कामसूत्र के खजुराहो में मौजां ही मौजां-1

दोस्तो… पिछली कहानी में दोनों बहनों रीना और रिंकी ने तय किया था कि दशहरे की छुट्टियों में दोनों अपने पतियों के साथ खजुराहो जायेंगी।

तो तय प्रोग्राम के अनुसार चारों तीन दिन के प्रोग्राम से खजुराहो पहुँच गए, होटल बुकिंग पहले ही करा ली थी। रीना और रिंकी ने कपड़े मस्ती के हिसाब से रखे थे और फुल बॉडी वेक्सिंग, टोनिंग और मेहंदी से सज कर ही आई थीं।

सुनील और अजय को यह तो मालूम था कि उन्होंने जो मस्ती अपनी सालियों के साथ की है वो दोबारा उन्हें मिल सकती है पर उन्हें यह नहीं मालूम था कि उनकी बीवी अपने जीजा का दैहिक शोषण कर के चुद चुकी है।

रीना और रिंकी ने उन्हें भी नीचे साफ़ करके और स्मार्ट बनके चलने को कहा था। तो होटल में चेक इन करते समय चारों जस्ट मैरिड का लुक दे रहे थे। उनके साथ ही दो और कपल्स ने चेक इन किया था, वो आगरा से आये थे। उनका नाम राहुल-मानसी और विशाल-कुमुद थे। उनकी भी 6 महीने पहले ही शादी हुई थी। इन चारों कपल्स के रूम बराबर बराबर ही थे।

रीना सुनील और रिंकी अजय अपने अपने रूम में जाकर फ्रेश हो रहे थे। सुनील ने तो एक ट्रिप का मन बनाया पर रीना बोली- अभी नहीं, दोपहर को… तभी अजय का फोन आया, उसने रूम में चाय नाश्ता का आर्डर किया था और वो उन्हें वहीं बुला रहा था।

रीमा ने रिंकी से फोन पर बात कर के उससे कहा कि उसने तो कपड़े बदल के सिर्फ फ्रॉक डाली हुई है तो क्या वो चेंज करके आये? तो रिंकी बोली- तूने तो फ्रॉक डाली हुई है, मैं तो शॉर्ट्स और मिनी टॉप में हूँ, यहाँ क्या शर्म… ऐसे ही आ जा! अजय और सुनील भी शॉर्ट्स और टीशर्ट में थे।

रीना और सुनील उनके कमरे में पहुंचे। रीमा और रिंकी का गेटअप देखकर सुनील और अजय का तो खड़ा हो गया… खैर माहौल मस्त हो रहा था। सुनील ने तो सीटी मारकर कहा- आज तो रिंकी, जलवा बिखेर रही हो… आज तुम मेरे पास बैठो!

रिंकी सुनील के बगल में बैठी और रीमा अजय के पास! नाश्ता निबटा कर सब लोग मंदिर घूमने निकले। चारों ने शॉर्ट्स और टी शर्ट्स पहनी। रिंकी के मम्मे तो टॉप से बाहर निकालने को बेताब थे और रीमा की पतली चिकनी टांगों के ऊपर मटकते चूतड़ किसी को भी दीवाना बना सकते थे।

सुनील के पास कैमरा था और उसने रिंकी के मम्मों और रीना के चूतड़ों की फोटो दबा कर लीं। मंदिर में कामुकता भरी मूर्तियों और अन्य पर्यटकों की मस्ती देख वो भी बेकाबू थे।

एक पेड़ के नीचे चारों लेट गये। सुनील के तो हाथ रुक ही नहीं रहे थे। रीमा बार बार उसे टोकती… तो रिंकी हंस कर बोली- जीजे, एक काम करो, रीमा को इनके पास भेज दो, मैं आपके पास आ जाती हूँ, जी भर के छेड़ लेना! सब हंस पड़े।

हाँ, अब आगे घूमने में रिंकी सुनील से टकरा कर चल रही थी और अजय रीमा से गप्पें मार रहा था। फोटो भी दोनों ने अदल बदल कर खिंचवाईं। आगे एक मूर्ति ग्रुप सेक्स की थी। उसे देख कर रिंकी ने सुनील को आँख मारी, सुनील भी अजय से बोला- क्यों अजय, पिछले जमाने के लोग ज्यादा समझदार थे। एक साथ चार लोग निबट लेते थे, खर्चा भी कम होता होगा।

अजय बोला खर्चा- कम कैसे? सुनील बोला- सोचिये अगर हम चारों एक ही कमरा लेते तो खर्चा भी कम होता और एक दूसरे को देखकर एंटरटेनमेंट भी होता। रिंकी बोली- एक और भी काम हो सकता था कि तुम दोनों महीने में तो पंद्रह दिन बाहर ही रहते हो तो तुम दोनों हम में से एक से ही शादी करते तो दोनों का काम चल जाता!

रीमा बोली- तू ही कर लेती… मैं तो एक से ही परेशान हूँ… सब खिलखिला पड़े।

तभी उन्हें घूमते हुए राहुल-मानसी और विशाल-कुमुद मिल गए। मानसी और कुमुद ने फ्रॉक पहनी थी डीप गले की, और दोनों अपने पतियों से चिपट कर चल रही थी। और राहुल और विशाल उन्हें चूम भी रहे थे।

अब चारों जोड़ों ने साथ साथ घूमने का तय किया। रिंकी को सुनील की बाँहों में देखकर मानसी से रहा नहीं गया, उसने पूछ ही लिया कि रिंकी का पति सुनील है या अजय.. सब हंस पड़े।

रीमा बोली- अभी ट्रायल चल रहा है, रिंकी को जाते समय जो अच्छा लगेगा वो उसके साथ चली जाएगी और चाहेगी तो दोनों को के जाएगी। हंसते हुए अजय ने बताया- रीमा और रिंकी बहनें हैं और दोनों की दोस्ती पक्की है, दोनों के बीच कुछ बंटा नहीं है, बस पति बाँट रखे हैं। रिंकी ने कहा- ऐसी जगह पर तो कॉकटेल का मजा है…

उन लोगों में विशाल सबसे मस्त और आशिक मिजाज था, ऐसी ही उसकी बीवी कुमुद भी लगी… तो कुमुद भी मानसी से बोली- मानसी तू विशाल के साथ घूम… मैं जरा राहुल की कंपनी एन्जॉय कर लूं!

अब क्या था, कुमुद राहुल की बाँहों में और मानसी विशाल की बाँहों में आ गई। अब चारों जोड़ों के पार्टनर बदल गए थे।

हंसी मजाक में घूमते हुए एक चुम्बन करती हुई मूर्ति को देख कर रिंकी बोली- चलो हम लोग भी ऐसे हो फोटो खिंचवायें। पर मानसी ने एक समझदारी की बात करी, वो बोली- पार्टनर्स बदल कर चुम्बन का फोटो ठीक नहीं!

अब वापस पार्टनर बदले गए और फ्रेंच किस में सबने फोटो खिंचवाईं। कुमुद वापस राहुल से चिपक कर कड़ी हो गई… सब हंस पड़े और फिर पार्टनर्स बदल गए।

तभी रिंकी चीखी- ओ माय गॉड, मेरे तो होठ ठंडे हो रहें हैं… सुनील फटाफट मुझे एक फ्रेंच किस दो.. दोनों के होंठ मिल गए.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… अब सबको रिंकी की बदमाशी समझ में आई। अब बाकी छहों के भी होंठ मिल गए।

दोपहर के 3 बज गए थे और सब ही चुदासे हो रहे थे, सब होटल की ओर मुड़ गए। सब लोग अपने अपने कमरों में चले गए और सभी काम क्रीड़ा में लग गए। हाँ, यह बात तय थी कि आज सभी मर्द अपनी बीवियों की चुदाई दूसरी समझ के कर रहे थे और उनकी बीवियाँ भी उनके लंड में दूसरे का लंड महसूस कर रही थीं।

चुदाई करके सभी सो गए।

कहानी जारी रहेगी। enjoysunny6969gmail.com