मेरे गांडू भाई ने डिलीवरी बॉय से गांड मरवा ली

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दोस्तो.. मेरा नाम रिदिमा है, मेरी उम्र 21 साल की है। मैं यहाँ पर आपको मेरे भी की गे सेक्स स्टोरी सुना रही हूँ.. जिसे पढ़ कर आपका अपने ऊपर काबू नहीं रहेगा और आप अपने लंड का माल जल्दी ही निकाल देंगे।

तो साथियो, आपको मैं अपनी बॉडी के बारे में बताती हूँ। मेरी हाईट साढ़े पांच फुट है और मेरा वजन 52 किलो है। मेरा फिगर साइज़ 34सी-28-36 है। मेरा रंग गोरा है और जब मैं अपनी गांड मटका कर चलती हूँ तो लोगों का लंड खड़ा हो जाता है।

मेरे घर में मॉम-डैड, मैं और मेरा गांडू भाई है। मेरे गांडू भाई की उम्र 19 साल है और वो बहुत बड़ा गांडू है.. उसको गांड मराने में इतना मज़ा आता है कि आज उसकी वजह से मैं रंडी बन गई हूँ।

ये बात उस रात की है, जब मैं और मेरा भाई घर पर अकेले थे, मॉम-डैड दोनों की नाइट शिफ्ट लगी हुई थी, तो घर पर हम दोनों ही रह गए थे।

मेरा भाई उस दिन बड़ा खुश था। हमने साथ में खाना खाया और अपने-अपने रूम में सोने चले गए। रात के करीबन 2:30 बजे के आस-पास मुझे सूसू आई तो मैं वॉशरूम जाने के लिए उठी। मैंने देखा कि भाई के रूम की लाइट अभी तक जली हुई है.. मैं सूसू करके भाई के रूम की तरफ गई और अन्दर घुसी तो देखा कि भाई स्टडी कर रहा है।

मैंने उससे कहा- चिंटू अब सो जा.. टाइम काफ़ी हो गया है। उसने कहा- दीदी मुझे भूख लगी है। अब रात के टाइम मेरा खाना बनाने का मन नहीं था तो मैंने कहा- ऑनलाइन खाने को कुछ ऑर्डर कर देती हूँ। उसने कहा- हाँ दीदी, ये ठीक है।

मैंने जल्दी से नेट से रेस्तरां का नंबर निकाला और कॉल किया। मैं- हैलो.. ‘हैलो..’ मैं- भैया मुझे कुछ ऑर्डर करना है। ‘हाँ जी मैडम बोलिए, क्या लेना चाहती हैं आप?’ मैंने थोड़े से मस्ती के मूड में आकर कहा- लेना तो बहुत कुछ चाहती हूँ.. लेकिन अभी वेज बर्गर पहुँचा दीजिए। फिर उसने मेरा पता नोट किया और 30 मिनट का टाइम दिया। मैंने भाई से कहा- वो 30 मिनट में आ जाएगा, तुम ले लेना.. मैं चली सोने।

मैंने अपना फोन वहीं रख दिया और अपने ऊपरी मंजिल वाले कमरे में सोने चली गई।

फिर 3:10 पर दरवाजे की घंटी बजने की वजह से मेरी आँख खुली.. तो मैंने सोचा बर्गर देने वाला डिलीवरी बॉय आया होगा। मैंने वापस में अपनी आँखें बंद कर लीं।

फिर मुझे डोर खुलने की आवाज़ आई तो मैंने सोचा कि अच्छा है, भाई ने पिक कर लिया.. नहीं तो मुझे उठना पड़ता।

फिर मैं वापस से सोने की क़ोशिश करने लगी, तो कोशिश करते-करते दस मिनट हो गए। फिर मुझे याद आया कि डोर ओपन होने की आवाज़ तो आई.. लेकिन क्लोज़ होने की आवाज़ अभी तक नहीं आई। सब ठीक तो है.. कहीं कुछ गड़बड़ तो नहीं है। मैं जल्दी से उठी और नीचे भाई के रूम की तरफ़ जाने लगी।

मैंने देखा वहां लाइट भी ऑफ है और कुछ अजीब सी आवाजें आ रही हैं।

मैं जल्दी से कमरे की तरफ़ जैसे ही जाकर गेट खोलने वाली थी तो अन्दर से मुझे ‘अहह हह उउउ उउउ..’ की आवाज़ आई।

मुझे थोड़ा डाउट हुआ तो मैंने हल्का से गेट ओपन किया, वहां लाइट ऑफ होने की वजह से कुछ साफ़ दिखाई नहीं दे रहा था। बस इतना दिख रहा था कि भाई ने मेरा गाउन पहना हुआ है और विग लगाई हुई है।

मैं सोच में पड़ गई कि ये क्या हो रहा है। वो डिलीवरी बॉय बेड पर बैठा था और भाई उसके पैरों के बीच में बैठकर उसका लंड चूस रहा था। मेरा तो ये सब देखकर बुरा हाल हो गया और मैं पागल सी हो गई.. मैं छुपकर देखने लगी।

तभी अचानक से डिलीवरी बॉय की आवाज़ आई, वो भाई को मैडम बोलकर बुला रहा था। इसका मतलब उसको लग रहा था कि भाई लड़की है।

अब मुझे सारी बात समझ में आई कि भाई ने मेरे कपड़े क्यों पहने हुए हैं। फिर मैं चुपचाप सब देखने लगी।

उसके बाद मुझे भाई की आवाज़ आई। वो बिल्कुल लड़कियों की तरह बोल रहा था।

उसने कहा- भैया मेरे पीरियड्स चल रहे हैं.. इसलिए मैं चुत नहीं मरवा सकती हूँ, आप मेरी गांड मार लीजिए। तो डिलीवरी बॉय ने कहा- ठीक है मैडम.. जैसा आप चाहो।

उसके बाद भाई डॉगी स्टाइल में हो गया और डिलीवरी बॉय पीछे से आ गया। मैंने गौर से देखा कि उसका लंड सीधा खड़ा था और बहुत बड़ा लग रहा था। उसने लंड को भाई की गांड पर लगाया और झटके मारने लगा। भाई के मुँह से ‘आऐई.. यईईई.. इईई.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… ‘ की हल्की-हल्की आवाजें आने लगीं।

ये सब देख कर मैं बहुत गरम हो गई थी। मेरा हाथ मेरी चुत पर कब चला गया.. मुझे पता ही नहीं चला।

उसके बाद उस डिलीवरी बॉय की आवाज़ आई- मैडम, पानी कहाँ निकालूँ? भाई ने झट से कहा- मेरे मुँह में! उसने लंड को गांड से निकाल कर मुँह में ले लिया और डिलीवरी बॉय का सारा पानी मेरा भाई पी गया।

उसके बाद डिलीवरी बॉय ने कहा- मैडम, मैं चलता हूँ मुझे कभी भी रात को बुला लिया करो।

वो जाने को हुआ तो मैं जल्दी से वहां से भागकर अपने कमरे में चली गई। उसके बाद वो डिलीवरी बॉय चला गया और भाई ने जल्दी से गेट बंद किया और अपने रूम में चला गया।

फिर 2 मिनट बाद भाई बाहर आया। वो हाथ में मेरे कपड़े लिए हुए था। उसने जल्दी से मेरे कपड़े जगह पर रखे और कमरे में दुबारा घुस गया।

मेरा यहाँ बुरा हाल था.. इतना सब देखने के बाद मेरा सिर पूरा चकरा रहा था और चुत में भी आग लगी हुई थी। मैंने झट से चुत में फिंगरिंग की और सो गई।

उसके बाद मैं सुबह उठी और भाई को बेड-टी देने गई। वो अभी अभी सोया हुआ था। उसने केवल लुंगी बाँधी हुई थी। मैंने उसको आवाज़ दी- चिंटू उठ जा.. पर उसका कोई रेस्पॉन्स नहीं मिला।

फिर मैंने सोचा कि चुदने से रात की थकान नहीं उतरी होगी। मैं उसके बारे में सोचकर काफ़ी परेशान हो रही थी कि मेरा भाई गांडू है.. आख़िर ऐसा क्यों?

मैंने हल्के से उसकी लुंगी को उसका लंड देखने के लिए ऊपर उठाया और तो मैं भाई का लंड देखकर चौंक गई। वो सिर्फ़ 2 इंच का था। मुझे देखकर बड़ा अफसोस हुआ कि भाई का लंड नहीं.. लुल्ली है। मुझे उस पर दया आने लगी। मैंने उसकी लुंगी को वापस से ठीक किया और अपना फोन उसके रूम से उठाया जो कि रात को मैंने वहीं छोड़ दिया था। मैं वापस बाहर आ गई।

मैंने अपना फोन देखा तो उसमें एक नम्बर से 12 मिस्ड कॉल आई हुई थीं। मैंने कॉल बैक करके उससे पूछा- कौन? तो वो डिलीवरी बॉय निकला और उसने कहा- मैडम उठ गईं आप.. रात को बहुत मज़ा आया।

मुझे समझते देर ना लगी कि ये वही है.. जिसने रात को भाई की चुदाई की। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या बोलूँ.. मैंने फोन कट कर दिया।

उसके बाद मॉम-डैड भी जॉब से वापस आ गए और भाई भी उठ चुका था। फिर सबने ब्रेकफ़ास्ट किया और मैं कॉलेज चली गई.. भाई स्कूल चला गया।

मेरा कॉलेज में मन नहीं लग रहा था। मेरे दिमाग़ में रात वाली बात घूम रही थी। तभी 12 बजे के आस-पास मेरा फोन बजा और मैंने देखा तो वो उसी डिलीवरी बॉय का नम्बर था, मैंने कॉल पिक की- हैलो.. ‘हैलो जान.. कैसी हो, क्या कर रही हो? रात को बड़ा मज़ा आया.. अगर आप कहो तो आज भी आ जाऊं?’ मैं- नहीं नहीं.. आज नहीं। ‘तो दुबारा कब बुलाओगी.. मैं तो बड़ा खुश हूँ.. आप जो मिल गई हो।’

मैंने मन ही मन कहा कि मैं वो नहीं हूँ.. जिसकी तुमने गांड मारी है.. मैं तो उस गांडू की बहन हूँ। अब मैं उसको ये बात बोल भी नहीं सकती थी क्योंकि इसमें भाई की बहुत बदनामी हो जाती।

मैंने भी मन ही मन सोचने लगी कि जो चल रहा है, चलने दो। फिर 2 मिनट बाद दुबारा मुझे उसकी आवाज़ आई।

‘क्या हुआ जान.. कहाँ खो गई?’ मैं- कहीं नहीं.. मैं कॉलेज में हूँ.. बाद में बात करती हूँ। ‘ओके जान आई लव यू बेबी और नाइट का प्लान हो तो ज़रूर याद करना।’ मैं- ओके बाइ।

मैंने कॉल कट कर दी। उसके बाद मैं सोचने लगी कि अब क्या होगा.. मैं काफ़ी ज़्यादा उत्तेज़ित हो गई थी।

फिर थोड़ी देर बाद उस डिलीवरी बॉय का व्हाटसैप पर लव मैसेज आया। फिर उसके बाद एक मैसेज और आया कि जानू आप कब फ्री हो?

मैंने कोई उत्तर नहीं दिया। फिर उसने मुझे कॉल किया तो मैंने कट कर दी। फिर उसका मैसेज आया कि बेबी मैसेज में बात करो.. नहीं तो कॉल करता रहूँगा। मैंने फिर उसको उत्तर दिया।

फिर हमारी मैसेज में चैट होना स्टार्ट हुई।

‘बेबी मुझसे रहा नहीं जा रहा.. क्या करूँ?’ मैं- आपसे क्यों नहीं रहा जा रहा? ‘जब से मैंने आपके साथ सेक्स किया है.. मेरा लंड खड़ा हुआ ही है।’

उसने अपने खड़े हुए लंड की पिक मुझे सेंड की.. मैं वो पिक देखकर काफ़ी ज़्यादा उत्तेज़ित हो गई.. बहुत मोटा और लम्बा लंड था। फिर तो यार समझो मेरा चुदने का मूड बन गया।

आगे की सेक्स स्टोरी में मैं आपको बताऊंगी कि कैसे अपने गांडू भाई की वजह से मुझे चुदना पड़ा, कैसे मुझे उस डिलीवरी बॉय ने चोदा और उसके बाद मैं किस-किस से चुदी और भाई को भी चुदवाया।

मुझे मेल करके बताओ कि मेरे भाई की गे सेक्स स्टोरी कैसी लगी। [email protected]

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