लंड देख कर मेरी बॉस की अन्तर्वासना भड़क गई

फ्रेंड्स, मैं राहुल, अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ, मैं 5’4″ का अच्छे जिस्म का लड़का हूँ और जरा शर्मीले स्वभाव का हूँ।

आज मैं अपनी पहली सेक्स कहानी आपके सामने पेश कर रहा हूँ। यह मेरा अनुभव मेरी महिला बॉस के साथ का है।

यह सब तब हुआ जब मैं जॉब सर्च कर रहा था.. और बहुत वक्त के बाद मुझे जॉब मिली। जॉब भी एक मॅन्यूफॅक्चरिंग कंपनी में मिली। जब मैंने जॉब शुरू की तब मुझे तब मेरे ऑफिस के लोगों ने बताया कि यहाँ की मैडम बहुत स्ट्रिक्ट हैं। उस वक्त मुझे पता चला कि हमारी बॉस एक लेडी हैं। अब तो उस लेडी को देखने का बहुत मन कर रहा था। दो-तीन दिन बाद मेरी मुलाकात मेरी बॉस से हुई। हमारी बॉस का नाम शिल्पा था,

जब वो फैक्ट्री में विजिट करने आईं तब उन्होंने मुझे देखा और मेरा नाम पूछा। मैंने उन्हें बताया- मैडम, मेरा नाम राहुल है। उन्होंने कहा- ओके.. मेरे हज़्बेंड का नाम भी राहुल है.. लेकिन वो दिल्ली में काम करते हैं और कभी-कभी ही आते हैं।

इसके बाद वक्त ऐसे ही निकलता गया और लगभग 6 महीने निकल गए। इस दौरान मैं जब भी हमारी मैडम को देखता था तो मेरे दिल में कुछ अजीब से फीलिंग आती थी।

एक दिन मैं फैक्ट्री से अपने रूम पर जा रहा था.. तब मुझे पैर में चोट लग गई। चोट की वजह से मेरे घुटने से बहुत ब्लड निकल रहा था। उसी वक्त हमारी मैडम भी वहाँ से निकल रही थीं, उन्होंने मुझे चोटिल अवस्था में देख लिया तो वो मेरे पास आ गईं, उन्होंने मुझसे कहा- चलो गाड़ी में बैठो.. मैं तुम्हें डॉक्टर के पास लेकर चलती हूँ।

हम डॉक्टर के पास गए.. तो डॉक्टर ने कहा- आपके घुटने में अंदरूनी चोट गहरी है.. इसलिए आपको 15 दिन रेस्ट करना होगा। खैर.. उधर से दवा आदि ली और कमरे के चल दिए।

रास्ते में मैडम ने मुझसे पूछा- तुम्हारे साथ कौन रहता है? मैंने कहा- कोई नहीं। मैडम बोलीं- फिर तुम्हारी केयर कौन करेगा? मैंने बोला- मैं मैनेज कर लूँगा।

मैडम मुझ पर नाराज़ होने लगीं- एक तो चोट लगी है.. फिर भी मैनेज कर लोगे.. कैसे कर लोगे? मैं चुप था। फिर मैडम ने कहा- चलो.. मेरे घर चलो, वहाँ पर सर्वेंट है.. जो तुम्हारी केयर करता रहेगा और टाइम पर मेडिसिन भी दे देगा। मैं मैडम के घर चला गया।

इन 15 दिनों में मैं ठीक हो गया और अपने काम पर फैक्ट्री में लौटने को तैयार था। इन 15 दिनों में मैं और मैडम काफ़ी क्लोज़ हो गए थे। जब रात को मैडम ऑफिस से घर आतीं तो उनके साथ बातें करना और कुछ गॉसिप भी करना हम दोनों का नियम सा बन गया था।

एक दिन मैडम ऑफिस गई हुई थीं और मैं बाथरूम में नहाने जा रहा था। कमरे का और बाथरूम का दरवाजा खुला था.. क्योंकि घर में कोई नहीं था इसलिए मैंने दरवाजा बंद करना जरूरी नहीं समझा।

लेकिन मैडम किसी कारणवश आधे दिन में ही घर वापिस आ गईं।

वो मेरे कमरे में आईं तो कमरे का दरवाजा खुला देख कर अन्दर आ गईं।

मैं बाथरूम में नहा रहा था। पानी की आवाज सुन कर मैडम बाथरूम की तरफ आईं और मुझको पूरा नंगा देख कर एकदम शॉक में आ गईं। उस समय मैं साबुन लगा रहा था।

मैडम ने मुझे ऊपर से नीचे तक देखा और उनका मुँह खुला का खुला ही रह गया। मेरे लंड का साइज़ काफी लम्बा और मोटा है। उस समय तो मैडम कुछ नहीं बोलीं और वहाँ से चली गईं।

रात को जब हम डिनर के लिए डाइनिंग टेबल पर आए.. तब मैडम ने मुझसे पूछा- तुम डोर क्लोज़ करके क्यों नहीं नहा रहे थे? तो मैंने ‘सॉरी’ बोला और मैडम ने कहा- आगे से ध्यान रखना।

एक दिन जब मैं फैक्ट्री में था। तब मैडम ने मुझे बुलाया और बोला- शाम को मेरे घर पर आना.. मुझे कुछ काम है। मैंने ‘ओके..’ कहा और अपने काम में लग गया।

मेरे दिमाग़ में चल रहा था कि क्या बात हो सकती है?

जब मैं शाम को उनके घर गया.. तब मैडम ब्लैक कलर की नाइटी में थीं और उनको देख कर मेरा दिमाग़ खराब हो गया। मेरा लंड एकदम खड़ा हो गया.. जो मैडम ने नोटिस कर लिया।

मैं अन्दर आ गया। मैडम बोली- आज मेरी तबियत ठीक नहीं है.. और मैं बोर हो रही हूँ इसलिए तुमको बुला लिया। मैं तो बस मैडम को ही देख रहा था, मैंने अपना लंड एड्जस्ट किया.. तो मैडम ने देख लिया।

उन्होंने पूछा- क्या कोई प्राब्लम है? मैंने ‘नहीं’ कहा.. पर मैडम नहीं मानी और फोर्स करने लगीं- बताओ.. क्या बात है? तब मैंने कहा- मैडम आप बहुत सेक्सी लग रही हैं।

मैडम अपनी तारीफ़ सुन कर हँसने लगीं, मैडम ने कहा- तुम यह सब भी देखते हो.. मैं मुस्कुरा दिया। मैडम मेरे पास आईं और बोलीं- क्या कभी किसी लड़की को किस किया है? मैंने कहा- हाँ किया है। बोलीं- किसे? मैंने कहा- जब मैं कॉलेज में था तब एक क्लासमेट को किस किया था।

यह कहते वक्त मेरी नज़र मैडम के मम्मों पर थी, मेरा मन कर रहा था कि अभी इनके मम्मों को पकड़ कर सारा का सारा दूध पी लूँ। फिर मैडम ने पूछा- तुम ड्रिंक करते हो? मैंने कह दिया- हाँ करता हूँ।

मैडम ने एक पैग बना कर दिया.. जो मैं एक ही झटके में डकार गया। मैडम बोलीं- तुम तो पीने में एक्सपर्ट लगते हो। तब मैंने कहा- आपको देख कर हो गया।

फिर मैडम मेरा हाथ पकड़ कर अपने कमरे में ले गईं। मैडम मेरे पास आईं और बोलीं- तुम मुझको बहुत अच्छे लगते हो और तुम मेरे साथ ही रहा करो। मैंने कहा- मैडम आप तो मैरिड हैं और आपके हज़्बेंड को पता चल गया तो बहुत प्राब्लम हो जाएगी।

तो मैडम ने कहा- वो तो साल में एक या दो बार ही आता है.. उसके लिए मैं अपनी कीमती जवानी तो खराब नहीं कर सकती। फिर उन्होंने पैग बनाए और हम दोनों ने चियर्स करके पिए।

अब मैडम को शायद थोड़ी गर्मी लग रही थी.. तो उन्होंने अपने नाइटी के दो बटन खोल दिए। जिसके बाद उनकी ब्रा और क्लीवेज साफ दिखाई देने लगी थी। मैं मैडम की तरफ देख आकर्षित हो रहा था और कुछ भी बोलने के लायक नहीं था।

तभी मैडम मेरे पास आईं और मेरी शर्ट के बटन खोलने लगीं।

मैं अपने मन में खुश हो रहा था.. पर कोई एक्सप्रेशन नहीं दे रहा था। एक-एक करके मैडम ने मेरे सारे बटन खोल कर मेरे शर्ट उतार दी और मेरी छाती के साथ खेलने लगीं।

मेरे भी लंड में कड़कपन होने लगा और मैंने उनको पकड़ कर एक गाल पर किस कर दिया.. जिससे वो मेरे तरफ सेक्सी स्टाइल में देखने लगी थीं।

वो मेरे पास आईं तो मैंने उनको अपनी बांहों में कस कर पकड़ लिया और उनके होंठों पर किस करने लगा। करीब 5 मिनट तक हम एक-दूसरे को किस करते रहे।

फिर मैंने मैडम के कान की लौ में किस किया.. तो वो और ज्यादा एग्ज़ाइटेड हो गईं और उन्होंने अपना एक हाथ मेरे लंड पर रख दिया।

उनके हाथ का स्पर्श पाते ही मेरी पूरी बॉडी में एक सिहरन सी होने लगी। मैंने मैडम को अपनी तरफ़ खींच लिया और उनके चूतड़ों को पकड़ कर दबाने लगा।

धीरे-धीरे मैडम बहुत हॉट हो गईं, फिर मैंने मैडम की नाइटी उतार दी और उनको बिस्तर पर लिटा दिया, मैडम अब सिर्फ़ ब्रा और पैन्टी में थीं.. वो बहुत सेक्सी लग रही थीं।

मैंने उनको अपने होंठों से छूना शुरू किया और धीरे-धीरे उनकी पूरी बॉडी पर किस करने लगा। मैडम ने मुझसे कहा- मेरे मम्मों को चूसो न!

मैंने उनकी ब्रा खोल दी और उनके मम्मों को चूसने लगा। उनके निप्पल बहुत ही सॉफ्ट और बड़े थे। मैडम मेरे सर को पकड़ कर अपने मम्मों पर दबाने लगीं। फिर मैंने उनकी नाभि को भी चूमना और चूसना शुरू कर दिया।

अब तो मैडम पूरी तरह से चुदासी हो गई थीं। मैंने उनकी जांघ पर भी किस किया और उनकी पेंटी के ऊपर से उनकी चूत को चूमने लगा.. जिससे मैडम की चुदास चरम पर आने लगी, अब वो मेरे सिर को जोर से पकड़ कर अपनी चूत पर रगड़ने लगीं।

मैंने मैडम की पेंटी भी उतार दी।

फिर हम 69 की पोज़िशन में आ गए, अब मैडम मेरे लंड को ज़ोर-ज़ोर से चूस रही थीं, मैं भी मैडम की चूत को कस कर चाट रहा था। मैंने अपनी बीच वाली फिंगर मैडम की चूत में घुसेड़ दी और ‘फिंगर फकिंग’ करने लगा। मैडम भी मेरा लंड का पूरा मज़ा ले रही थीं।

फिर मेरा जिस्म एकदम से अकड़ने लगा.. तो मैंने मैडम से कहा- उम्म्ह… अहह… हय… याह… मैडम, मैं झड़ने वाला हूँ। उन्होंने मेरा लंड मुँह से निकाल दिया और मैंने सारा पानी मैडम के मम्मों पर निकाल दिया। इधर मैडम एक बार पहले ही झड़ चुकी थीं।

फिर हम दोनों बिस्तर पर लेटे हुए अपनी साँसों को काबू करने लगे। थोड़ी देर बाद हम दोनों ने एक-एक पैग और पिया और फिर से एक-दूसरे को किस करने लगे।

मैडम मेरा लंड पकड़ कर हिला रही थीं, लंड फिर से खड़ा हो गया, मैंने मैडम को बिस्तर पर चित्त लिटा लिया और उनके दोनों पैर अपनी कमर पर ले लिए.. इससे उनकी चूत मेरे लंड के सामने आ गई।

मैंने अपना लंड उनकी चूत पर रखा और अन्दर डालने लगा। मैडम ने काफ़ी समय से सेक्स नहीं किया था इसलिए उनकी चूत थोड़ी टाइट थी।

एक-दो बार ट्राई करने के बाद मेरा लंड अन्दर घुस गया। मैडम दर्द से कराहते हुए बोलीं- राहुल धीरे से करो.. दर्द हो रहा है। दो मिनट बाद जब दर्द कम हो गया तो मैंने स्पीड पकड़नी शुरू की और मैडम को दम से चोदा।

फिर मैं झड़ने वाला था.. तो मैडम ने कहा- अन्दर ही निकाल दो.. मैं दवा ले लूँगी। मैंने अन्दर ही निकाल दिया।

इसके बाद हम दोनों ने पूरी रात में दो बार सेक्स किया और एक-दूसरे को हग करते हुए सो गए।

आप लोगों को यह एक सत्य घटना कैसी लगी.. मुझे ज़रूर मेल करना। आप सब लोगों का सहयोग रहा.. तो मैं अपनी कुछ और हिंदी सेक्स स्टोरी भी पोस्ट करूँगा।

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