गे सेक्स स्टोरी: दोस्त के साथ पहला गांडू सेक्स

मेरी पहली गे सेक्स स्टोरी मेरे पड़ोसी लड़के के साथ अट्टा बट्टा करने यानि गांड मारने मरवाने की है! दोस्तो, मेरा नाम निकी है और मैं ऑटोमोबाइल कंपनी में ट्रेनी इंजीनियर हूँ। मैं देहरादून से हूँ और अन्तर्वासना का पुराना पाठक हूँ। यह मेरे साथ पहला अनुभव है, जो आज से 2 साल पहले हुआ था। मैं आशा करता हूँ कि आपको पसंद आएगा।

मेरे लिंग का साइज़ 5.5 इंच है और मैं इससे संतुष्ट हूँ।

मैं अपनी इंजीनियरिंग के तीसरे साल में था और तब तक मैंने कोई भी सेक्स एक्सपीरियेन्स नहीं किया था। बस मैं अन्तर्वासना पर आप लोगों की कहानियां पढ़ता रहता था जिनमें कुछ गे सेक्स स्टोरीज भी थी.

मेरे साथ वाले घर में एक परिवार रहता था, उनके 2 बच्चे थे.. एक लड़का और एक लड़की। उनका हमारे घर में आना-जाना लगा रहता था। उनके लड़के का नाम शुभम और लड़की का नाम प्रिया था।

मेरे इंटर्नल एग्जाम चल रहे थे और तभी एक दिन मेरे पेरेंट्स को शहर से बाहर जाना पड़ गया। मेरी मम्मी शुभम की मम्मी को मेरे लिए खाना बनाने के लिए बोल गईं और उन्होंने शुभम को कह दिया कि वो आज रात मेरे घर रुक जाए।

रात को खाना खाकर मैं पढ़ने लगा और शुभम अपने लैपटॉप में मूवी देखने लगा। जब मैं बोर हो गया तो मैं भी उसके साथ मूवी देखने लगा और साथ-साथ उससे बात करने लगे।

उसने मुझसे पूछा- तेरी कोई गर्लफ्रेंड है? मैंने कहा- नहीं..! उसने पूछा- कभी कोई लड़की नंगी देखी? मैंने कहा- नहीं। वो बोला- देखना चाहेगा? तो मैंने ‘हाँ’ में सिर हिला दिया।

उसने अपने लैपटॉप के एक फोल्डर में से कुछ पिक्स दिखानी शुरू की, वो पिक्स उसकी एक्स गर्लफ्रेंड की थीं। मेरा इन पिक्स को देख कर खड़ा हो गया। तभी मैंने उसकी एक पिक देखी जिसमें उसकी गर्लफ्रेंड उसका लंड चूस रही थी।

मैं ये देख कर उसकी तरफ देखने लगा, तो वो हंसने लगा। मैंने देखा कि उसके लंड का साइज़ 6 इंच था और उसका लंड काफ़ी गोरा था। इन सभी पिक्स को देख कर मेरा हाथ ना जाने कब मेरे लंड पर चला गया और मैं उसे ऊपर-नीचे करने लगा। ये सब देख कर शुभम भी हंसने लगा और वो भी अपना लंड ऊपर-नीचे करने लगा।

फिर वो बोला- एक गेम खेलेगा? मैंने कहा- कैसा गेम? वो बोला- मैं तेरा हिलाता हूँ और तू मेरा हिला। मैंने कहा- ये ग़लत है। वो बोला- अबे कुछ नहीं होगा.. मैंने जैसे बोला है.. कर, बहुत मजा आएगा।

वो मेरा 5.5 इंच का काला लंड पकड़ कर हिलाने लगा।

पहले तो मैं कुछ झिझका, पर फिर मैं भी उसका लंड पकड़ कर हिलाने लगा। फिर पता ही नहीं चला कि कब हम दोनों साथ में डिसचार्ज हो गए। उसके बाद हम दोनों ऐसे ही बैठ गए और उसने एक पॉर्न मूवी चला दी।

ब्लू-फिल्म देख कर हम दोनों फिर से गरम होने लगे। इस बार उसने मुझे ज़ोर से पकड़ लिया और एक लंबा सा स्मूच किया। मैंने उसे ज़ोर से धक्का दे दिया तो वो गिर गया, पर इससे पहले मैं सम्भलता.. वो उठा और उसने मेरा सिर पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया। उसका लंड मेरे मुंह में चला गया। मुझे ये बहुत बुरा लगा.. पर मैं उसकी गिरफ्त से छूट नहीं पा रहा था। वो मुझसे ऐसे ही अपना लंड चुसवाता रहा। अब मुझे भी इसमें कुछ-कुछ मजा आने लगा। उसने मुझे बेड पर गिराया और 69 की पोजीशन में आ गया। अब वो मेरा लंड चूस रहा था और मैं उसका। ऐसे ही एक मिनट तक चूसते हुए उसने मुझे एक वैसलीन की डिब्बी लाने को कहा।

मैं उठ कर वो ले आया और उसे दे दी। उसने अपनी एक उंगली में वैसलीन की और मेरी गांड पर लगा दी.. मुझे बहुत दर्द हुआ, पर कुछ टाइम बाद मजा आने लगा। इससे पहले मुझे गे सेक्स का कोई अनुभव नहीं था. फिर उसने मुझसे कहा- कुत्ते की तरह खड़ा हो जा!

मैं कुत्ता बन गया, उसने अपना लंड मेरी गांड के छेद पर लगाया और एक ज़ोर का झटका दे दिया, जिससे उसका आधा लंड मेरी गांड में घुस गया।

मेरी बहुत ज़ोर से चीख निकली.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… पर उसने मेरे मुँह पर हाथ रख लिया। मेरे आँखों से आँसू निकल रहे थे और वो ऐसे ही मुझे पकड़े खड़ा रहा। कुछ देर बाद उसने धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू किए। अब मुझे भी कुछ आराम हुआ और मजा आने लगा, मेरे मुँह से पता नहीं कैसी आवाजें निकल रही थीं। यह हिंदी गे सेक्स स्टोरी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!

वो ऐसे ही 2 मिनट तक मुझे चोदता रहा और फिर मेरी गांड में ही झड़ गया।

क्या बताऊँ इस सब में कितना मजा आया। फिर इसी तरह मैंने भी उसकी गांड मारी और उस पूरी रात हम एक दूसरे की गांड मारते रहे।

मेरी गे सेक्स स्टोरी आपको कैसी लगी मुझे मेल कीजिए। [email protected]