गर्लफ्रेंड के साथ पड़ोसन की चुदाई-2

‘हाय नेहा भाभी…!’ सोनिया मुस्कराते हुए कमरे में आ गई- अब तो कमल तेरा भी मस्त यार है। क्यों? बहुत जोर से निकाल डाला क्या मेरे यार ने? सोनिया ने चंचल चुबली मस्त नेहा को अपनी बाहों में सामने से भर लिया और होंठों पर चूमने लगी- क्यों नेहा भाभी, मजा आया न यार के साथ सड़का मारने में? ‘हाय राम सोनी, तू बहुत बदमाश है… तू क्या बाहर से सब देख रही थी? सच में यह कमल बहुत मस्त यार है सोनी… आज तो बहुत जोर से सड़का मार डाला तेरे यार ने!’

नेहा कमल और सोनिया के बीच खड़ी बहुत खुश थी और सोनिया को अपनी बाहों में लिए हुए दोनों के प्यार का मजा ले रही थी। ‘नेहा भाभी, तू बहुत प्यारी मस्त दोस्त है… और अब तो मेरा यार भी तेरा यार है… बस अब दिल खोल कर प्यार का मजा लेंगे!’ सोनी ने नेहा को चूम कर कहा- क्यों है न मजे मस्ती वाली बात!

‘उस्स उफ़ सोनी… तुम दोनों के प्यार ने पहले से ही मुझे बरबाद कर रखा है.. अब क्या जान अपने प्यार से जान ही लोगे? उफ़ कमल आज तो सच में मस्ती चढ़ रही है राजा! चलो चाय बनाते हैं.. चाय पी कर ताश खेलेंगे!’ नेहा मस्त और खुश होकर सोनी और कमल को अपने साथ रसोई में खींच कर ले गई।

कमल ने नेहा को उसकी पतली कमर से पकड़ रखा था और सोनी को उसके चूतड़ों से… वो बोला- यह ठीक नहीं है भाभी, तूने वादा किया था कि तू मुझको अपनी कहानियाँ देगी? ‘हाय राम कमल राजा… तू मेरी कहानी का क्या करेगा… जबकि तेरे पास इतनी सुंदर सेक्सी सोनी सब कुछ करने के लिए है।’ नेहा ने मुस्करा कर रसोई में स्लैब के साथ खड़े कमल को देखा।

कमल ने अपनी बाहों में सोनी को पीछे से दबा रखा था और उसका हाथ सोनी की टी शर्ट के अंदर चूची पर और दूसरा हाथ सोनी की जांघों पर चल रहा था। सोनिया ने पीछे से हंस कर बोली- अरे मेरी प्यारी भाभी, तुझे मालूम नहीं है कि तू कितनी सुंदर और सेक्सी है.. मैं सच में तुझे बहुत प्यार करती हूँ और चोदना चाहती हूँ।

सोनिया कमल के साथ ही नेहा को पीछे से अपनी बाहों में लेकर उसकी पतली कमर पर सहलाने लगी- अब मैं यह जानना चाहती हूँ कि तुझे क्या और कैसे पसंद है ताकि हम तीनों साथ असली मजा ले सकें। सोनिया नेहा को गर्दन पर चूम कर उसके ब्लाउज में चूची से खेलने लगी।

‘अरे मेरी रानी.. मेरे लिए तो तुम दोनों का प्यार ही काफी है.. मुझे जब तुम दोनों एक दूसरे को छू कर चूम कर प्यार करते हो तो बहुत अच्छा लगता है। वो देख कर मुझे बहुत चुदास चढ़ती है और बहुत गर्म हो जाती हूँ।’ नेहा ने मग में चाय डाल उन दोनों को दे दी- अब तुम दोनों चाय पीयो, मैं अभी आती हूँ। कमल ने मेरी चूत में उंगली करके इतनी जोर से निकाला कि सारी पेंटी गीली हो गई, मैं इसको बदल कर आती हूँ। नेहा ने बदमाशी से हँसते हुए कहा और उछलती हुई अपने कमरे में चली गई।

कमल और सोनी हंस रहे थे- वाह भाभी, तू बहुत मस्त है। तुझे देख कर और तेरी इन मस्ती भरी बातों में बहुत मजा आता है। कमल ने पीछे से कहा। ‘मुझे भी तेरे इस प्यार में बहुत मजा आता है राजा..’ नेहा ने हंस कर जवाब दिया। कमल और सोनिया रसोई से बाहर आ गए।

थोड़ी देर के बाद नेहा आ गई, वो बदमाशी से मुस्करा रही थी, उसने अपनी साड़ी अपने चारों तरफ लपेट रखी थी, वो पैंटी और ब्रा और ब्लाउज निकाल कर आई थी। यह हिंदी चुदाई की कहानी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!

‘क्या बात है नेहा, बहुत मस्ती में मुस्करा रही है?’ सोनी ने उसकी मुस्कराती शक्ल और चमकती आँखें देख कर पूछा। ‘तू खुद ही देख ले! नेहा ने अपना मग उठा कर चुस्की लेते हुए कहा।

‘ओह माय गॉड… ओह… माय… गॉड, नेहा तू सच में बहुत मस्तानी प्यारी दोस्त है।’ सोनी को नेहा की साड़ी में उसके बड़े-बड़े निप्प्ल दिख रहे थे। सोनी ने नेहा को साइड से अपनी बाहों में ले लिया- सच में नेहा तुझे बाहों में लेकर चूम चूम कर प्यार करने को करता है।

‘हाय सच… सोनी, मेरा भी तुझे चूम चूम कर प्यार करने को करता है।’ नेहा ने सोनी को कमर से पकड़ अपना पल्लू नीचे गिरा दिया और अपनी गोल-गोल चूची बड़े बड़े निप्पल के साथ दिखा रही थी।

‘हाय राम अब मेरा क्या… तुम दोनों तो मजा ले रही हो, अब मेरा क्या होगा नेहा भाभी?’ कमल ने नेहा हो दूसरी साइड से बाहों में ले लिया। ‘हाय राम कमल… तू तो बस मुझे अपनी बाहों में लेकर मेरी कमर पेट चूची जांघों पर चूम कर ..छू कर प्यार कर… बहुत मजा आता है। नेहा ने कमल को चूम कर उसका हाथ अपनी चूची पर रख दिया।

नेहा का एक हाथ सोनी की स्कर्ट के अंदर उसके रेशमी चूतड़ पर था और दूसरा कमल की निकर में उसके मोटे तगड़े लंड से खेल रहा था, तीनों एक दूसरे को चूम रहे थे। ‘उफ़… सी… आई.. सच में सोनी… मैंने इस तरह के प्यारी कल्पना अपनी सोच में बहुत बार की है और अपनी चूत में उंगली करी है।’ नेहा ने मस्ती और चुदास से भर कर कहा।

कमल उसके निप्पल को गोल गोल घुमा रहा था- नेहा तेरी चूची ज्यादा बड़ी नहीं है पर निप्पल खूब बड़े है। क्यों यार… अब यह नहीं कहना कि तेरा सिर्फ छूने से निकल जाता है। कमल ने झुक कर उसकी कमर पर चूची पर चूम लिया।

‘ओह यस… कमल राजा… यस.. मैं कमर पर जांघों पर और चूची पर छूने से ही झड़ जाती हूँ। मुझे यह छूना बहुत मस्त और चुदासी कर देता है। सच तो यही है राजा कि जब मैं अपनी कहानी अपनी कल्पना में ‘तुम दोनों क्या कर रहे हो…’ लिखती हूँ तो मैं अपने आप को कमर पर जांघों पर और निप्पल को छूती हूँ और सोचती हूँ जैसे तू मुझे यह सब कर रहा है और झड़ जाती हूँ।’

वो तीनों अपनी चाय ख़त्म कर चुके थे और प्यार और सेक्स की बातों का मजा ले रहे थे।

‘मेरे निप्पल इसलिए बड़े है क्योंकि जब मैं बाबू पर चढ़ कर चोदती हूँ तो वो मेरे निप्पल को अपने होटों में पकड़ कर खूब चूसता है। नेहा अब पूरी मस्त और चुदास में थी।

अब सोनिया टेबल सहारे नेहा के सामने खड़ी उसकी गोल गोल चूची और बड़े बड़े निप्पल चूस रही थी। नेहा के हाथ सोनी की स्कर्ट के नीचे उसकी चूत में उंगली कर रहा था और दाना रगड़ रहा था। कमल नेहा के पीछे कुर्सी पर बैठा नेहा की साड़ी ऊपर खिसका कर नंगी कर जांघें और चूतड़ पर चूम रहा था। उसने अपनी निक्कर निकाल दी थी और उसका मस्त मोटा तगड़ा लंड नंगा तन कर खड़ा था।

नेहा खूब मस्ती और चुदास से भरी कमल और सोनिया के प्यार का मजा ले रही थी- हाय राम… राजा… उफ़… आज तो बहुत मस्ती चढ़ गई है… बहुत मजा आ रहा है.. लगता है फिर से निकल जाएगा।

क्यों नेहा भाभी, तू कभी अपनी कल्पना में लंड की चूत चुदाई और जोरदार धक्का और झड़ना की कल्पना नहीं करती। कमल ने जरा सा ऊपर उठ कर अपना लंड नेहा के चूतड़ के बीच नीचे से जांघों के बीच से उसकी चूत पर दबा दिया।

नेहा को झटका लगा- सी… अह्ह्ह मैं चुदाई के बारे में नहीं सोचती हूँ क्योंकि मुझे लगता है कि प्यार में छूने से चूमने से दबाने से चाटने से ज्यादा मजा आता है! चूत अपने आप पानी छोड़ देती है। नहीं तो चूत और लंड चिल्ला कर चुदाई के लिए कहें.. जैसे कि अभी मेरी चूत चिल्ला रही है कमल के मस्त मोटे तगड़े कड़क लंड के लिए। नेहा ने सोनी की चूत में उंगली घुस कर दाना रगड़ कर कहा।

सोनी सिसकार उठी- हाय नेहा भाभी… आज तो बहुत मज़ेदार उंगली कर रही है। पर अगर तू कमल का लंड पर अपनी चूत में घुसा कर रही है तो मेरी चूत चूस कर मजा देना पड़ेगा।

सोनिया ने अपनी स्कर्ट ऊपर उठा गोटी चिकनी बिना बाल की चूत नंगी कर दी- हाय, सच में सोनी जब मैं लंड पर सवारी करूँगी तो तू मुझसे चूत चुसवायगी, तब तो बहुत मजा आयगा रानी!

बदमाश चंचल नेहा ने अपनी साड़ी ऊपर कमर तक उठा कर अपनी जांघों को चूतड़ और चूत को नंगी कर दिया और कमल की तरफ पीठ करते हुए अपनी टांगें दूर तक खोल कर उसकी जांघों पर आ गई- यह ले राजा… आज तो इस मस्त लंड का इस चुदासी चूत को स्वाद चखा दे… बहुत मचल रही है इसके लिए!

सोनिया बहुत मज़े से नेहा के चुदाई के जोश को देख रही थी कि कैसे उसने अपनी जांघों को खोल कर एक हाथ से अपनी चूत खोल कर दूसरे हाथ से कमल का लंड पकड़ कर अपनी गीली गीली चमकती चूत से टोपा रगड़ कर गीला किया। उत्तेजना में नेहा की आँखें बंद थी और उसने टोपा अपनी चूत में घुसा कर सिसकार कर बोली- हाय क्या मस्त मोटा तगड़ा टोपा है… पूरी चूत खोल डाली जालिम ने! और सोनी की जांघे पकड़े हुए लंड के ऊपर बैठ गई। वो काफी अनुभवी लग रही थी लंड के ऊपर चढ़ कर चुदाई में!

‘वाहो… वाहो… नेहा भाभी… तू तो बहुत अनुभवी है यार…पूरा एक ही बार में अपनी इस कसी चूत में अंदर घुसा लिया.. वाह क्या सुंदर लग रहा है तेरी यह खुली हुई चूत में!’ सोनिया ने हंस कर नेहा की चूची मसल डाली- सच नेहा, तुझे देख कर बहुत मजा आ रहा है। ऐसा लग रहा है जैसे मेरी ही चूत में घुस रहा है यह कमल का मस्त लंड!

‘उफ़… सी… सोनी बहुत मस्त है यार तेरे यार का लंड! पूरा दिल तक मार कर रहा है जालिम!’ नेहा ने अपनी जांघों को कस कर भींच लिया और कमल के लंड अपनी चूत में दबा लिया। कमल पीछे से उसके कंधों पर, गर्दन पर चूम रहा था और उसकी चूची और खड़े बड़े बड़े निप्पल से खेल रहा था।

नेहा पूरे जोश में मस्ती मस्त और चुदासी हो रही थी, उसने दो उंगली सोनिया की चूत में घुसा दी और अंगूठे से उसका दाना रगड़ रही थी और उसकी जांघों को चूम रही थी।

‘कमल, तू नहीं हिलना, मैं अपनी चूत से तेरे मस्त लंड का पानी निकलूंगी। मेरी चूत बहुत गीली और गर्म हो रही है और झड़ने वाली है।’ नेहा अपने चूतड़ हिला कर लंड पर झूम रही थी- हाय कमल, तेरा बहुत तगड़ा हो रहा है राजा! सी… आई… आई… उई… मेरी चूत तो बस गई यार… उम्म्ह… अहह… हय… याह… गई… गई राजा! नेहा अकड़ गई, चूत को भींच कर झड़ गई।

उसके बाद सोनिया चिल्ला उठी- हां… हां… नेहा… हां मैं भी गई! बहुत मज़ेदार उंगली कर रही है… हां… हां… हाय… हाय कमल उफ़… गई राजा… जल्दी से… हां… और उसने अपने चूतड़ों को झटका मार पानी छोड़ दिया।

‘वाह नेहा वाह… तू तो बहुत मस्त चुसाई करती है मजा आ गया यार!’ कमल ने नेहा हो अभी भी पकड़ रखा था पर वो नेहा और सोनिया को देख कर बहुत उत्तेजित हो चुका था- हां… हां… नेहा… हां… कस ले अपनी चूत… हां… मेरा निकलने वाला है।’ उसने नेहा के चूतड़ थोड़े ऊपर उठा कर नीचे से दो तीन जोरदार धक्के लगा दिए और अपना लंड चूत से खींच लिया।

नेहा ने झट से उसे अपनी जांघों के बीच दबा लिया।

‘हह…ह… हां… नेहा क्या दबाया है… ले अपना तो गया!’ और उसने पिचकारी छोड़ दी जो सोनिया के पेट और जांघों पर गिरी। सोनिया हंस रही थी- वाह कमल, क्या मस्त पिचकारी मारी है, सारा गीला कर डाला राजा! बहुत दमदार पिचकारी है। क्या मस्त कड़क लंड अंदर घुसा कर चोद डाला जालिम मस्त यार ने!

नेहा धीरे से उठ गई और कमल को चूम लिया- सच में कमल आज तक ऐसी चुदाई का मजा नहीं आया यार! तूने मुझे बहुत खुश कर दिया। जैसे सपने में चुदाई हो रही थी। क्यों सोनिया तुझे मेरी चुसाई में मजा आया? नेहा साइड में होकर अपनी साड़ी नीचे कर ली, सोनिया ने भी अपनी स्कर्ट नीचे कर ली- वाह कमल, आज तो ताश का जोरदार गेम बजा दिया। तेरी इस धींगा मस्ती ने तो असली मस्त जवानी का मजा दे दिया राजा!

सोनिया कमल से लिपट कर उसे चूम रही थी- क्यों नेहा भाभी, यह सब तेरी बदमाशी है। ‘हाय राम मेरी या तुम दोनों की… यह सब तुम दोनों ने प्लान करके शुरू किया था… मुझे भी सब मालूम है… पर इस सब में मजा तो बहुत आया। अब सोनी तुझे मेरी जोर से चुसाई करके मजा देना पड़ेगा!’ नेहा मस्ती में मुस्कराते हुए नाच रही थी।

‘ओह… यस नेहा भाभी, तेरे लिए कुछ भी.. कभी भी, तेरे प्यार और मस्ती के लिए! पर अपने इस मस्त चोदू यार का क्या करेंगे?’ सोनी कमल को चूम रही थी- इसका मस्त लंड तो तन कर खड़ा हो जाएगा ना? सोनिया को भी कमल और नेहा को देख कर बहुत अच्छा लग रहा था, दोनों बहुत खुश थे।

‘क्यों कमल, तू क्यों हंस रहा है। तेरा तो मजा आ गया, अब तो दो-दो मस्त माल मिलेंगे प्यार करने के लिए..’ सोनिया हंस रही थी और तुझे प्यारी प्यारी नेहा भाभी मिल गई मस्ती के लिए!

कमल ने हंस कर सोनी को पीछे से दबा लिया और उसकी चूची मसल डाली वो चिल्ला पड़ी- हाय मार डाला… मसल डाला यार ने! नेहा मुस्करा दी।

इस तरह कमल ने अपनी गर्लफ्रेंड के सामने अपनी पड़ोसन नेहा भाभी को चोद कर दोनों को मजा दिया। बाद में दोनों को साथ साथ चोद कर खूब मजा लूट रहा था।

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