अब तक की इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा कि ग्रुप सेक्स में सब फ्लॉरा के शरीर के मज़े लेने लगे। अब आगे…
अभी फ्लॉरा के जिस्म के मजे लिए ही जा रहे थे कि संजय ने अजय को एक टपली मारी।
संजय- अबे सालो, मुझे अकेला छोड़ दिया.. चल साली रांड तू मेरा हाथ से हिला के मुझे मज़ा दे दे।
दोस्तो, 15 मिनट तक ये खेल चलता रहा फ्लॉरा तो असीम आनन्द की दुनिया में खो गई। वो कुछ बोल भी नहीं पा रही थी। अजय उसके मुँह को चोदने में लगा हुआ था और इधर मम्मों और चुत की चुसाई से वो बेहाल हो गई थी। उसका झरना बहना शुरू हो गया था, जिसे साहिल ने चाटना शुरू कर दिया।
साहिल- वाह साली.. क्या रस है तेरा.. मज़ा आ गया उफ़ कितना अलग टेस्ट है। साहिल की बात सुनकर वीरू और विक्की ने उसको धक्का दिया- साले अकेला ही पिएगा क्या.. ला हमको भी टेस्ट करवा।
साहिल अब मम्मों को चूसने लगा और वो दोनों बारी-बारी चुत को चाटने लगे। इधर अजय भी चरम पर आ गया.. उसने स्पीड से मुख चोदन शुरू किया और अगले ही पल उसके लंड का सारा रस फ्लॉरा के हलक में उतर गया। फ्लॉरा- आह.. उम्म्म उम्म्म उम्म्ह… अहह… हय… याह… मज़ा आ गया.. आज तो सबका रस पी जाऊंगी ओफ..
संजय- बस करो सालो.. ऐसे तो ये रंडी सबका चूस कर ही निकाल देगी। अब इसकी चुत चोदने का टाइम आ गया है। साहिल- संजय तू आगे से डाल.. मैं साली के पीछे से ठोकता हूँ फ्लॉरा- नहीं.. पहले सिर्फ़ संजय को करने दो.. एक साल बाद चुद रही हूँ.. बहुत दर्द होगा, प्लीज़ यार मान जाओ बस आज के लिए.. फिर तो मैं रोज सबका एक-एक करके ले ही लूँगी।
फ्लॉरा की बात संजय ने मान ली। बाकी सब उसके मम्मों और होंठों पे टूट पड़े। इधर संजय ने लंड चुत पे सैट किया और जोरदार झटका मार दिया, जिससे आधा लंड चुत को फाड़ता हुआ अन्दर घुस गया।
फ्लॉरा- आईईइ आईईइ मार डाला रे.. उफ़ आराम से डालो बहुत बड़ा है आह.. फ्लॉरा आगे कुछ बोलती तब तक दूसरा झटका लगा और पूरा लंड चुत की गहराई में खो गया। अबकी बार फ्लॉरा की चीख भी तेज थी मगर वीरू ने अपना लंड उसके मुँह में घुसेड़ दिया, जिससे उसकी चीख बाहर ही ना निकल पाई।
अब संजय ‘दे दनादन..’ उसकी चुदाई करने लगा। दस मिनट चोदने के बाद संजय ने उसको घोड़ी बनाया और अबकी बार उसकी गांड पर लंड सैट करके झटका दे मारा।
फ्लॉरा कुछ समझ पाती.. तब तक संजय ने लंड गांड में डाल दिया था। एक दर्द की लहर फ्लॉरा के पूरे जिस्म में दौड़ गई। संजय अब ‘दे घपाघप..’ लंड अन्दर-बाहर कर रहा था। इधर वीरू भी उसके मुँह को चोदकर मज़ा ले रहा था। विक्की और साहिल दांए-बांए से उसके मम्मों का मज़ा ले रहे थे।
कुछ ही मिनट में फ्लॉरा 2 बार झड़ गई.. तब कहीं जाकर संजय ने उसकी गांड में पानी की धार मारी और इधर वीरू के लंड ने उसके मुँह को रस से भर दिया था।
उधर टीना ये सब अपने फ़ोन में रिकॉर्ड कर रही थी। हालांकि उसकी चुत भी जलने लगी थी.. मगर वो चाह कर भी कुछ नहीं कर सकती थी।
फ्लॉरा- आह.. संजय उफ़ तुम बड़े आह.. बेदर्द हो उफ़ मेरी गांड फाड़ दी आह.. संजय- चुप साली रंडी.. तेरी गांड को देख कर ही मैं समझ गया था कि ये भी बहुत ठोकी हुई है.. फिर कैसा दर्द हाँ..? फ्लॉरा- आह.. कुत्ते.. बताया तो था एक साल से नहीं चुदी हूँ.. आह.. मर गई रे.. अब तेरे इस मूसल जैसे लंड से दर्द तो होगा ना.. उफ़ गांड में जलन हो रही है। साहिल- टेंशन मत ले मेरी जान.. अब मैं इसकी जलन मिटा दूँगा। फ्लॉरा- नो प्लीज़ साहिल.. अभी नहीं उफ़ तुम्हारा बहुत मोटा है। विक्की- चुप साली छिनाल.. अपने यारों से तो चुदवा लिया.. अब हमारी बारी आई तो ‘नहीं नहीं..’ करती है।
फ्लॉरा बेचारी ना कहती रही.. मगर अब उनके खड़े लंड को देखकर वो समझ गई इनसे बहस करना बेकार है और वो उनके हवाले हो गई- ठीक है कुत्तों.. जो करना है कर लो मगर प्यार से करना। साहिल- विक्की साली को एक साथ चोदेंगे.. चल इसको ऊपर लेटा कर तू चुत मार.. मैं इसकी गांड को ठोकता हूँ। डबल चुदाई के नाम से ही फ्लॉरा की चुत पानी-पानी हो गई, उसको दर्द तो हो रहा था मगर ऐसी चुदाई उसने सिर्फ़ ट्रिपल एक्स वीडियोज में ही देखी थी.. आज वो खुद इस डबल पेनेट्रेशन और ग्रुप सेक्स को एंजाय कर रही थी।
विक्की ने फ्लॉरा को लंड पर बिठा लिया और एक ही बार में पूरा घुसा दिया। उधर पीछे से साहिल ने भी उसकी गांड पे लंड टिकाया और एक ही बार में पूरा लंड पेल दिया। फ्लॉरा- आह.. कुत्ते उफ़फ्फ़ मार दिया रे आह.. उ आह.. चोदो आह फक मी बास्टर्ड.. उफ़ फक मी हार्ड आह.. आह..
दोनों अंधाधुंध फ्लॉरा के दोनों छेदों को चोदने लगे। इधर इनको देख कर अजय का लंड फिर खड़ा हो गया मगर उसने कंट्रोल रखा क्योंकि वो जानता था दोबारा चुसवाएगा तो चुदाई नहीं कर पाएगा। इधर संजय और वीरू बाहर चले गए थे उनको बियर पीनी थी।
करीब 20 मिनट की चुदाई के बाद दोनों झड़ गए और साथ में फ्लॉरा भी झड़ गई। अब उसके जिस्म में बिल्कुल ताक़त नहीं थी.. मगर अजय इनके अलग होते ही बिस्तर पर चढ़ गया और लंड गांड में पेल दिया।
फ्लॉरा इस अचानक हमले के लिए तैयार नहीं थी मगर अजय ने उसकी कमर को कसके पकड़ा हुआ था, जिससे वो आगे ना गिर सके।
फ्लॉरा- उफ़ जान लेने का इरादा है क्या सालों.. आह.. उफ़ एक उतरा नहीं कि तू चढ़ गया.. अजय- साली रंडी बड़े लंड लेकर मज़ा आ रहा था क्या.. जो मेरे से तुझे तकलीफ़ हो रही है आह.. उहह उहह साली क्या गांड है उफ़ आह.. ले मादरचोद आह.. आ.. अजय स्पीड से धक्के दे रहा था। अब फ्लॉरा भी उसका साथ देने लगी गांड को हिला-हिला कर चुदने लगी। अजय- आह.. साली क्या मस्त है रे तू उहहा ले आज तेरी गांड और चुत दोनों मारूँगा।
इतना कहकर अजय ने लंड गांड से निकाल कर चुत में डाल दिया और चोदने लगा। कोई दस मिनट बाद वो झड़ गया।
अब फ्लॉरा की चुत ने भी थोड़ा सा पानी फेंका.. जैसे उसकी टंकी खाली हो गई हो। वो निढाल सी होकर बिस्तर पे लेट गई। संजय के हाथ में बियर की बोतल थी वो अन्दर आकर फ्लॉरा के पास खड़ा हो गया। उसका लंड तना हुआ था जिसे देख कर फ्लॉरा घबरा गई। फ्लॉरा- नहीं संजू प्लीज़ अब और नहीं.. मेरी हालत बहुत खराब हो गई है.. अब किया तो मैं मर जाऊंगी।
संजय- डर मत जानेमन मैं इतना बेरहम नहीं हूँ.. ये साला तो जब तक 3-4 बार पानी ना फेंके.. ठंडा नहीं होता मगर आज तो इसे तड़पने दे.. तेरी चुदाई कल करूँगा। यह बात सुनकर फ्लॉरा ने ठंडी आह.. भरी उसको बड़ा सुकून मिला।
वीरू- ये क्या बात हुई यार.. एक ही बार तो किया हमने.. ये साली रंडी नाटक कर रही है। अभी इसकी चुत चाट कर गर्म कर दूँगा। टीना- नहीं वीरू.. ये कोई नाटक नहीं है कमीनों.. बेचारी ने एक साल बाद आज चुदाई की है। एक साल में चुत चिपक कर सील बंद हो जाती है। फिर तुम सब के लंड है भी भारी-भरकम.. देखो गौर से कैसे चुत पर सूजन आ गई है और इसकी गांड भी लाल हो गई। अब कोई इसके पास नहीं जाएगा.. इसको आराम करने दो। फ्लॉरा- थैंक्स टीना.. सच में मेरी चुत का सबने भुर्ता बना दिया। हाँ अगर तुम भी साथ होतीं तो इन पांडवों को हम संभाल लेते.. मगर मैं अकेली इनसे हार गई। टीना- सही कहा तुमने.. अगर आज मैं होती तो और मज़ा आता.. मगर अबकी बार हम सब मिलकर ही मज़ा करेंगे।
टीना की बात सुनकर सब खुश हो गए। अबकी बार तो दो चुत साथ होंगी.. यही सोचकर सबने फ्लॉरा की चुत बख्श दी। उसके बाद सबने एक राउंड बियर का लगाया और अपने-अपने घर चले गए। इधर संजय ने टीना और फ्लॉरा को घर छोड़ा और फिर अपने घर वापस आ गया।
दोस्तो, वैसे तो संजय अक्सर बियर पीकर जाता था मगर तब तक सब सो चुके होते थे.. मगर आज वो घर पहुँचा तो उसकी मॉम और डैड जाग रहे थे जिन्हें देख कर संजय की हवा टाइट हो गई।
वो सीधा अपने कमरे में चला गया। उसकी इतनी हिम्मत भी नहीं हुई कि वो कुछ पूछ सके क्योंकि वो कितना भी बिगड़ा हुआ क्यों ना हो.. मगर अपने पापा के सामने वो इस हालत में नहीं जा सकता था।
थोड़ी देर बाद उसकी माँ ऊपर आईं.. पहले तो उसे गुस्सा किया- इतनी रात को आया और ऊपर से पीकर आया है। तेरे पापा को पता लग गया तो पता है ना क्या होगा। संजय ने अपनी मॉम को मीठी-मीठी बातों से फुसला लिया, झूठ कह दिया कि दोस्त की बर्थडे पार्टी थी.. इसी लिए ऐसा कुछ हो गया। उसकी माँ ने बताया कि किसी काम के सिलसिले में उसके पापा को अर्जेंट दिल्ली जाना पड़ रहा है, अभी निकलना है तू जल्दी से फ्रेश होकर नीचे आ, उन्हें स्टेशन छोड़ के आना है।
संजय ने ज़्यादा कुछ पूछा नहीं क्योंकि अक्सर उसके पापा बाहर जाते हैं। वो अच्छे से रेडी हुआ.. अपने आपको ठीक किया.. मुँह में पर्फ्यूम छिड़का ताकि बदबू ना आए और पापा को छोड़ने चला गया। तब पता लगा कि साथ में पूजा के पापा भी जा रहे हैं मगर तब भी उसने कोई सवाल ना किया और उनको छोड़ कर जब वो वापस आ गया तो उसकी नज़र दीदी और पूजा पर पड़ी, जो साइड में आराम से सोफे पर बैठी हुई थीं।
संजय- अरे दीदी, आप इस वक़्त यहाँ? सब ठीक तो है ना और पूजा तुम अभी तक जागी हो क्या बात है? शारदा- अरे मैं लेकर आई हूँ यहाँ.. तेरे जीजा तो तेरे पापा के साथ गए हैं। अब ये अकेली वहाँ क्या करेगी, बस इसी लिए अपने साथ ले आई। वैसे भी उनको 2 दिन लगेंगे, तब तक ये यहीं रहेगी।
संजय बहुत खुश हुआ कि अब उसको और पूजा को मस्ती के लिए ज़्यादा टाइम मिल जाएगा मगर संजय ने ये बिल्कुल नहीं सोचा था कि आज रात ही उसको मज़ा मिलने वाला है।
संजय- ये तो अच्छी बात है माँ.. मगर आर्यन कहाँ है, दिखाई नहीं दे रहा? शारदा- वो कब का सो गया.. चलो आरती आ जाओ तुम्हारे अंकल तो है नहीं.. तुम मेरे साथ ही सो जाओ। पूजा- मॉम मैं तो मामू के पास सोऊंगी.. आप बहुत खर्राटे मारती हो।
मेरे प्यारे साथियो, आप मुझे मेरी इस ग्रुप सेक्स स्टोरी पर कमेंट्स कर सकते हैं.. पर आप मर्यादित भाषा में ही कमेंट्स करें। [email protected] मामा भानजी की चुदाई होगी या नहीं, कहानी के अगले भाग में पढ़ें!