Adla Badli, Sanyog Ya Saajish – Episode 1

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आपने मेरी पिछली हिन्दी इरोटिक स्टोरी में पढ़ा था, कि एक सीक्रेट ग्रुप सेक्स के दौरान एक बड़ी गड़बड़ होते होते रह गयी। खैर उस घटना को कुछ समय बीत गया और इस बीच मेरी भैया भाभी से हमेशा की तरह बात होती रही और सब कुछ सामान्य चलता रहा।

मैंने भी उस अच्छे बुरे अनुभव को भूलाना शुरू कर दिया था और थोड़ा समय ओर बीत गया।

कुछ समय बाद, काफी उत्साह के साथ मैं अपना बेग पैक कर रही थी। आखिर कई बार मिन्नतें करने के बाद पति बाहर घूमने ले जाने को राजी हो गए थे। दो तीन दिनों के लिए हिल स्टेशन जाने का प्रोग्राम बन गया था।

पति काफी समय से दबाव डाल रहे थे कि हम मेरे भैया भाभी को साथ घूमने को लेकर जाए। पर मैं जानती थी इसका कारण क्या हैं, अगर आपने मेरी पिछली कहानी “पुराना प्यार चुदाई की बहार” पढ़ी हैं तो आपको भी पता ही होगा।

मैंने कोई बहाना मार कर हमेशा भैया भाभी के साथ ले जाने से मना कर दिया। इसी चक्कर में हमारे कार्यक्रम में थोड़ा विलंब हो रहा था।

इस प्रोग्राम में हमारे साथ उनके एक दोस्त राज अपनी पत्नी पायल के साथ आ रहे थे। हमने बच्चे को उसकी दादी के साथ छोड़ने का फैसला किया, क्यों की वो बहुत छोटा हैं और वहां बोर हो जाता और हमें पूरा लुत्फ़ नहीं उठाने देता, जैसा की पहले भी हो चूका था।

पहले राज और पायल हमारे ही शहर में रहते थे और काफी वक़्त साथ बिताया था, तो हम एक दूसरे के साथ काफी दोस्ताना और आरामदायक थे। वह लोग दूसरे शहर से सीधे हिल स्टेशन में मिलने वाले थे।

थकान न हो इसलिए हम सब लोग शाम के समय ही हिल स्टेशन पहुंचने का प्लान बना चुके थे, ताकि अगले दिन फ्रेश घूमने जा सके। हमने होटल में चेक इन किया तो पता चला राज पायल अभी तक नहीं पहुंचे हैं।

तक़रीबन 1 – 2 घंटे के बाद वह लोग पहुंच गए और हमारे रूम से कुछ कमरे दूर ही उनको रूम मिला। हम दोनों उनसे मिलने गए, बड़ी आत्मीयता से मिले और एक दूसरे की कुशलक्षेम पूछी।

हम लोग काफी समय बाद मिले थे। हालांकि सोशल मीडिया और फ़ोन के द्वारा कभी कभी बात हो जाती थी। इतने सालों के बाद भी राज अभी भी वैसा ही था छरहरा और हैंडसम। वो हमेशा ही आकर्षक व्यक्तित्व का धनी रहा हैं। पायल ने जरूर कुछ वजन बढ़ा लिया था पर अभी भी चेहरा उतना ही खूबसूरत था।

हम लोगो ने मिलकर अगले दिन के प्रोग्राम के बारे में विचार विमर्श करने की सोची। पायल सफर से थोड़ा थक चुकी थी और थोड़ा रेस्ट करना चाहती थी। तो पायल को वही छोड़कर बाकी हम लोग मेरे रूम में आ गए थे।

बड़े जोर शोर से अगले दिन का प्रोग्राम बनाने लग गए। हमने निर्णय लिया कि सुबह के समय फेमस जगह पर घूमेंगे और दोपहर के बाद किसी जंगल ट्रेल पर जायेंगे ताकि कुदरत की खूबसूरती देख सके और भीड़भाड़ से दूर थोड़ा सुकून का समय बिता सके।

थोड़े समय बाद रूम के फ़ोन की घंटी बजी। पति ने से फ़ोन उठाया और थोड़ी बात करने के बाद “अभी आता हूँ” बोल कर फ़ोन रख दिया।

उन्होंने कहा की रिसेप्शन से फ़ोन था, मैंने उनसे घूमने के लिए गाडी, कुछ जगह के ब्रॉउचर और मैप्स मांगे थे, वो आ गए हैं मैं लेकर आता हूँ और थोड़ी पूछताछ भी करके आऊंगा तब तक तुम लोग कल का प्रोग्राम बनाना जारी रखो।

अब कमरे में सिर्फ मैं और राज थे, हमने सोचा पति के आने तक इंतज़ार करते हैं, फिर ही अपना प्रोग्राम बनाना जारी करेंगे। जल्दी ही हम ज़िन्दगी से जुडी दूसरी बातों में मशगूल हो गए।

वो मेरे फिट शरीर की तारीफ़ करते हुए अपनी बीवी के बढे वजन की शिकायत कर रहा था। मैंने बताया कैसे मैं रेगुलर योगा और कसरत करती हूँ और फिटनेस का ध्यान रखती हूँ।

राज ने मेरी तारीफ़ की और कहा मुझे भी कुछ कसरत बताओ जो मैं पायल को करवा सकू। मैं बिस्तर से उतर कर नीचे जमीन पर आ गयी।

मैं राज को प्लैंक करके बताने लगी। इसमें शरीर को दोनों पाँव के पंजो और बाहों के बल रखना होता हैं। राज भी नीचे आकर मेरे सामने बैठ कर देखने लगा।

मैंने महसूस किया की राज कुछ विचलित हो रहा हैं, हालाँकि उसका मजाक और बातें जारी थे। मुझे कुछ शंका हुई, कही मैंने कुछ गलत तो नहीं किया।

मैंने बड़ी चालाकी से जल्दी से अपना चेहरा एक दो सेकंड के लिए नीचे करते हुए खुद को निहारा और वापिस ऊपर किया और अहसास हुआ की मेरे बटन-अप स्लीप शर्ट के ऊपर का हिस्सा खुला था जिससे मेरे दो गोल मम्मे झाँक रहे थे।

क्यों कि मैं सोने जाने वाली थी तो सफर से आने के बाद मैंने पजामा सेट पहनते वक़्त आदत के अनुसार अपनी ब्रा नहीं पहनी थी।

मैं झेप गयी, कही यह तो वो कारण नहीं जिससे वह विचलित हो रहा हैं।

मैंने यह दिखाने का प्रयास किया कि मुझे अभी पता नहीं चला हैं और उसी मुद्रा में रही। मैं यह छुपाने का काम कुछ चतुराई से करना चाहती थी।

अगर मैं अचानक से हटती तो उसको पता चल जाता कि मुझे पता हैं वो क्या देख रहा था और मेरे लिए ये शर्मनाक स्तिथि होती।

वो मुँह से गिनती बोलते हुए गिन रहा था कि मैं कितनी देर इस मुद्रा में रह सकती हूँ। बीच बीच में उसके चेहरे पे एक कुटिल मुस्कान आ जाती जैसे मुझे चिड़ा रहा हो की मैं छिपाने की चीज में सफल नहीं हो पायी।

हालांकि मैं काफी देर ओर इसी मुद्रा में रह सकती थी पर मेरी उस स्तिथि के कारण मैंने बीच में ही छोड़ दिया और सीधी बैठ गयी।

वो भी ये वाला आसन करने लगा और कुछ सेकंड में ही रुक गया और बोला ये तो पायल के लिए बहुत कठिन आसन होगा। इससे मिलता झूलता कोई दूसरा सरल वाला हो तो बताओ।

मुझे बड़ी ख़ुशी हुई कि मैं एक टीचर बन गयी हूँ फिटनेस के लिए और किसी की हेल्प कर रही हूँ। शुरुआत में मुझे भी प्लैंक कठिन लगता था, तब मैं उससे थोड़ा सरल सीधे हाथ वाला प्लैंक करती थी। तो मैंने उसको वो बताना शरू किया।

इसमें बाहों की बजाय हाथ सीधे रखते हुए हाथ और पाँव के पंजो को जमीन पर रखते हुए शरीर को उठाना होता हैं।

टीचर बनने की जल्दबाजी में, मैं भूल ही गयी कि मैं एक बार फिर उसी परिस्तिथि में थी। मेरा स्लीप शर्ट थोड़ा लटक कर नीचे हुआ और उस खुले हिस्से से मेरे दोनों गोल मम्मे आधे से ज्यादा दिखने लगे थे।

उसकी आँखें ओर भी बड़ी गोल हो गयी थी। तब मुझे पता चला कि मैंने क्या बेवकूफी कर दी हैं।

वो बोला “इस मुद्रा में तो पिछले वाले से भी ज्यादा देर रहोगी ना, क्यों कि ये ज्यादा सरल हैं”।

उसने गिनती गिनना शुरू कर दिया था। मैं जल्दी से सीधा होना चाहती थी पर उसको साबित भी करना था कि ये आसन ज्यादा सरल हैं तो हट भी नहीं पा रही थी।

वो उत्साह से मुझे इशारे कर रहा था कि मैं थोड़ी देर ओर इसी पोज़ में रहु और ज्यादा देर रहने का रिकॉर्ड बना दूँ। उसकी आँखें बता रही थी कि मुझे ऐसा रखने के पीछे उसका असली मकसद क्या था।

मुझे उसका तरसता हुआ चेहरा देख कर मजा भी आ रहा था। पर अब उसकी हंसी थोड़ी ग़ायब हो गयी। मुझे लगा मामला कुछ गंभीर हो चूका हैं तो तुरंत घुटनो के बल सीधा बैठ गयी। पर शायद आग तो लग चुकी थी।

वो मेरी चेहरे की तरफ घूर के देख रहा था और मैंने अपनी आँखें एक अपराधी की तरह नीची कर ली।

मेरी नजर उसके शॉर्टस पर गयी, उसमे उभार साफ़ नजर आ रहा था। क्या मेरे वो अंग देख कर वो इतना उत्तेजित हो गया था कि उसका लंड कड़क हो तैयार हो गया था।

मेरे पति भी कमरे में नहीं थे तो मुझे डर लगने लगा कही वो मुझपे हमला ना कर दे। दोनों दोस्तों में लड़ाई हो जायेगी और हमारी छुट्टिया बर्बाद हो जाएगी।

मैं इसी उधेड़बुन में थी कि उसने चुप्पी तोड़ते हुए पूछा ओर कोई सरल कसरत हो तो बताओ। मुझे लगा वो अब सामान्य हो रहा हैं। उसने पूछा कोई ऐसा आसन जिससे पायल की पेट की चर्बी कम हो जाये।

मुझे सबसे पहले चक्रासन की याद आयी और उसे बोल दिया। फिर लगा कही ये मुझे ही करने को ना बोल दे, वरना फिर से वही स्तिथि बन जाएगी।

मैंने उसको कहा कि ये शायद पायल के लिए थोड़ा कठिन होगा तो इसको छोड़ देते हैं।

शायद वो मेरी झिझक समझ गया था।

उसने कहा कि एक बार कर के बताओ तो पता चले कि कितना कठिन होगा।

मैंने उसको टालने की कोशिश कि पर मगर वो अड़ गया “अब आसन का नाम लिया हैं तो करके बता ही दो”।

आगे इस हिन्दी इरोटिक स्टोरी में पढ़िए, क्या मैं राज के जाल में फंसी या बच निकली?

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