आर्मी ऑफिसर की पत्नी की चूत चाटी और चोदी

हैलो दोस्तो.. मैं अरुण एक बार फिर से आप सब बंदों और बंदियों का पानी निकालने के लिए एक नई स्टोरी आप सभी के सामने लाया हूँ। इससे पहले आपने मेरी पिछली कहानी पढ़कर मुझे अपने सुझाव भी दिए जो मुझे बहुत अच्छे लगे। साथ-साथ कुछ लड़कों से दोस्ती भी हुई है.. जो मुझसे कह रहे हैं कि मैं उनकी भी स्टोरी को लिख कर पोस्ट करवा दूँ।

आज ऐसे ही एक दोस्त ने मुझे अपनी एक स्टोरी लिखने के कहा जिसे मैं लिख कर यहाँ पोस्ट कर रहा हूँ। मेरे दोस्त अजय की इस कहानी को उन्हीं के शब्दों में आप सभी के सामने पेश है।

हैलो.. सभी मोटी गांड वाली भाभियों और आंटियों को मेरे खड़े लंड का नमस्कार। खम्मा घणी सा…

मैं अजय 20 साल का जवान लड़का जोधपुर (राजस्थान) का रहने वाला हूँ। मेरी हाइट 5 फुट 6 इंच है रंग आम हिदुस्तानी जैसा साफ़ है.. और लंड की नाप भी औसत से अधिक है।

मुझे विश्वास है कि महिलाएं मेरी स्टोरी को पढ़ कर अपनी चूत में उंगली जरूर करेंगी और लड़के पक्का मुठ्ठ मारकर अपने आपको शांत करेंगे।

मैंने सेकण्ड इयर के एग्जाम के बाद छुट्टियों में आर्मी एरिया में एसबीआई के एटीएम पर प्राइवेट सेक्यूरिटी गार्ड की जॉब ज्वाइन कर ली ताकि मैं अपना खर्चा निकाल सकूँ.. और पढ़ाई भी कर सकूँ। क्योंकि मैंने जोधपुर में अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए एक रूम रेंट पर ले रखा है और इस कमरे में अकेला ही रहता हूँ।

मैं रोज 10 बजे सुबह ड्यूटी पर जाता और शाम 4 बजे वापिस लौट आता। इसी दौरान में अपनी पढ़ाई एटीएम के केबिन में ही कर लेता था। क्योंकि इसी नवम्बर में एसएसबी का मेरा इंटरव्यू था और मेरे पास इतने पैसे नहीं थे कि मैं कहीं बाहर से कोचिंग ले सकूँ।

ऐसा करते-करते काफ़ी दिन गुजर गए। फिर मेरी जिन्दगी में एक दिन ऐसा मोड़ आया जिसके बारे में मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था।

उस दिन एक आर्मी ऑफिसर की वाइफ एटीएम से पैसे निकालने के लिए आई। जैसे ही वो अन्दर आई तो दोस्तो मेरा ध्यान किताब से हटकर सीधा उसके मम्मों और गांड पर अटक गया। ओह.. मस्त माल था.. क्या मोटी गांड थी यार.. और ऊपर से दो बड़े सख्त आम एकदम तने हुए थे.. माशाअल्लाह.. कुदरत की क्या कारीगरी थी।

उसका फिगर लगभग 36-34-38 का होगा.. और उम्र 33-35 के बीच की रही होगी। उसने पिंक कलर की टी-शर्ट और टाइट जीन्स पहन रखी थी.. जिससे उसकी गांड का उभार साफ़ दिख रहा था।

मेरा लंड तो पैंट के अन्दर ही टाइट हो गया था और इस बात को उसने भी नोटिस कर लिया था कि मैं उससे घूर रहा हूँ।

वो पैसे निकालने के बाद मुझसे मुखातिब हुई- तुम यहाँ पर गार्ड हो? मैं- यस मेम! वो- इतनी छोटी उम्र में नौकरी और पढ़ाई एक साथ? मैं- मैडम जी हालत और वक्त इंसान से सब कुछ करवा देता है.. वैसे भी मेरी अभी छुट्टियाँ चल रही हैं तो मैं ड्यूटी भी कर लेता हूँ और पढ़ाई भी हो जाती है।

वो- गुड.. अच्छी सोच है तुम्हारी.. वैसे तुम किसकी तैयारी कर रहे हो? मैं- मैं आर्मी ज्वाइन करना चाहता हूँ मेम इसमें एक ऑफिसर बनना चाहता हूँ। इसी नवम्बर में मेरा एसएसबी का इंटरव्यू है.. सो मैं इस बुक से उसी की तैयारी कर रहा हूँ.. क्योंकि मेरे पास इतने पैसे नहीं है कि मैं चंडीगढ़ या दिल्ली जाकर एसएसबी की कोचिंग ले सकूँ। वो- इफ़ यू डोंट माइंड.. मैं तुम्हारी इंटरव्यू की तैयारी में हेल्प कर सकती हूँ.. अगर तुम कहो तो..! मैंने ‘यस..’ बोल दिया, मैंने सोचा एसएसबी की अच्छे से तैयारी हो जाएगी।

वो- तुम्हारा नाम क्या है? मैं- अजय वो- अच्छा अजय.. तुम अपने मोबाइल का नम्बर दे दो मुझे.. मैं कॉल करके बता दूँगी। मैंने अपना मोबाइल नम्बर मैडम को दे दिया और उन्हें ‘थैंक्यू’ बोला। मैडम ने जाते हुए मुझे एक प्यारी सी स्माइल के साथ ‘ऑल द बेस्ट’ बोला।

दोस्तो एक बार तो जान ही निकल गई थी.. जैसे कोई राजस्थान की गरमी में ठंडी हवा का झोंका आया और चला गया।

एक हफ्ते बाद मेरे पास किसी अंजान नम्बर से कॉल आया, यह कॉल उसी मैडम का था, उसने मुझसे कहा- अजय एटीएम की मेन रोड पर आ जाओ.. मैं 10 मिनट में तुम्हें लेने आ रही हूँ।

मैं अपनी बुक और बैग लेकर रोड पर आ गया। ठीक 10 मिनट बाद एक होंडासिटी कार मेरे सामने आकर रुकी।

उसने कार की विंडो खोलते हुए कहा- अन्दर आ जाओ। मैं आगे वाली सीट पर बैठ गया.. और उसने कार अपने घर की ओर मोड़ दी। हम नॉर्मल बातचीत करते हुए 10-15 मिनट में उसके घर पहुँच गए।

दोस्तो मैं तो बताना ही भूल गया था.. उस दिन वो गजब का कहर ढा रही थी।

उसने नेवी ब्लू कलर की हाफ टी-शर्ट और टाइट जीन्स पहन रखी थी.. वो ऐसी लग रही थी जैसे कि सविता भाभी खुद चल कर मेरे पास आई हों।

फिर उसने घर का दरवाजा खोला और मुझे अन्दर आने को कहा, वो बोली- तुम सोफे पर बैठो.. मैं तुम्हारे लिए जूस बनाकर लेकर आती हूँ।

थोड़ी देर में वो मेरे लिए एक ग्लास जूस लेकर आई और मुझे ऑफर किया और खुद मेरे सामने ही दूसरे सोफे पर बैठ गई। मैंने कहा- मेम आपके लिए जूस? वो- मुझे तो कोई और जूस पसंद है.. तुम पियो। मैंने थोड़ा शरमाते हुए पूछा- कौन सा?

वो- खैर.. तुम मेरा छोड़ो.. मैं तुम्हें इंटरव्यू के लिए इंपॉर्टेंट और बेसिक बातें बता देती हूँ। मैंने जूस पीते हुए कहा- ओके मैडम।

इस बीच उसने मुझको इंटरव्यू के बारे में कई टिप्स दिए और बीच-बीच में वो मुस्कुरा भी देती थी। वो- तुम्हें इस बात को बहुत अच्छे से ध्यान में रखना होगा अजय.. कि इंग्लिश इज मस्ट इन इंटरव्यू। मैं- आई नो वेरी वेल मेम.. लेकिन मैं बहुत अच्छी इंग्लिश नहीं बोल सकता हूँ.. क्या आप बता सकती हैं कि मैं अपनी इंग्लिश स्पीकिंग कैसे सुधार सकता हूँ?

वो- ओके अगर तुम चाहो.. तो मैं तुम्हारी हेल्प कर सकती हूँ.. लेकिन बदले में तुम्हें भी मेरा एक काम करना पड़ेगा। मैंने बिना कुछ सोचे समझे ही ‘यस..’ बोल दिया। ‘मैडम.. आप जो कहोगी वो मैं करूँगा।’

फिर वो मेरे पास आकर बैठ गई और बोली- अजय इफ़ यू डोंट माइंड.. क्या तुम मेरे साथ सेक्स करोगे? उसने यह कहते हुए अपने एक हाथ से मेरी पैंट के ऊपर से ही मेरा लंड मसलना स्टार्ट कर दिया और एक हाथ से अपने चूचे प्रेस करने लगी.. तो मेरा लंड टाइट होने लगा जिसे उसने नोटिस कर लिया था।

फिर वो मुझे हाथ से लगभग खींचते हुए अपने बेडरूम में लेकर आ गई और मुझे बिस्तर पर धक्का देते हुए भूखी शेरनी की तरह मुझ पर टूट पड़ी। उसने मेरे होंठों से अपने गुलाबी होंठ चिपका दिए और जोर-जोर से किस करने करने लगी।

इस बीच मैं उसकी पीठ पर हाथ घुमा रहा था, बीच-बीच में उसके चूचे भी प्रेस कर देता.. जिससे उसको बहुत मजा आ रहा था। करीब 15 मिनट की चूमाचाटी के बाद उसने मुझे नंगा कर दिया और खुद ब्रा और पेंटी में हो गई।

दोस्तो, मेरी आँखें उसकी ब्रा में कैद उसके मम्मों पर ही अटक गईं। क्या नशीला शरीर था यार.. जैसे ऊपर वाले ने बिल्कुल फुर्सत में अपने हाथों से बनाया हो और मैंने इंटरनेट से उसे डाउनलोड किया हो।

फिर उसने मुझे बिस्तर पर सीधा लेटा दिया और खुद मेरे ऊपर आ गई और होंठों से किस करने लगी। उसके इस तरह से किस करने से उसके चूचे मेरी छाती से रगड़ने लगे.. और मेरा लंड उसकी पेंटी के ऊपर से उसकी चूत को टच करने लगा था।

सच में मुझे तो बहुत मजा आ रहा था, मैंने उसकी पीठ सहलाते हुए उसकी ब्रा के हुक खोल दिए.. और ब्रा खींच कर साइड में फेंक दी। अब मैं उसके ऊपर और वो मेरे नीचे आ गई जिससे उसके 2 रसीले आम मेरी आँखों के सामने आ गए.. मैं उनको जोर-जोर से चूसने लगा। साला पहली बार इतने रसीले आम चूस रहा था.. तो बीच में काट भी लेता था।

वो मस्त होती जा रही थी- आह्ह.. अजय और ज़ोर से काटो मेरी जान.. चूस लो आज मेरे मम्मों का पूरा रस चूस लो आह.. इन्हें निचोड़ कर रख दो.. आआहह.. ऊऊह.. यस.. वो मेरा सिर अपने दोनों हाथों से अपने मम्मों पर दबाने लगी।

उसके ऐसा करने पर मुझे और भी जोश आ गया और अब मैं उसके पूरे जिस्म को सहलाते हुए.. उसकी पेंटी के पास आ गया और पेंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाने और किस करने लगा। फिर मैंने उसकी पेंटी उतार कर एक साइड में फेंक दी.. और उसकी चूत पर एक प्यारा सा चुम्बन किया।

वो- आआहह.. ऊऊऊ यस अजय.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… सक माय पुसी.. और ज़ोर से चाटो.. आआअहह.. मैंने अपनी जीभ उसकी चूत पर रखी और धीरे-धीरे अन्दर-बाहर करने लगा। साथ ही मैंने अपनी 2 उंगलियों को भी उसकी चूत में घुसेड़ दिया था.. जिससे वो चिल्ला उठी- आआआहह.. ऊऊ.. यसस्स अजय.. सक माय पुसी हार्डर..’

उसके ऐसे कहने से मेरे में दुगना जोश आ गया और मैंने जीभ उसकी चूत के अन्दर तक फिराने लगा। वो जोर-जोर से मुझे गालियां देने लगी ‘आआहह.. ऊऊओहह.. ईई.. यएसस्स अजय.. और ज़ोर से मादरचोद.. चूस हरामी..’ वो मेरा सिर अपने दोनों हाथों से अपनी चूत पर दबाने लगी और एकदम से एक तेजधार उसकी चूत से बहने लगी और वो झड़ गई। मैंने उसकी चूत को चाट कर साफ़ कर दी।

उसकी चूत के रस को अपने होंठों में लेकर मैं अब उसके होंठों पर आ गया और उसको किस करने लगा। वो अपनी चूत के रस का स्वाद मेरे मुँह को चाट कर लेने लगी।

कुछ देर बाद हम दोनों 69 की पोज़िशन में आ गए। वो मेरा लंड अपने मुँह में लेकर चूसने लगी और मैंने उसकी चूत फिर से चाटनी शुरू कर दी।

कुछ मिनट के बाद फिर उसकी चूत ने एक बार और पानी छोड़ दिया.. जिसे मैं पूरा पी गया। थोड़ी देर बाद मैं भी उसके मुँह में झड़ गया और उसने मेरा पूरा माल एक ही बार में अन्दर निगल लिया।

अब हम दोनों सीधे लेट गए और एक-दूसरे को चूमने लगे। मैं एक हाथ से उसकी चूत सहला रहा था और वो मेरा लंड मसल रही थी। कुछ देर यूं ही मस्ती करने के बाद हम दोनों फिर से गरम हो गए और इस बार उसने अपनी चूत चोदने को कहा।

मैंने चुटकी लेते हुए कहा- आज मैं तुम्हारी चूत में भारत पाकिस्तान की सुरंग खोदूँगा। वो ज़ोर से हँसने लगी.. जैसे मैंने कोई संता-बंता का जोक सुनाया हो- हाह हाहा.. यू आर सो फनी..

मैं भी गरम लोहे पर हथौड़ा मारने से कहाँ चूकने वाला था, मैंने अपना लंड उसकी चूत के मुँह पर रखा और एक ही झटके में तोप के गोले की तरह उसकी चूत की सुरंग में पेल दिया।

वो- आअहह.. अजय लगता है तुमने तो सेक्स में पीएचडी कर रखी है.. लगता है आज तो तुम सच में पाकिस्तान की गांड में सुरंग खोद कर ही दम लोगे.. आह्हह अहहहह..

अब मैं उसकी चूत में अपना लंड आगे-पीछे करने लगा.. जिसे वो अपनी गांड उछाल-उछाल कर अपने अन्दर लेने लगी- ऊऊहह.. ईयसस्स.. अजय.. फक मी.. टू हार्ड.. आआह..

मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी.. और जोर-जोर से उसकी चूत में लंड अन्दर-बाहर करने लगा। मेरा लंड ऐसे काम कर रहा था जैसे किसी गुफा को खोदते टाइम ड्रिल मशीन को अन्दर-बाहर करते हैं, बीच में मैं उसके मम्मों को भी दबा देता था.. जिससे वो और सिहर उठती।

कुछ ही मिनट के बाद वो जोर-जोर से चिल्लाने लगी- आआआहह ऊऊऊऊ यस्स अजय फक मी हार्डर.. मैंने अपनी स्पीड दोगुनी कर दी और हम दोनों एक ही साथ झड़ गए।

क्या असीम आनन्द मिला उस वक़्त दोस्तो.. जिसने साथ में झड़ कर इस चरमसुख की प्राप्ति की हो.. वो ही इस आनन्द को समझ सकता है। हम दोनों तो जैसे जन्नत में थे।

मैं कुछ देर उसके ऊपर ही पड़ा रहा.. थोड़ी देर हम ऐसे ही चिपके हुए सोए रहे.. उसने मुझे किस किया और थैंक्स बोला। तो मैंने कहा- मेम थैंक्स तो मुझे आपको बोलना चाहिए..

फिर मैं जाने के लिए उठा और अपने कपड़े पहने.. तो उसने मुझे पूछा- तुम्हें एटीएम पर ड्यूटी करने के कितने पैसे मिलते हैं? मैं- 4000 रूपए! वो 6000 रूपए मेरे हाथों में देते हुई बोली- ये रखो और आज से एटीएम की ड्यूटी पर मत जाना.. मेरे यहाँ ड्यूटी करोगे.. तो मैं तुम्हें डबल पेमेंट दूँगी। मैंने भी ‘हाँ’ बोल दी।

उसने कहा- मैं फोन पर बता दूँगी। फिर उसने मुझे मेरे रूम तक ड्रॉप किया और प्यारी सी स्माइल के साथ ‘थैंक्यू..’ बोलते बाय कहकर चल दी।

यह थी मेरी सच्ची चुदाई की कहानी.. आपको कैसी लगी.. अपने प्यारे सेक्सी कॉंप्लिमेंट जरूर मेल करना। आपका अपना दोस्त अरुण [email protected]