लंड चुत गांड चुदाई का रसिया परिवार- 8

Xxx ब्रदर एंड सिस्टर स्टोरी में पढ़ें कि दो बहनें आपस में गन्दी बातें कर रही हैं. बड़ी बहन छोटी को अपने ममेरे भाई बहन के आपस में सेक्स की घटना बता रही है.

दोस्तो, मैं सोनिया कमल एक बार फिर इस देसी सेक्स कहानी का अगला भाग लेकर हाजिर हूँ. ये सेक्स कहानी कुछ लंबी चलेगी क्योंकि मेरा मानना है कि सभी बातें विस्तार पूर्वक सामने ना आएं … तो मजा नहीं आएगा.

पिछले भाग दो सगी बहनों की आपस में गन्दी गन्दी बातें में आपने पढ़ा कि स्नेहा अपनी बड़ी बहन नेहा, जो शादीशुदा है, के घर आयी हुई थी. दोनों बहनें फुरसत में आपस में सेक्सी बातें कर रही थी. पहले नेहा ने अपनी छोटी बहन को अपने चाचा चाची की चुदाई का आँखों देखा वर्णन किया. उसके बाद वो स्नेहा को अपनी ममेरी बहन की सेक्सी बातें बताने लगी.

अब आगे Xxx ब्रदर एंड सिस्टर स्टोरी:

मैं सफर की थकान के कारण सो गई थी. शाम को मम्मी के जगाने से आंख खुली और घड़ी में देखा, तो 5 बज रहे थे.

फिर मैंने ममता को भी उठाया और मुँह हाथ धोकर हम दोनों नीचे पहुंच गए. मम्मी और मामी मिल गईं तो हम सभी ने साथ मिल कर चाय पी. थोड़ी देर टीवी देखी, फिर इधर उधर की बातें की.

मुझे सुबह से अभय भैया एक बार भी दिखाई नहीं दिए थे, तो मैंने मामी से पूछा- मामी जी अभय भैया कहां हैं, कहीं नजर नहीं आए सुबह से? मामी- हां, वो शहर गया है खेती के काम से … कल तक आ जाएगा.

फिर ममता मुझे लेकर छत पर आ गई.

ममता- और बता … कोई बीएफ बनाया या अभी तक अपना हाथ ही चला रही है? मैं- नहीं यार … मैं इन चक्करों में नहीं पड़ती. कभी ज्यादा आग लगती है चूत में, तो अपनी उंगली डाल कर शांत कर लेती हूँ. पर मुझे लगता कि तूने बीएफ बना लिया है. ममता- नहीं यार, मैंने भी अभी तक कोई बीएफ नहीं बनाया.

मैं मन में सोचने लगी कि साली झूठ बोल रही है कुतिया, मैंने सुबह ही इसकी चूत देखी थी … चूत का भोसड़ा बना हुआ है और रंडी मुझसे झूठ बोल रही. चूत देख कर तो लगता है कि जिस भी लंड से चुदवाती है वो कोई मूसल जैसा लंबा चौड़ा मोटा लंड ही होगा.

ममता- क्या सोचने लगी मेरी जान? मैं- कुछ नहीं यार बस यूं ही, तो फिर ये इतने पपीते बड़े कैसे हो गए … बिना किसी के दबाये और मसले.

मैंने उसकी चूची पकड़ी और दबा दी. वो शर्माती हुई बोली- छोड़ यार … क्या कर रही है. ऐसा कुछ नहीं है.

इतने में मामी ने आवाज लगा दी- ममता, नेहा चलो खाना लग गया जल्दी आओ.

फिर हम दोनों नीचे आ गए, डिनर किया. थोड़ी देर सबने मिल कर टीवी देखा, फिर अपने अपने रूम में सोने चले गए गए.

मैंने भी अन्दर आते ही जल्दी से दरवाजा अन्दर से लॉक कर दिया और ममता को बांहों में भर कर उसके होंठ चूसने लगी.

ममता- बहुत आग लगी है तुझे! नेहा- हां यार, तू तो जानती है मुझे, तेरे साथ ही थोड़े बहुत मजे कर लेती हूँ, वरना घर में तो बस उंगली से काम चलाना पड़ता है.

ममता- तू चाहे तो घर में मजे ले सकती है. नेहा ने पूछा- वो कैसे?

ममता ने कहा- वो सब बाद में … पहले तुझे ठंडी कर दूं.

इतना कह कर नेहा ने ममता के कपड़े उतारने शुरू कर दिए ममता भी नेहा को नंगी करने लगी दोनों बहनें मादरजात नंगी हो गईं.

नेहा ममता की 34 इंच साईज की बड़ी बड़ी चूचियां दबाने लगी. ममता अपना हाथ पीछे ले जाकर नेहा की मोटी गांड पर घुमाने लगी और धीरे से एक उंगली उसकी गांड के भूरे टाईट छेद में घुसाने लगी.

तभी नेहा की नजर ममता की चूत पर जा पड़ी. ममता की चूत नेहा से बड़ी थी और उसके होंठ भी खुले थे.

नेहा- क्या करती रहती है तू, तेरी चूत का भोसड़ा बना हुआ है? ममता- जब मेरी इस चूत में लंबा चौड़ा लंड जाएगा तो इसका भोसड़ा तो बनेगा ही.

नेहा- इसका मतलब तू चुदवा चुकी है? ममता- हां, वो सब बाद में पहले जो कर रहे हैं वो कर … तेरी 4 साल की प्यास बुझा लेने दे. बाकी सब मैं बाद में बताऊंगी.

ये कह कर ममता नेहा के होंठों को चूसने लगी और उसकी चूचियां जोरों से दबाने लगी. इससे नेहा की हालत अब खराब होने लगी तो वो भी ममता की चूत सहलाने लगी … और ममता भी नेहा के कड़क कूल्हे मसलने लगी.

ममता सिसकारी लेती हुई बोली- हाय क्या कड़क मस्त गांड है तेरी!

दोनों बहनों की चूत गीली हो गई.

तभी ममता अपनी एक उंगली नेहा की चूत पर घुमाने लगी, जिससे नेहा सिहर उठी. ममता ने अपनी उंगली नेहा की टाईट गांड में घुसाने की कोशिश की, पर अन्दर नहीं गई तो ममता ने जोर लगा दिया. इससे थोड़ी उंगली छेद के अन्दर चली गई.

वो उतनी ही जगह में उंगली चलाने लगी. नेहा अपनी गांड में उंगली महसूस करके सिहर गई और उसने अपनी जांघें भींच लीं.

उसने भी एक्साईटमेंट में अपनी एक साथ 3 उंगलियां ममता की चूत में घुसा दी.

ममता- तू चारों उंगलियां भी ठांस देगी साली तब भी छेद में जगह बचेगी.

नेहा के होंठ चूसती हुई ममता अपना एक हाथ नेहा की गांड में चलाती हुई दूसरे हाथ से उसकी चूत सहलाने लगी.

अब नेहा के मुँह से लगातार सिसकारियां निकल रही थीं- आआह उउउहह आऊच. उसकी लगातार कामुक आवाजें आ रही थीं.

नेहा मस्ती से हवा में उड़ने लगी थी. उससे खड़ा नहीं हुआ जा रहा था. ममता उसे लेकर बिस्तर पर आ गई और उसकी दोनों टांगें फैला कर उसकी चूत ऊपर से चाटने लगी.

फिर ममता ने नेहा की चूत के अन्दर अपनी जीभ घुसा दी और अन्दर बाहर करने लगी. नेहा को अचानक झटका लगा. ममता ने अपनी एक उंगली नेहा की टाईट गांड में झटके से पेल दी और आगे पीछे करने लगी.

नेहा को दोनों छेदों से मजे मिल रहे थे. कुछ ही देर में उसका शरीर अकड़ने लगा. उसने ममता के सिर को अपने दोनों हाथों से अपनी चूत पर दबाया और भलभला कर झड़ने लगी.

ममता ने नेहा की हालत समझी और वो और अन्दर तक जीभ घुसेड़ कर चुत चाटने ओर चूसने लगी.

थोड़ी देर बाद नार्मल हो कर नेहा बोली- चल आ जा अब मेरी बारी! ममता- रहने दे यार … मेरी चूत को लंड की आदत पड़ गई है. उंगली से मेरा कुछ मजा नहीं आता. वो तो तेरे लिए मैंने ये किया वरना अब तो उंगली करना बंद ही कर लिया है.

नेहा- तू सच में चुदवा चुकी है क्या? ममता- हां यार, मैं सच कह रही हूं.

नेहा- कौन है वो … मुझे भी तो बता ममता? ममता- नहीं यार … मैं तुम्हें उसका नाम नहीं बता सकती.

नेहा- बस 4 साल में ही अपनी दोस्ती को भुला दिया! ठीक है, मत बता.

ये कह कर नेहा ने नाराजगी से दूसरी तरफ मुँह फेर लिया.

ममता- अरे यार तू तो गुस्सा हो गई. चल नाराज मत हो, मैं तुझे उसका नाम बता दूंगी, पर तुझे मेरी कसम खानी होगी कि ये बात तू किसी को नहीं बताएगी. नेहा- वैसे भी मैंने आज तक तुम्हारी कोई बात किसी को नहीं बताई. फिर भी अगर मेरे कसम खाने से तुम्हें यकीन आता है, तो मैं कसम खाती हूँ. इतना बोल कर नेहा ने ममता के सिर पर हाथ रख दिया.

ममता- अभय भैया.

ये तो ममता ने जैसे बम फोड़ा हो. नेहा- क्या. अ्आआ …

वो इतनी जोर से चीखी, जैसे उसने भूत देख लिया हो. उसे यकीन ही नहीं आ रहा था कि एक बहन अपने ही भाई से चुदवा सकती है. जब ममता खुद बता रही थी, तो शक की कोई गुंजाइश ही नहीं रही.

नेहा शॉक में थी. वो थरथराते स्वर में कहने लगी- पर ये सब शुरू कैसे हुआ … और तूने अपने ही सगे भाई का लंड कैसे अपनी चूत में ले लिया. तुम दोनों को शर्म नहीं आई! ये तुम कैसे कर सकती हो ममता?

ममता- यार अब क्या कहूँ तुझे. सिचुएशन ही कुछ ऐसी बनी कि ये सब हो गया. नेहा- तू पूरी बात सुना.

ममता- ये बात तब की है, जब मैं तेरे यहां से आई थी. तू तो जानती है, जब अपन दोनों ताजी ताजी जवान हुई थीं … तेरी मेरी दोनों की ही चूतों में आग लगी थी. ऊपर से हमने लेस्बियन चुदाई भी की थी. तेरे यहां से आने के बाद की बात है. नेहा, तू तो जानती है मेरा और भाई का एक ही कॉमन बाथरूम है. जिसका एक दरवाजा भाई के बेडरूम में खुलता है और दूसरा मेरे.

नेहा- हां तो? क्या अभय भैया ने तुझे नंगी देख लिया था … जो उसने तुम्हें वहीं पटक चोद दिया? ये कहती हुई नेहा मुस्कुरा दी.

ममता- यार, एक रात मुझे जोर की पेशाब आई थी, तो मैं बाथरूम में गई. उधर देखा तो भाई के रूम तरफ वाला दरवाजा खुला था. मैंने पेशाब की और न जाने क्या सोच कर भाई के तरफ का दरवाजा खोल के अन्दर चली गई. भैया पूरे नंगे लेपटॉप पर ब्ल्यू फिल्म देख रहे थे और अपने मूसल जैसे काले लंड की मुठ मार रहे थे.

नेहा- फिर?

ममता- मैं तो ये सीन देख कर एकदम गर्म हो गई. मेरी चूत में पानी रिसने लगा, मेरी चूत में चींटियां रेंगने लगीं. थोड़ी ही देर में भैया के लंड से पिचकारी छूट गई, तब उसके बाद उनकी नजर मुझ पर पड़ी. वो एकदम शर्म से अपने बिस्तर पर लेट गए और अपने लंड पर चादर डाल ली.

मैं ये सब देख कर भाग कर अपने कमरे में आ गई.

इसके बाद दो दिन तक भैया शर्म के मारे मुझे नजर नहीं आए. इधर मैं भी सोचने पर मजबूर हो गई कि मैंने गलत किया.

फिर एक रात मैं बाथरूम के रास्ते उनकी तरफ वाला दरवाजा खटखटाया तो उन्होंने उठ कर बाथरूम का दरवाजा खोला और चुपचाप अपने बिस्तर पर जाकर बैठ गए. मैं भी उनके पीछे पीछे जाकर उनके साथ ही बैठ गई. वो मुंडी नीचे किए बैठे रहे, बोले कुछ नहीं.

फिर मैंने ही पहल की और कहा- इट्स ओके भैया … इस उम्र में ये सब कॉमन है. मैं भी कभी कभी करती हूं, डरने या शर्माने की जरूरत नहीं है. सेक्स की जरूरत होती ही है, इधर देखो.

फिर उन्होंने धीरे से अपना सिर उठाया और मेरी तरफ देखा. मैंने कहा कि ये बात मैं किसी को नहीं कहूंगी … गुड नाईट.

इतना बोल कर मैं उठ कर जाने लगी. तब उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और खड़े होकर कहने लगे.

अभय- सॉरी एंड थेंक्यू. ममता- कम ऑन … होता है इस उम्र में, पर सॉरी क्यों!

अभय- वो तूने मुझे उस हालत में देख लिया ना इसलिए. ममता ने मुस्कुराती हुई बोली- छोड़ो, मैं एक बात करने आई थी.

अभय- हां बोल … क्या बात है! ममता- भैया कल आप शहर जा रहे हो ना?

अभय- हां, तुझे कुछ मंगवाना है क्या? ममता- क्या आप मुझे अपने साथ शहर ले चल सकते हो?

अभय- हां जरूर, पर तू क्या करेगी शहर चल कर? ममता- वो मुझे कुछ कपड़े खरीदने हैं. अभय- तो ठीक है कल सुबह जल्दी तैयार रहना. जल्दी निकलेंगे तो जल्दी वापस भी आ जाएंगे. ममता- ठीक है, तो अब मैं चलती हूँ.

ममता अपने कमरे में आकर मन में सोचने लगी कि भाई का लंड अब मैं अपनी चूत में लेकर रहूँगी, चाहे कुछ भी हो जाए … इतना मस्त लंड तो मेरी चूत की शोभा बढ़ाएगा. मैं अपने हिस्से के लंड का माल ऐसे ही वेस्ट नहीं करने दूंगी. कल से ही भाई को रिझाने का काम शुरू कर दूंगी.

ममता ने शहर जाने का ऐसे ही नहीं प्रोग्राम बनाया था.

दूसरे दिन सुबह:

ममता सुबह जल्दी तैयार होकर आई- गुड मॉर्निंग भैया मैं तैयार हूँ … चलें?

आज ममता ने बिना ब्रा के एक टाईट सलवार सूट पहना था. जिससे से उसका फिगर खुलकर सामने आ रहा था और साथ में उसके निप्पल भी विजिबल हो रहे थे.

अभय ने अपनी मादक बहन को नजर भरके देखा, तो वो देखता ही रह गया. उसकी सगी बहन क्या माल लग रही है. आज अभय पहली बार अपनी छोटी बहन को गौर से देख रहा था. उसके उठे हुए पके आम की तरह चूचे, भरी भरी जांघें, उठी हुई गांड … कुल मिलाकर हॉट एंड सेक्सी आइटम की तरह ममता अपने भाई अभय का लंड खड़ा करने पर उतारू थी. अभी सोचने लगा था कि क्या वो कभी इसको चोद पाएगा.

ममता- चलें भैया, आप क्या सोचने लगे? अभय- अं … हं … हां … तुम चलो, कार में बैठो. मैं अभी आया. मां हम लोग जा रहे हैं.

इतना बोल कर वो भी बाहर गाड़ी में आ गया और गाड़ी स्टार्ट करके आगे बढ़ा दी.

अब इन दोनों भाई बहन अभय और ममता में चुदाई की कहानी ने किस तरह से रंग लिया, वो सब मैं आपको अगले भाग में लिखूंगी.

मेरी Xxx ब्रदर एंड सिस्टर स्टोरी पर आप सभी के बहुत मेल आ रहे हैं … मैं कोशिश कर रही हूँ कि सभी को रिप्लाई दूं. पर जवाब देने में देरी हो सकती है लेकिन आप इस मस्त देसी सेक्स कहानी के लिए अपने मेल लिखने में कंजूसी हरगिज न करना दोस्तो.

आपकी सोनिया वर्मा [email protected] Xxx ब्रदर एंड सिस्टर स्टोरी जारी है.