बनारसी भाभी की चुत में मूली देख भाभी की चुदाई

मेरा नाम सुनील यादव है, मैं वाराणसी उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ।

मैंने इस साईट की लगभग सारी कहानियाँ पढ़ी है यह मेरे पहली कहानी है जो मेरी भाभी और मेरे बीच घटित हुई, यह एक सच्ची कहानी है अगर कोई गलती हुई हो तो माफ करियेगा।

मेरी उम्र 21 साल, लम्बाई 5’5″ है मेरा लंड 6 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है। मैं एक मध्यम परिवार से हूँ और वाराणसी के एक अच्छे कालेज में मेडिकल की पढ़ाई करता हूँ।

मेरी भाभी मेरे पड़ोस में, साथ वाले घर में रहती है, वो बहुत सुन्दर, हुस्न की मलिका है। भाभी की उम्र 30 साल के लगभग है लेकिन देखने 22 की लगती है। उनकी शादी 2007 में हुई थी, भाभी की एक 5 साल लड़की है जिसका नाम किरण है। 6 महीने पहले मैं गर्मी की छुट्टी में हॉस्टल से घर गया था। शाम को मैं रोज भाभी के घर जाता था, जिस दिन मैं नहीं जाता उस दिन भाभी फोन करके बुलाती क्योंकि उनके पति मुम्बई में रहते थे और वह घर पर अकेली रह कर बोर हो जाती!

भाभी और मैं खूब मजाक करते, कभी कभी गन्दा मजाक भी करते थे और मैं मजाक में ही उनके शरीर को छूता, गालों पर हाथ से मारता, भाभी कुछ नहीं बोलती। वह कभी मेरे लंड को अपने हाथ से दबा देती थी तो मुझे बहुत मजा आता।

एक दिन मैं दोपहर के समय भाभी के घर गया, उनकी लड़की बाहर खेल रही थी। भाभी बाहर नहीं दिखी तो मैं घर में चला गया। मैंने देखा कि भाभी नंगी होकर T.V पर सेक्सी ब्लू फिल्म देख रही थी और अपनी चुत में मूली डाल कर हिला रही थी। उम्म्ह… अहह… हय… याह… कर रही थी.

मैं दरवाजे पर खड़ा होकर देख रहा था कि अचानक भाभी की नजर मुझ पर पड़ी, वह हड़बड़ा गई और अपने भाभी ने अपने नंगे बदन पर चादर डाल ली। मैं तुरन्त भाभी के पास गया और उनके ऊपर चढ़ गया।

भाभी नजर नहीं मिला पा रही थी, उनका शरीर कांप रहा था। मैं उनका चेहरा अपनी तरफ करके चुम्बन लेने लगा। कुछ समय भाभी सामान्य हुई तो मैंने भाभी से कहा- हमें बुला लेती तो मूली नहीं डालनी पड़ती!

भाभी शर्मा गई और उठ कर दरवाजे को बन्द किया फिर मेरे पास आके बैठ गई- देवर जी, आपने हमारा सब कुछ देख लिया, अब अपना दिखाओ? मैं- भाभी पहले मूली खिलाओगी तब! फिर भाभी हंस कर मूली अपने हाथ में लेकर खिलाने लगी।

उसके बाद भाभी ने मेरे सारे कपड़े उतार दिये, हम लोग अब एक दूसरे के अंगों से खेलने लगे। पांच मिनट बाद हम लोग 69 की पोजीशन में हो गये, भाभी मेरा लंड अपने मुँह में लेकर लॉलीपाप की तरह चाट रही थी, मैं उनकी चुत चाट रहा था… बहुत मजा आ रहा था। 10 मिनट बाद हम दोनों झड़ गये, भाभी ने मेरा लंड चाटती रही तो लंड फिर खड़ा हो गया।

भाभी कहने लगी- अब चोद मेरे देवर राजा! मुझे अपनी बीवी बना ले राजा! मुझसे भी रहा नहीं जा रहा था तो मैंने लंड भाभी के चुत में डालना चाहा लेकिन लंड चुत में नहीं जा रहा था। तब भाभी ने लंड अपने हाथ से चुत के मुँह पर रख कर धक्का देने को कहा तो मैंने एक तेज शाट लगाया और आधा लंड अन्दर चला गया।

भाभी को तकलीफ होने लगी क्योंकि वह काफी दिनों से चुदी नहीं थी। कुछ समय बाद जब भाभी को आराम हुआ, तब एक और धक्का मारा और मेरा पूरा लंड चुत के अन्दर चला गया। मैं धीरे धीरे धक्के लगाने लगा।

कुछ समय बाद भाभी नीचे से उछल कर मेरा साथ देने लगी।

काफ़ी देर की चुदाई के बाद मैं भाभी के चुत में झड़ गया। इस बीच भाभी दो बार झड़ी थी।

रात को फिर मैंने भाभी को कई बार चोदा। अब तो भाभी मेरी बीवी की तरह हो गई है, जब मन करता है तब चोदता हूँ!

तो दोस्तो, कैसी रही मेरी कहानी? मुझे मेल करें। [email protected]