में भर कर किस करने लगा और बोला- मेरी जान, बहुत मज़ा आया तुम्हारी चुदाई में… और तुम्हें?

मैंने कहा- साहिल मुझे बहुत डर लगता है, कहीं मैं प्रेग्नेंट हुई? तो वो कहने लगा- मेरी जान, मैं हूँ ना, सब सम्भाल लूँगा।

मैंने कहा- साहिल अब उठो, मुझे आफिस जाने दो। भाई कहने लगा- आज से तुम मेरे साथ ही सोना, मैं तो रोज़ अपनी बहन चोदूँगा!

वह मुझे किस करने लगा और मेरे बूब्स मसलने लगा, मुझे चूमते चूमते ज़रा नीचे झुका और मेरे बूब्स को चाटने लगा, बूब्स को जोर से मुँह में लेकर चूसने लगा।

‘वाह क्या मेरी जान… ये बूब्स कितने प्यारे हैं।’ एक एक करके उसने मेरे बूब्स को ज़ोर ज़ोर से चूसा। फिर वो मुझसे कहने लगा- मेरी जान, मेरा लंड अपने हाथ में लेकर सहलाओ।

मैंने कहा- मैं अभी ऐसा नहीं कर सकती। तब वो चिल्लाया, मुझे कहने लगा- मैं जो कहूँ वैसा करो और तुझे इसके बाद में लंड को चूसना भी है। क्या तू अपने बॉयफ्रेंड का लंड नहीं चूसती?

मैंने कहा- मेरी जान, मुझे आफिस के लिए देर हो जायेगी। वो बोला- नहीं! उसने मुझे ज़ोर से बैठा दिया, मैंने उसका लंड अपने हाथ में लिया और सहलाने लगी। ऐसे ही कुछ देर मेरे बूब्स को चूसने के बाद वो उल्टा हुआ और अपना लंड मेरे मुँह के सामने रखा, कहने लगा- मेरी जान, इसे अपने मुँह में लेकर चूसो और तुम्हें मेरा लंड तो रोज़ ही चूसना है।

मुझे अच्छा नहीं लगा था फिर भी मैं उसका लंड मुँह में लेकर चूसने लगी और वो मेरी चूत चूस रहा था। मेरी लाईफ में पहली बार मैं ऐसा कर रही थी।

साहिल बोला- ज़ोर से चूसो!

मैं ज़ोर से चूसने लगी, तभी मेरी चूत से पानी निकलना शुरू हुआ, साहिल वो आराम से पीने लगा और उसने मेरे मुँह में अपना वीर्य छोड़ दिया। मुझे भी वो पीना पड़ा था।

अब उसने मुझे अपनी बाँहों में लिया और मुझे चूमने लगा, कहने लगा- मेरी जान तू तो बड़े अच्छे तरीके से चूसती है, बहुत मज़ा आया! अब तो तू रोज़ इसी तरह लंड को चूसना और मैं तेरी चूत को चाटूंगा।

मैंने साहिल को कहा- अब मुझे जाने दे। वो कहने लगा- मेरी जान, अब तो हर रोज़ हर रात मेरे साथ तुझे एक ही बिस्तर में गुजारनी है।

साहिल मेरे ऊपर चढ़ गया और अपना तना हुआ लंड मेरी चूत में ज़ोर से डाल दिया, मेरे बदन को चूमते चूमते मुझे झटके देकर चोदने लगा। वह ज़ोर ज़ोर से झटके देता ही जा रहा था, राहुल का लंड मेरी चूत के अंदर घूम घूम कर चुदाई कर रहा था।

तभी साहिल ने अपनी स्पीड बढ़ा दी वो और तेज़ी से चोदने लगा। उसने करीब आधे घंटे तक मुझे चोदा, उसने मुझे चाँद तारे दिखा दिये थे। ऐसे तो मुझे मेरे यार ने भी नहीं चोदा था।

कुछ देर में मैं झड़ने लगी लेकिन वो नहीं रुका, चुदाई करते करते उसकी स्पीड और बढ़ गई, मुझे लगा कि शायद वो भी अब झड़ने वाला है। और वो मेरी चूत में ही झड़ गया, मेरी चूत अपने वीर्य से भर दी।

जैसे ही चूत में लंड से वीर्य गिरा, मुझे ना जाने क्या हुआ, मैं पूरी अकड़ गई और तब उसकी स्पीड भी कम हुई। फिर कुछ देर बाद लंड अपने आप ही चूत से बाहर आ गया छोटा होकर!

उस रात नींद में से उठकर उसने मुझे कई बार चोदा, मेरी चूत फाड़ी और कई बार मेरी गांड भी!

मैं उससे बहुत खुश थी, हम रोज चुदाई करते हैं और एक दूसरे की हर जरूरत का ध्यान रखते हैं।

कुछ दिन बाद साहिल ने मुझे बोला- यार, मैं आयेशा को चोदना चाहता हूँ, तू कुछ कर ना? मैं बोली- देखती हूँ क्या कर सकती हूँ।

मेरी अगली सेक्स कहानी में आयेशा के साथ हमारे ग्रुप सेक्स की कहानी लेकर आऊँगी। तब तक के लिए बाय!

आप लोग कमेंट करके बताएँ कि कहानी कैसी लगी। यह मेरे भाई की ID है। [email protected] [email protected]